जयपुर. राजधानी जयपुर में गत भाजपा सरकार के समय नींदड़ गांव में हुआ जमीन समाधि सत्याग्रह खासा चर्चा में रहा. जिसमें किसानों ने खुद को जमीन में गर्दन तक दबाकर जमीन समाधि सत्याग्रह आंदोलन किया था. इसका समर्थन करने के लिए उस समय कांग्रेस के नेता भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे और यह आंदोलन करीब 1 महीने तक चला था.
वहीं, अब राजस्थान में सरकार बदल चुकी है, लेकिन एक बार फिर किसानों को मजबूरन जमीन में समाधि लेनी पड़ रही है. खास बात यह है कि इस बार का आंदोलन प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ है जो पिछले समय में लगातार इस आंदोलन को समर्थन दे रही थी.
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इस आंदोलन को लेकर कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर पूरी तरीके से संवेदनशील है. चाहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो या फिर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट या फिर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल सभी इस मामले में किसानों के पक्ष को जरूर जानेंगे.
राजस्थान कांग्रेस के महासचिव सुशील शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने इस आंदोलन को पहले समर्थन दिया था तो ऐसे में यह दिखाएंगे कि आखिर क्या मदद लोगों को मिल सकती है इस मामले में. उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार को आगे बढ़कर न्याय संगत निर्णय लेना चाहिए.