जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि (CM Gehlot on Jaipur Congress Meeting) आज होने वाली विधायक दल की बैठक के दौरान एक लाइन का प्रस्ताव पारित किए जाने की संभावना है. जिसमें लिखा होगा, कांग्रेस के सभी विधायकों को पार्टी अध्यक्ष के फैसले पर पूरा भरोसा है.
उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी नेता आम सहमति पर पहुंचने के लिए चर्चा करेंगे और यही कांग्रेस की ताकत रही है. गहलोत ने जैसलमेर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कांग्रेस में शुरू से ही यह परंपरा रही है कि चुनाव के समय या मुख्यमंत्री के चयन के लिए जब भी विधायक दल की बैठक होती है, तो कांग्रेस अध्यक्ष को सभी अधिकार देने के लिए एक लाइन का प्रस्ताव जरूर पारित किया जाता है. मैं समझता हूं कि यह आज भी होगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सब मिलकर एक जुट होकर (Resolution Relating to Rajasthan Leadership) बात करेंगे और यही कांग्रेस की ताकत भी है. कांग्रेस अध्यक्ष में सब एक स्वर में विश्वास रखते हैं. राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने जयपुर में संवाददाताओं से कहा कि बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी बाद में मीडिया को दी जाएगी.
वहीं जयपुर में मीडिया से बात करते हुए राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन ने कहा कि Mallikarjun Kharge and Ajay Maken Reached Jaipur) मल्लिकार्जुन खड़गे और मैं यहां बैठक में शामिल होने के लिए आए हैं. इसके बारे में बाद में आपको सूचित किया जाएगा. मैं अभी इससे ज्यादा कुछ नहीं बता सकता.
वरिष्ठ नेता खड़गे ने कहा कि आलाकमान ने उन्हें सभी विधायकों से मिलने को कहा है. उन्होंने कहा कि मुझे सभी विधायकों से मिलने के लिए कहा गया है. हम उनसे मिलेंगे और उनके विचार लेंगे और उसके बाद हम (मीडिया) सूचित करेंगे.
राजस्थान में यह एक सप्ताह के भीतर कांग्रेस विधायक दल की दूसरी बैठक है. पिछली बैठक 20 सितंबर को (Congress Legislature Party Meeting) मुख्यमंत्री आवास पर उपराष्ट्रपति के सम्मान में दिए गए रात्रि भोज के बाद हुई थी.
गहलोत शुक्रवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए उम्मीदवारी की घोषणा करने वाले पहले व्यक्ति बने थे. उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनसे कहा है कि पार्टी का अगला प्रमुख गांधी परिवार से नहीं होना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि उनके उत्तराधिकारी के बारे में फैसला सोनिया गांधी और माकन करेंगे. गहलोत का यह बयान राहुल गांधी द्वारा 'एक व्यक्ति, एक पद' की अवधारणा का समर्थन करने के मद्देनजर आया था.
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