जयपुर. सचिवालय में हुई कैबिनेट सब कमेटी की बैठक के बाद शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने कहा कि स्कूल खोलने को लेकर लगभग सभी बिंदुओं पर कैबिनेट सब कमेटी की आम सहमति बन गई है. सभी के सुझावों के बाद रिपोर्ट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को सौंपी जा रही है. जिसके बाद अब अंतिम फैसला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को करना है.
डोटासरा ने इस बात के संकेत दिए कि बड़े बच्चों के लिए स्कूल खोलने पर ज्यादा जोर दिया गया है. छोटे बच्चों को फिलहाल स्कूल जाने से मुक्ति दी जा सकती है. कमेटी बड़े बच्चों के लिए ज्यादा सहमत नजर आई है. गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री जल्द निर्णय करेंगे.
स्कूल इसलिए नहीं खुलेंगे : रक्षाबंधन के त्योहार को देखते हुए सरकार अगस्त के आखिरी सप्ताह बाद यानी सितंबर के पहले सप्ताह के बाद ही स्कूल खोलने पर निर्णय करेगी. इसके पीछे यह भी तर्क माना जा रहा है कि रक्षाबंधन के दौरान बच्चों को एक जगह से दूसरी जगह जाना होगा. परिवार के अन्य सदस्यों से भी संपर्क होगा.
ऐसे में अगर किसी तरह बच्चे संक्रमित हुए तो 8 से 9 दिन के बीच संक्रमण का पता लग जाएगा. इसके साथ ही कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर भी काफी कुछ स्थिति साफ हो जाएगी. माना यह भी जा रहा है कि इस बीच अन्य राज्य जहां स्कूल खोले गए हैं, उन राज्यों के हालातों का भी कमेटी द्वारा अध्ययन कर लिया जाएगा.
कॉलेज-कोचिंग इन शर्तों के साथ खुलेंगे : सूत्रों की मानें तो बड़े बच्चे जो 18 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, उनको वैक्सीन की पहली डोज या दोनों डोज लगाने की स्थिति में कॉलेज या कोचिंग बुलाया जा सकता है. इसके साथ ही कॉलेज और कोचिंग संस्थान पर भी स्टाफ के सभी सदस्यों को वैक्सीन की डोज लगाने का नियम लागू किया जा सकता है.
हालांकि, बच्चों को कॉलेज या कोचिंग भेजना है या नहीं भेजना, इस पर परिजनों की सहमति जरूरी होगी. अगर कोई परिजन बच्चे को कोचिंग या कॉलेज नहीं भेजते तो उन्हें बाध्य नहीं किया जाएगा.
यह रहे कमेटी में मौजूद : स्कूल खोलने की तारीख को लेकर हुई मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में मंत्री रघु शर्मा, गोविंद सिंह डोटासरा, डॉ. सुभाष गर्ग और भंवर सिंह भाटी, एसीएस स्कूल शिक्षा पीके गोयल, वित्त पप्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा, गृह विभाग के सचिव अभय कुमार और प्रमुख शासन सचिव उच्च शिक्षा एल. मीणा मौजूद रहे.