जयपुर. शहर के आमेर हाथी गांव से हाथियों को गुजरात भेजने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. आरोप है कि वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से हाथी गांव से हाथियों को भेजा गया है. इसके साथ ही अनफिट हाथियों से हाथी राइडिंग करवाने का भी आरोप लगाया गया है.
हाथियों को गुजरात भेजने और अनफिट हाथियों से हाथी सवारी करवाने के मामले को लेकर संभागीय आयुक्त और जयपुर जिला कलेक्टर को भी शिकायत दी गई है. बीजेपी पार्षदों और पीपल फॉर स्ट्रीट डॉग संस्था की ओर से शिकायत दी गई है कि आमेर हाथी गांव में हाथियों को गलत तरीके से गुजरात भेजा गया है. इसके साथ ही अनफिट हाथियों से भी हाथी सवारी करवाई जा रही है. इसके साथ ही हाथियों की तस्करी का भी आरोप लगाया गया है. पीपल फॉर स्ट्रीट डॉग संस्था की मेंबर ज्योति खंडेलवाल के मुताबिक जिन हाथियों को अनफिट बताया गया था, उनसे भी एलीफेंट राइडिंग करवाई जा रही है.
वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से पूरा खेल चल रहा है. इसको लेकर हाथी गांव के गेट पर विरोध-प्रदर्शन भी किया गया और वन विभाग के अधिकारियों को भी शिकायत दी गई है. आमेर के वार्ड नंबर 3 के पार्षद पूरणमल सैनी भाजपा नेता अभिनाश सैनी और शहजाद खान समेत अन्य लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया है. जयपुर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा और संभागीय आयुक्त समित शर्मा को भी शिकायत दी गई है, मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की गई है.
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भाजपा नेता अभिनाश सैनी ने बताया कि हाथी मालिक और वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से हाथियों को बिना परमिशन इधर-उधर कर दिया गया है. इसके अलावा हाथी गांव के बाहर भी अवैध रूप से राइडिंग करवाई जा रही है. जिससे पर्यटकों की सुरक्षा को भी खतरे में डाला जा रहा है. इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर जयपुर जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्त को शिकायत दी गई है.