जयपुर. तीन कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मशाल जुलूस निकाला. कांग्रेस के रिसर्च विभाग की ओर से आयोजित इस मशाल जुलूस में मशाल हाथ में थामे कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में और कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चल रहे थे. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार से कृषि कानून तत्काल वापस लेने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो प्रदेशभर में कांग्रेस रिसर्च विभाग की ओर से मशाल जुलूस निकाला जाएगा. मालवीय नगर में हुए इस कार्यक्रम में महिलाएं भी शामिल हुई.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और रिसर्च विभाग के स्टेट कॉर्डिनेटर डॉ. वेदप्रकाश शर्मा इस कहा कि देश की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ मोदी सरकार को देश की कमान सौंपी थी. लेकिन मोदी सरकार आमजन के बजाए पूंजीपतियों के हित में फैसले ले रही है. यह बात कृषि कानूनों पर भी लागू होती है. इन कानूनों से किसानों का नहीं बल्कि अडानी और अंबानी जैसे बड़े पूंजीपतियों को फायदा होगा.
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उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों का न केवल किसानों पर बल्कि देश के आमजन पर भी बुरा असर होगा. सरकार ने खाद्य पदार्थों की स्टॉक लिमिट खत्म कर मुनाफाखोरी का रास्ता साफ कर दिया है. इससे देश में महंगाई बढ़ेगी. जिसका असर हर आम आदमी पर होगा. इसलिए मशाल जुलूस के माध्यम से कृषि कानूनों के परिणामों को लेकर आमजन को जागरूक किया जा रहा है और किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की जा रही है.
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कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वेदप्रकाश शर्मा का यह भी कहना है कि यदि सरकार ने जल्द कृषि कानून वापस नहीं लिए तो कांग्रेस के रिसर्च विभाग की ओर से प्रदेशभर में मशाल जुलूस निकालकर आमजन को इन कानूनों के दुष्परिणामों के बारे में अवगत करवाया जाएगा. उन्होंने समाज के हर तबके से किसान आंदोलन का सामर्थन करने की भी अपील की है.