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स्पीकर जोशी और रामनारायण मीणा में नोकझोंक, मंत्री खाचरियावास को दी सख्त हिदायत, जानें पूरा माजरा...

सदन में बुधवार को स्पीकर सीपी जोशी ने संबंधित सवाल के संबंधित जवाब के नियमों की पालना करवाने की कोशिश की. इस दौरान कांग्रेस विधायक (CP Joshi Warn MLA Ramnarayan Meena) रामनारायण मीणा से नोकझोंक भी देखने को मिली. इतना ही नहीं, विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री प्रताप सिंह को भी सख्त हिदायत दे डाली.

Speaker CP Joshi
स्पीकर सीपी जोशी
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Published : Mar 16, 2022, 3:44 PM IST

Updated : Mar 16, 2022, 5:15 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज प्रश्नकाल के दौरान (Speaker CP Joshi in Rajasthan Assembly) स्पीकर सीपी जोशी ने मंत्रियों और विधायकों के प्रश्नों के संबंध में बनाया गया नियम लागू करने का पूरा प्रयास किया. इस प्रयास में उन्हें मंत्रियों को भी रोकना पड़ा तो विधायक भी उनसे नाराज होते दिखाई दिए. यहां तक कि कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा के साथ तो सीपी जोशी की नोकझोंक तक हो गई और सीपी जोशी ने उन्हें भी सदन से बाहर निकालने की चेतावनी दे डाली. वहीं, मंत्री प्रताप सिंह को भी उन्होंने सख्त हिदायत दी कि जो रेलेवेंट सवाल है उसी का जवाब दें.

2018 से बंद पशुधन बीमा अगले 15 दिन में होगा शुरू : विधानसभा में बुधवार को पशुधन बीमा योजना से जुड़े सवाल पर मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि 1 अक्टूबर 2018 से योजना संचालित नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की दरों से प्रीमियम राशि ज्यादा थी. 2019 में भारत सरकार से राशि नहीं मिली, इसलिए बीमा योजना संचालित नहीं की जा सकी. 2020-21 में कम्पनियां निविदा प्रक्रिया में नहीं आईं और 2021-22 में निविदा जारी हुई है. 2020 2021 में एक भी पशु का बीमा नहीं किया गया.

राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही, किसने क्या कहा...

राज्य सरकार ने 2022-23 में बजट में पशु बीमा का ऐलान किया गया है, जिसमें 6 लाख पशुपालकों के पशुओं का बीमा होग. इसके लिए सरकार ने 150 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है. निविदा प्रक्रिया चल रही है कटारिया ने बताया कि पशुधन बीमा 2016 से 2018 तक हुआ था. उस दौरान 22 करोड़ के प्रीमियम के मुकाबले कम्पनियों को 47 करोड़ देने पड़े, जिससे कम्पनियां नहीं आईं. कटारिया ने सदन को आश्वासन दिया कि अगले 15 दिन में प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी.

नियम मनवाने के फेर में स्पीकर से उलझे कांग्रेस विधायक : राजस्थान विधानसभा में स्पीकर सीपी जोशी ने प्रश्नकाल में (Question Hour in Rajasthan Assembly) विधायकों से रेलेवेंट प्रश्न पूछने और मंत्रियों का रेलेवेंट जवाब देने के निर्णय के बाद आज के विधायकों, मंत्रियों से स्पीकर सीपी जोशी को सख्त रवैया अपनाना पड़ा. इस मामले में पहले OBC, MBC की अधिकतम आय से जुड़े सवाल पर कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा को स्पीकर सीपी जोशी की कड़ी फटकार पड़ी.

पढ़ें : पूर्व चिकित्सा मंत्री को फंगस वाली दवाई चढ़ाई तो सदन में लगा ध्यानाकर्षण, अब 3 जिलों में जल्द शुरू होगी नई प्रयोगशाला...

मंत्री के जवाब के दौरान मीणा की हुई तीखी नोकझोंक : इस दौरान एक बार तो नाराज जोशी ने मार्शल तक को पुकार लिया, तो रामनारायण मीणा भी बोले, ये नहीं चलेगा. इस पर CP बोले, आप वरिष्ठ सदस्य, पढ़ते क्यों नहीं हो. स्पीकर ने संसदीय कार्य मंत्री धारीवाल को आसन से सदस्यों के इस तरह न उलझने के निर्देश दिए. वहीं, जालोर क्षेत्र में डीएमएफटी कार्यों से जुड़े सवाल के जवाब को विधायक जोगेश्वर गर्ग उत्तर को गलत बताया तो स्पीकर ने कहा कि अगर गलत जवाब है तो नियमों के अनुसार बात को रखें.

