जयपुर. पुस्तक में विवादित मुद्दे को लेकर अमीन कागजी का कहना है कि साल 2017 तक पाठ्यक्रम में यह विवादित अंश था, लेकिन बाद में इसे हटा दिया था. लेकिन आरोपी प्रकाशन ने उसे अपने चैप्टर से नहीं हटाया, जिसके चलते विवाद हो रहा है.
विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान किशनपोल से कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने गुरुवार को यह बात कही. अमीन कागजी के अनुसार इस पूरे मामले को हमने प्रदेश सरकार के सामने रखा है और सरकार अपने हिसाब से कार्रवाई भी करेगी.
इस बीच कागजी ने यह भी कहा कि किसी को कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है, लेकिन हम ऐसी चीजों को बर्दाश्त भी नहीं करेंगे. कागजी के अनुसार यह अशोक गहलोत की सरकार है, केंद्र की मोदी सरकार नहीं जहां सुनवाई नहीं होती.