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विधानसभा में कांग्रेस विधायक राम नारायण मीणा ने इशारों-इशारों में अपनों को घेरा

विधानसभा में कांग्रेस विधायक राम नारायण मीणा ने इशारों-इशारों में ही अपने ही कांग्रेस सरकार को घेरा. इस दौरान विधायक मीणा ने उद्योग मंत्री को फरियादी बता दिया. साथ ही उन्होंने शराब की बिक्री बढ़ने पर भी नाराजगी जताई.

राजस्थान विधानसभा न्यूज , Rajasthan Vidhan Sabha News
विधानसभा में कांग्रेस विधायक राम नारायण मीणा ने इशारों-इशारों में अपनों को घेरा
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Published : Feb 11, 2020, 8:31 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने इशारों-इशारों में अपनी ही पार्टियों और सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सदन में अभिभाषण पर बोलते हुए राम नारायण मीणा ने पहले तो उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा को मौजूदा सरकार में फरियादी करार दे दिया और पीसीसी में जनसुनवाई में उनके ओर से की गई फरियाद का जिक्र तक कर डाला. साथ ही यह भी कहा कि सत्ता के इशारों पर आजकल फैसले हो रहे हैं.

विधानसभा में कांग्रेस विधायक राम नारायण मीणा ने इशारों-इशारों में अपनों को घेरा

हालांकि, विधायक राम नारायण मीणा के इस वक्तव्य के दौरान ही उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने आपत्ति जता दी और कहा कि वे फरियादी बनकर नहीं गए थे, बल्कि अपने क्षेत्र के एक फरियादी के साथ गए थे. जिसकी फरियाद पर सरकार ने तुरंत एक्शन भी लिया.

पढ़ें- संसदीय कार्य मंत्री ने सदन में लगाया RSS पर अंग्रेजों के लिए मुखबिरी का आरोप, बिफरी भाजपा ने किया हंगामा

जातिगत आरक्षण पर इस तरह की टिप्पणी

मीणा ने अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बारे में कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि सत्ता के इशारों पर फैसले हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं खुद आरक्षित वर्ग से आता हूं, बावजूद इसके 7 बार पार्टी ने उन्हें सामान्य सीट से लड़ाया. हालांकि, इस दौरान मीणा ने चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि अगली और अंतिम बार आरक्षित सीट से चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा है, यदि हरीश मीणा सुन ले तो. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू धर्म का अपमान नहीं होना चाहिए. साथ ही यह भी कहा कि प्रदेश में शराब की बिक्री बढ़ रही है, जबकि हम गांधी जी की 150वीं जयंती मना रहे हैं.

पढ़ें- राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान सदन में हंगामा, विधायक लाहोटी ने दिया ये विवादित बयान

अब सत्तापक्ष के विधायक भी मान चुके हैं स्थिति खराब हैः राजेंद्र राठौड़

राम नारायण मीणा ने परसादी लाल मीणा को फरियादी बताया तो सदन में मौजूद प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी इस पर चुटकी ले ली. राठौड़ ने कहा कि अब सत्तापक्ष के विधायक भी इस बात को स्वीकार करने लगे हैं, जो इस बात का सबूत है कि सरकार के मंत्रियों की ही फरियाद नहीं सुनी जाती और वह अब फरियादी बन चुके हैं. इस बीच सभापति राजेंद्र पारीक से मीणा की हल्की नोंक-झोंक भी हुई.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने इशारों-इशारों में अपनी ही पार्टियों और सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सदन में अभिभाषण पर बोलते हुए राम नारायण मीणा ने पहले तो उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा को मौजूदा सरकार में फरियादी करार दे दिया और पीसीसी में जनसुनवाई में उनके ओर से की गई फरियाद का जिक्र तक कर डाला. साथ ही यह भी कहा कि सत्ता के इशारों पर आजकल फैसले हो रहे हैं.

विधानसभा में कांग्रेस विधायक राम नारायण मीणा ने इशारों-इशारों में अपनों को घेरा

हालांकि, विधायक राम नारायण मीणा के इस वक्तव्य के दौरान ही उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने आपत्ति जता दी और कहा कि वे फरियादी बनकर नहीं गए थे, बल्कि अपने क्षेत्र के एक फरियादी के साथ गए थे. जिसकी फरियाद पर सरकार ने तुरंत एक्शन भी लिया.

