जयपुर. केंद्र सरकार की ओर से श्रमिकों एवं प्रवासियों को उनके गृह स्थान पहुंचाने के लिए जारी आदेश का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वागत किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बड़ी संख्या में राजस्थान के प्रवासी विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं. साथ ही अन्य राज्यों के लोग भी यहां अटके हुए हैं. राज्य सरकार ने उनकी भावनाओं को समझते हुए सकारातमक प्रयास किए. अब संकट की ये अपने परिवारजनों के पास पहुंच सकेंगे.
पढ़ें: गृह मंत्रालय ने दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को दी घर जाने की अनुमति
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय के बुधवार को इस संबंध में जारी किए गए आदेश का स्वागत किया है. उन्होंने बताया है कि प्रवासियों को सकुशल उनके घर पहुंचाने के लिए राजस्थान सरकार ने एक व्यवस्थित और सुगम प्रक्रिया के तहत ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है, जिसमें बुधवार रात तक करीब 6 लाख 35 हजार श्रमिक और प्रवासी अपना पंजीयन करवा चुके हैं.
पढ़ें: स्पेशल स्टोरी: लॉकडाउन में सुंदर हुई प्रकृति, शहर का पीएम 2.5 से भी कम हुआ दर्ज
सीएम गहलोत ने कहा कि आने वाले समय में और भी श्रमिक अपना पंजीयन करवा सकते हैं. ऐसे में कामगारों की इतनी बड़ी संख्या और लंबी दूरी को देखते हुए विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाना ही कामगारों के सुरक्षित घर लौटने का व्यावहारिक समाधान होगा. सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि इन लाखों प्रवासियों और श्रमिकों के सुरक्षित आवागमन के लिए भारत सरकार को बिना किसी देरी के विशेष ट्रेनों का संचालन प्रारंभ करना चाहिए.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किए प्रयास
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने विभिन्न पत्रों और प्रधानमंत्री के साथ समय-समय पर हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रवासियों और श्रमिकों की इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया था. साथ ही प्रवासी राजस्थानियों की सहायता और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को संबंधित राज्य सरकारों के साथ समन्वय की जिम्मेदारी दी गई थी. गहलोत ने पत्र में कहा है कि काफी समय से घर से दूर रहने की पीड़ा झेल रहे इन श्रमिकों एवं प्रवासियों की इस समस्या को दूर करने के लिए हमें व्यावहारिक मार्ग अपनाना होगा.