वहीं, मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि अगर उत्तर गलत है तो इसकी जानकारी करवा लूंगा. उत्तर गलत दिया है तो जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने विधायक दिव्या मदेरणा के उन सवालों का जवाब देना चाहा जो प्रश्न से रेलेवेंट नहीं थे तो स्पीकर ने (Strict Instructions to Minister Khachariyawas) उन्हें भी रोक दिया. इसके बाद प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हमारे पास इस स्टॉक में चीनी नहीं है, फिर भी यदि कोई शिकायत है तो इसकी जांच करवा ली जाएगी.

पढ़ें : Ruckush in Rajasthan Vidhan Sabha : नरपत सिंह से क्यों उलझे स्पीकर जोशी और कौन बने सर्वश्रेष्ठ विधायक ?...यहां जानिए

मकराना विधानसभा क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्र से जुड़े सवाल के जवाब में महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि प्रदेश में कुल 259 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं. पिछले 2 सालों में अधिकारियों ने समय-समय पर निरीक्षण किए हैं. 40 साधारण अनियमितताएं पाई गईं, जिसका निस्तारण कर दिया गया है. इस पर विधायक रूपाराम ने मंत्री के उत्तर पर ऐतराज जताया और कहा कि सवाल क्या पूछा है और जवाब कुछ और दिया गया है. पता नहीं ठेकेदार का नाम क्यों छुपाया जा रहा है.

स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी ने भी कहा कि मैंने भी जवाब पढ़ा है. जवाब रेलेवेंट नहीं है. मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम किस से काम करवा रहा है, यह उनकी जिम्मेदारी है. इस पर स्पीकर ने कहा कि
मंत्रालय की भी कोई जिम्मेदारी है या नहीं ? पोषाहार आगे बंट भी रहा है या नहीं बंट रहा है. इसकी जिम्मेदारी तो विभाग की होगी. क्या इसे चेक करने की कोई कोशिश कर रहे हैं ? इस पर सकपकाई मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि इसकी समय-समय पर जांच करवाई जाती है. हमारे विभाग की पारदर्शी प्रक्रिया चल रही है. अगर विधायक कह रहे हैं कि ठेकेदारी प्रथा चल रही है तो इसकी जांच करवा ली जाएगी.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज प्रश्नकाल के दौरान (Speaker CP Joshi in Rajasthan Assembly) स्पीकर सीपी जोशी ने मंत्रियों और विधायकों के प्रश्नों के संबंध में बनाया गया नियम लागू करने का पूरा प्रयास किया. इस प्रयास में उन्हें मंत्रियों को भी रोकना पड़ा तो विधायक भी उनसे नाराज होते दिखाई दिए. यहां तक कि कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा के साथ तो सीपी जोशी की नोकझोंक तक हो गई और सीपी जोशी ने उन्हें भी सदन से बाहर निकालने की चेतावनी दे डाली. वहीं, मंत्री प्रताप सिंह को भी उन्होंने सख्त हिदायत दी कि जो रेलेवेंट सवाल है उसी का जवाब दें.

2018 से बंद पशुधन बीमा अगले 15 दिन में होगा शुरू : विधानसभा में बुधवार को पशुधन बीमा योजना से जुड़े सवाल पर मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि 1 अक्टूबर 2018 से योजना संचालित नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की दरों से प्रीमियम राशि ज्यादा थी. 2019 में भारत सरकार से राशि नहीं मिली, इसलिए बीमा योजना संचालित नहीं की जा सकी. 2020-21 में कम्पनियां निविदा प्रक्रिया में नहीं आईं और 2021-22 में निविदा जारी हुई है. 2020 2021 में एक भी पशु का बीमा नहीं किया गया.

राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही, किसने क्या कहा...

राज्य सरकार ने 2022-23 में बजट में पशु बीमा का ऐलान किया गया है, जिसमें 6 लाख पशुपालकों के पशुओं का बीमा होग. इसके लिए सरकार ने 150 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है. निविदा प्रक्रिया चल रही है कटारिया ने बताया कि पशुधन बीमा 2016 से 2018 तक हुआ था. उस दौरान 22 करोड़ के प्रीमियम के मुकाबले कम्पनियों को 47 करोड़ देने पड़े, जिससे कम्पनियां नहीं आईं. कटारिया ने सदन को आश्वासन दिया कि अगले 15 दिन में प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी.