पढ़ें- संसदीय कार्य मंत्री ने सदन में लगाया RSS पर अंग्रेजों के लिए मुखबिरी का आरोप, बिफरी भाजपा ने किया हंगामा

जातिगत आरक्षण पर इस तरह की टिप्पणी

मीणा ने अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बारे में कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि सत्ता के इशारों पर फैसले हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं खुद आरक्षित वर्ग से आता हूं, बावजूद इसके 7 बार पार्टी ने उन्हें सामान्य सीट से लड़ाया. हालांकि, इस दौरान मीणा ने चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि अगली और अंतिम बार आरक्षित सीट से चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा है, यदि हरीश मीणा सुन ले तो. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू धर्म का अपमान नहीं होना चाहिए. साथ ही यह भी कहा कि प्रदेश में शराब की बिक्री बढ़ रही है, जबकि हम गांधी जी की 150वीं जयंती मना रहे हैं.

पढ़ें- राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान सदन में हंगामा, विधायक लाहोटी ने दिया ये विवादित बयान

अब सत्तापक्ष के विधायक भी मान चुके हैं स्थिति खराब हैः राजेंद्र राठौड़

राम नारायण मीणा ने परसादी लाल मीणा को फरियादी बताया तो सदन में मौजूद प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी इस पर चुटकी ले ली. राठौड़ ने कहा कि अब सत्तापक्ष के विधायक भी इस बात को स्वीकार करने लगे हैं, जो इस बात का सबूत है कि सरकार के मंत्रियों की ही फरियाद नहीं सुनी जाती और वह अब फरियादी बन चुके हैं. इस बीच सभापति राजेंद्र पारीक से मीणा की हल्की नोंक-झोंक भी हुई.

Intro:विधानसभा में कांग्रेस विधायक राम नारायण मीणा ने इशारों इशारों में अपनों को घेरा
उद्योग मंत्री को बता डाला फरियादी, शराब की बिक्री बढ़ने पर भी जताई नाराजगी

जयपुर (इंट्रो)
राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने इशारों इशारों में अपनी ही पार्टियों और सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। सदन में अभिभाषण पर बोलते हुए राम नारायण मीणा ने पहले तो उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा को मौजूदा सरकार में फरियादी करार दे दिया और पीसीसी में जनसुनवाई में उनके द्वारा की गई फरियाद का जिक्र तक का डाला। यह भी कहा कि सत्ता के इशारों पर आजकल फैसले हो रहे हैं ।
हालांकि राम नारायण मीणा के इस वक्तव्य के दौरान ही उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने आपत्ति जता दी और यह कह डाला कि वह फरियादी बनकर नहीं गए थे बल्कि अपने क्षेत्र के एक फरियादी के साथ गए थे जिसकी फरियाद पर सरकार ने तुरंत एक्शन भी लिया।

जातिगत आरक्षण पर इस तरह की टिप्पणी-

मीणा ने अनुसूचित जाति व जनजाति के आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बारे में कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि सत्ता के इशारों पर फैसले हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि मैं खुद आरक्षित वर्ग से आता हु बावजूद इसके 7 बार पार्टी ने उन्हें सामान्य सीट से लड़ाया हालांकि इस दौरान मीणा ने चुटकी लेते हुए यह भी कह डाला की अगली व अंतिम बार आरक्षित सीट से चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा है यदि हरीश मीणा जी सुन ले तो। इस दौरान राम नारायण मीणा ने यह भी कहा कि हिंदू धर्म का अपमान नहीं होना चाहिए तो साथ ही अपनी ही सरकार को गिरते हुए यह कहने से भी नहीं चूके कि प्रदेश में शराब की बिक्री बढ़ रही है जबकि हम गांधी जी की 150वीं जयंती बना रहे है।


भाजपा के राजेंद्र राठौड़ ने कहा अब सत्तापक्ष के विधायक भी मान चुके हैं स्थिति खराब है-

राम नारायण मीणा ने प्रसादी लाल मीणा को फरियादी बताया तो सदन में मौजूद प्रतिपक्ष के उपनेता राजन राठौर ने भी इस पर चुटकी ले ली राठौड़ ने कहा कि अब सत्तापक्ष के विधायक भी इस बात को स्वीकार करने लगे हैं जो इस बात का सबूत है कि सरकार के मंत्रियों की ही फरियाद नहीं सुनी आती और वह अब फरियादी बन चुके। इस बीच सभापति राजेंद्र पारीक से मीणा की हल्की नोकझोंक भी हुई।

(Edited vo pkg)


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