जयपुर. 31 दिसंबर के सेलिब्रेशन के लिए दी गई छूट पर गहलोत सरकार के मंत्री आमने-सामने हो गए हैं. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा और खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बीच कोरोना को लेकर हुई वीसी में जुबानी जंग हो गई. बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आप लोगों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए गृह विभाग गाइडलाइन जारी करेगा.
जयपुर में कोरोना विस्फोट के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ में ओपन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की (CM Gehlot VC on Corona). जिसमें किस तरीके से बढ़ते कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जाए, इसको लेकर सुझाव लिए गए. बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Khachariyawas Vs Parsadi Lal Meena) के बीच जुबानी जंग हो गई.
परसादी लाल मीणा ने कहा कि 31 दिसंबर के सेलिब्रेशन को लेकर दी गई छूट से जनता के बीच में गलत मैसेज गया है. लोगों को लगता है कि सरकार ने इस तरह की छूट देकर संक्रमण को बढ़ाने का काम किया है. इस बीच प्रताप सिंह खाचरियावास बोल पड़े. खाचरियावास ने कहा कि ऐसा नहीं है. अगर छूट नहीं देते तो लोगों में टकराव की स्थिति बनती. खाचरियावास ने कहा कि पहले गलत मैसेज चला गया था कि सरकार 31 दिसंबर पर रोक लगाने जा रही है लेकिन बाद में जब छूट की बात सामने आई, उससे न्यू ईयर सेलिब्रेट करने वाले लोगों में एक मैसेज किया. अगर इस तरह का मैसेज नहीं भेजते तो लोग बगावत कर सकते थे.
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परसादी लाल मीणा और प्रताप सिंह खाचरियावास ने चली जुबानी जंग के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आप लोग जो बोल रहे हो, वह सब भावनाएं आम जनता के पास सीधी पहुंच रही है. यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग लाइव है और इस वक्त 1 लाख 90 हजार से ज्यादा लोग आप लोगों के सुझाव को सुन रहे हैं. आप लोगों की भावनाओं के अनुरूप गृह विभाग इस पर अपनी गाइडलाइन जारी कर देगा.
सैंपलिंग बढ़ाने पर जोर
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि हमें सैंपलिंग बढ़ानी होगी. जब हमारी क्षमता एक लाख से ज्यादा सैम्पलिंग है तो हम इसे क्यों नहीं बढ़ा पा रहे हैं (Parsadi Lal Meena on Corona).
3 जनवरी से सख्ती
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिए कि 3 जनवरी से प्रदेश में नाइट कर्फ्यू से लेकर सख्ती शुरू करनी होगी. अन्य राज्यों की तर्ज पर नई SOP जारी करनी चाहिए. जिसमें सख्त संदेश हो. इतना ही बैठक में सुझाव आये कि 31 जनवरी वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का समय है. इसके बाद हमें सख्ती करनी होगी. पंजाब की तर्ज पर राजस्थान में भी बिना वैक्सीन की दोनों डोज लगे व्यक्ति को घर से निकलने की अनुमति ही नहीं हो.