नियम मनवाने के फेर में स्पीकर से उलझे कांग्रेस विधायक : राजस्थान विधानसभा में स्पीकर सीपी जोशी ने प्रश्नकाल में (Question Hour in Rajasthan Assembly) विधायकों से रेलेवेंट प्रश्न पूछने और मंत्रियों का रेलेवेंट जवाब देने के निर्णय के बाद आज के विधायकों, मंत्रियों से स्पीकर सीपी जोशी को सख्त रवैया अपनाना पड़ा. इस मामले में पहले OBC, MBC की अधिकतम आय से जुड़े सवाल पर कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा को स्पीकर सीपी जोशी की कड़ी फटकार पड़ी.

पढ़ें : पूर्व चिकित्सा मंत्री को फंगस वाली दवाई चढ़ाई तो सदन में लगा ध्यानाकर्षण, अब 3 जिलों में जल्द शुरू होगी नई प्रयोगशाला...

मंत्री के जवाब के दौरान मीणा की हुई तीखी नोकझोंक : इस दौरान एक बार तो नाराज जोशी ने मार्शल तक को पुकार लिया, तो रामनारायण मीणा भी बोले, ये नहीं चलेगा. इस पर CP बोले, आप वरिष्ठ सदस्य, पढ़ते क्यों नहीं हो. स्पीकर ने संसदीय कार्य मंत्री धारीवाल को आसन से सदस्यों के इस तरह न उलझने के निर्देश दिए. वहीं, जालोर क्षेत्र में डीएमएफटी कार्यों से जुड़े सवाल के जवाब को विधायक जोगेश्वर गर्ग उत्तर को गलत बताया तो स्पीकर ने कहा कि अगर गलत जवाब है तो नियमों के अनुसार बात को रखें.

वहीं, मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि अगर उत्तर गलत है तो इसकी जानकारी करवा लूंगा. उत्तर गलत दिया है तो जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने विधायक दिव्या मदेरणा के उन सवालों का जवाब देना चाहा जो प्रश्न से रेलेवेंट नहीं थे तो स्पीकर ने (Strict Instructions to Minister Khachariyawas) उन्हें भी रोक दिया. इसके बाद प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हमारे पास इस स्टॉक में चीनी नहीं है, फिर भी यदि कोई शिकायत है तो इसकी जांच करवा ली जाएगी.

पढ़ें : Ruckush in Rajasthan Vidhan Sabha : नरपत सिंह से क्यों उलझे स्पीकर जोशी और कौन बने सर्वश्रेष्ठ विधायक ?...यहां जानिए

मकराना विधानसभा क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्र से जुड़े सवाल के जवाब में महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि प्रदेश में कुल 259 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं. पिछले 2 सालों में अधिकारियों ने समय-समय पर निरीक्षण किए हैं. 40 साधारण अनियमितताएं पाई गईं, जिसका निस्तारण कर दिया गया है. इस पर विधायक रूपाराम ने मंत्री के उत्तर पर ऐतराज जताया और कहा कि सवाल क्या पूछा है और जवाब कुछ और दिया गया है. पता नहीं ठेकेदार का नाम क्यों छुपाया जा रहा है.

स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी ने भी कहा कि मैंने भी जवाब पढ़ा है. जवाब रेलेवेंट नहीं है. मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम किस से काम करवा रहा है, यह उनकी जिम्मेदारी है. इस पर स्पीकर ने कहा कि
मंत्रालय की भी कोई जिम्मेदारी है या नहीं ? पोषाहार आगे बंट भी रहा है या नहीं बंट रहा है. इसकी जिम्मेदारी तो विभाग की होगी. क्या इसे चेक करने की कोई कोशिश कर रहे हैं ? इस पर सकपकाई मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि इसकी समय-समय पर जांच करवाई जाती है. हमारे विभाग की पारदर्शी प्रक्रिया चल रही है. अगर विधायक कह रहे हैं कि ठेकेदारी प्रथा चल रही है तो इसकी जांच करवा ली जाएगी.

Last Updated : Mar 16, 2022, 5:15 PM IST
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