जयपुर. सेना में 4 साल के लिए संविदा पर भर्ती की अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) को लेकर देश भर में बवाल शुरू हो गया है. स्कीम को लेकर सियासी विरोध के बीच अब भाजपा ने भी युवाओं को इस योजना के लाभ गिनाने शुरू कर दिए हैं. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सोशल मीडिया (Rajyavardhan Singh Rathore tweet on Agneepath Scheme) के माध्यम से युवाओं से अपील की है कि वे किसी के बहकावे में न आएं और सैनिकों की भर्ती वाली ’अग्निपथ’ स्कीम को समझें. यह उनके भविष्य के लिए लाभदायक साबित होगी.
गुरुवार को राठौड़ ने एक ट्वीट कर कहा कि इस स्कीम के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय सेना की विश्वसनियता है. कर्नल राज्यवर्धन ने कहा ’अग्निपथ’ स्कीम युवाओं और देश दोनों के लिए फायदेमंद है. अभी जितनी संख्या में सेना भर्ती होती है, अब उससे कई गुना ज्यादा संख्या में भर्तियां होंगी जिससे युवाओं को सेना में जाने के ज्यादा अवसर मिलेंगे. उन्होंने कहा कि हर चार जवान में से एक को सेना में कम से कम 15 साल और नौकरी करने का अवसर मिलेगा. जिन युवाओं को आगे अवसर नहीं प्राप्त होगा वे काफी कम उम्र में ही लगभग 20 लाख रुपये कमा चुके होंगे.
इसके साथ ही उन्हे बीएसएफ, सीआरपीएफ और पुलिस भर्ती जैसी नौकरियों में प्राथमिकता भी मिलेगी जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा. कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि दुनिया के कई देशों में इस प्रकार की योजनाएं सफल तरीके से चल रही हैं. भारत में भी अफसरों के लिए कई वर्षों यह योजना चल रही है. इससे सेना और मजबूत हो रही है. उन्होंने युवाओं से केंद्र की इस योजना को समझने की अपील की है.
योजना की सच्चाई को समझें नौजवान और अवसर का लाभ उठाएं: सतीश पूनिया
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश सोनिया ने भी केंद्र की सेना भर्ती से जुड़ी योजना अग्निपथ को लेकर मोदी सरकार का आभार जताया है. पूनिया ने कहा कि देश के नौजवानों को इस योजना की सच्चाई को समझकर इस अवसर लाभ उठाना चाहिए. पूनिया ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि देश के युवाओं को अब पिछली भर्तियों से 3 गुना ज्यादा मौके मिलेंगे. अग्निपथ योजना के अंतर्गत 17 से 21 वर्ष की आयु के नौजवान जो दसवीं, 12वीं या कोई टेक्निकल डिप्लोमा धारक हैं उनके लिए यह सुनहरा अवसर है. यह युवा 4 साल तक सेना को सेवा देंगे.
पूनिया ने कहा कि लिखित परीक्षा, शारीरिक दक्षता और प्रशिक्षण के बाद 4 वर्ष तक अच्छी सुविधा और अच्छा वेतन मिलेगा और जब 4 साल बाद लौटेंगे तो इनको 12 लाख रुपए का पैकेज मिलेगा. जब वापस आएंगे तो उसमें भी 25% लोगों को और आगे सेवा का अवसर प्रतियोगी परीक्षा व शारीरिक दक्षता के माध्यम से मिलेगा. पूनिया ने कहा कि 4 साल बाद वापस आएंगे तो प्रदेश की अनेकों सरकारों ने जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा इत्यादि राज्यों में स्थानीय पुलिस व सहयोगी बलों की भर्तियों में प्राथमिकता मिलेगी.