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CAA और NRC के विरोध में 22 दिसंबर को होगा पैदल शांति मार्च, CM गहलोत भी होंगे शामिल

सीएम गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि 22 दिसंबर को वो खुद भी नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में पैदल शांति मार्च करेंगे. सीएम गहलोत ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों के साथ ही वो सभी इस मार्च में शामिल हों, जो विश्वास करते हैं कि आज जो कुछ हो रहा है, वो ठीक नहीं हो रहा.

Protest against CAA, CM Ashok Gehlot, नागरिकता संशोधन कानून
जयपुर में पैदल शांति मार्च में मुख्यमंत्री भी होंगे शामिल
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Published : Dec 21, 2019, 4:34 AM IST

जयपुर. देश में लागू हुए नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में 22 दिसंबर को पैदल शांति मार्च निकाला जाएगा. इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल होंगे. मुख्यमंत्री ने इस बात की जानकारी शुक्रवार सुबह मुस्लिम संगठनों के साथ हुई वार्ता के बाद दी.

मुस्लिम संगठनों के साथ हुई वार्ता के बाद सीएम गहलोत ने कहा कि 22 दिसंबर को वो खुद भी पैदल मार्च करेंगे. उन्होंने कहा कि पूरे देश में उबाल आया है. इनके एजेंडे संविधान की जो मूल भावना से हटके है और इस वजह से तकलीफ आ रही है. बिना कारण संशोधन करवा दिया. एनआरसी की बात की जा रही है, जो लागू हो ही नहीं सकता, क्योंकि प्रैक्टिकल है ही नहीं.

सीएएम गहलोत ने कहा कि असम में केंद्र सरकार ने 1600 करोड़ रुपये का खर्चा किया. सुप्रीम कोर्ट ने मॉनिटरिंग की और उसके बाद असम में राजनीतिक दल कह रहे हैं कि इसे लागू नहीं कर सकते. इनकी खुद की सरकार वहां पर कह रही है ये मंजूर नहीं है. ऐसे में आपके पास जवाब क्या है?

पढ़ें: ख्वाजा की दरगाह पर मुस्लिम समाज ने काले झंडे लगाकर CAA का किया विरोध, बाजुओं पर काली पट्टी भी बांधी

उन्होंने कहा कि फिर देश में बार-बार गृह मंत्री अमित शाह जी बोल-बोल कर लोगों को भड़का रहे हैं. पिछले एक महीने से वो लगातार वो पूरे देशवासियों को भड़का रहे है. जो एक तानाशाही प्रवृत्ति की भाषा होती है, वो बोलते हैं. ये लोकतंत्र में अच्छी बात नहीं है.

जयपुर में पैदल शांति मार्च में मुख्यमंत्री भी होंगे शामिल

सीएम गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में बहुमत आपके पास हो, वो एक अलग बात है. विपक्ष क्या कहता है, उसकी बात सुनी जाती है. देश में क्या ध्वनि निकलती है, वो भी सुनी जाती है. उन्होंने बताया कि पैदल शांति मार्च 22 तारीख निकालेंगे.

पढ़ें: राजस्थान के शहरों में CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन, जोधपुर में पुलिस ने किया लाठीचार्ज

सीएम गहलोत ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों के साथ ही वो सभी इस मार्च में शामिल हों, जो विश्वास करते हैं कि आज जो कुछ हो रहा है, वो ठीक नहीं हो रहा. बता दें कि पैदल शांति मार्च सुबह 11 बजे अलबर्ट हॉल से शुरू होकर गांधी जी के स्टेच्यू तक निकाला जाएगा.

जयपुर. देश में लागू हुए नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में 22 दिसंबर को पैदल शांति मार्च निकाला जाएगा. इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल होंगे. मुख्यमंत्री ने इस बात की जानकारी शुक्रवार सुबह मुस्लिम संगठनों के साथ हुई वार्ता के बाद दी.

मुस्लिम संगठनों के साथ हुई वार्ता के बाद सीएम गहलोत ने कहा कि 22 दिसंबर को वो खुद भी पैदल मार्च करेंगे. उन्होंने कहा कि पूरे देश में उबाल आया है. इनके एजेंडे संविधान की जो मूल भावना से हटके है और इस वजह से तकलीफ आ रही है. बिना कारण संशोधन करवा दिया. एनआरसी की बात की जा रही है, जो लागू हो ही नहीं सकता, क्योंकि प्रैक्टिकल है ही नहीं.

सीएएम गहलोत ने कहा कि असम में केंद्र सरकार ने 1600 करोड़ रुपये का खर्चा किया. सुप्रीम कोर्ट ने मॉनिटरिंग की और उसके बाद असम में राजनीतिक दल कह रहे हैं कि इसे लागू नहीं कर सकते. इनकी खुद की सरकार वहां पर कह रही है ये मंजूर नहीं है. ऐसे में आपके पास जवाब क्या है?

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उन्होंने कहा कि फिर देश में बार-बार गृह मंत्री अमित शाह जी बोल-बोल कर लोगों को भड़का रहे हैं. पिछले एक महीने से वो लगातार वो पूरे देशवासियों को भड़का रहे है. जो एक तानाशाही प्रवृत्ति की भाषा होती है, वो बोलते हैं. ये लोकतंत्र में अच्छी बात नहीं है.

जयपुर में पैदल शांति मार्च में मुख्यमंत्री भी होंगे शामिल

सीएम गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में बहुमत आपके पास हो, वो एक अलग बात है. विपक्ष क्या कहता है, उसकी बात सुनी जाती है. देश में क्या ध्वनि निकलती है, वो भी सुनी जाती है. उन्होंने बताया कि पैदल शांति मार्च 22 तारीख निकालेंगे.

पढ़ें: राजस्थान के शहरों में CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन, जोधपुर में पुलिस ने किया लाठीचार्ज

सीएम गहलोत ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों के साथ ही वो सभी इस मार्च में शामिल हों, जो विश्वास करते हैं कि आज जो कुछ हो रहा है, वो ठीक नहीं हो रहा. बता दें कि पैदल शांति मार्च सुबह 11 बजे अलबर्ट हॉल से शुरू होकर गांधी जी के स्टेच्यू तक निकाला जाएगा.

Intro:नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में 22 दिसम्बर को सीएएम गहलोत निकालेंगे शांति पैदल मार्च , सीएम गहलोत ने की सभी विपक्षीय पार्टियों और सामाजिक संगठनों से रैली में आने की अपील

एंकर:- देश मे लागू हुआ नागरिकता संशोधन कानून और एसआरसी के विरोध मे प्रस्तावित 22 तारीख को पैदल मार्च में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल होंगे , मुस्लिम संगठन के साथ आज सुबह हुई वार्ता के बाद सीएएम गहलोत ने कहा कि 22 तारीख को मैं खुद भी पैदल मार्च करूंगा, जिस रूप में इस देश में जो उबाल आया है। कोई कारण नहीं था क्योंकि इनके एजेंडे जो हैं वो एजेंडे लोकतंत्र की जो परंपराएं है, संविधान की जो मूल भावना है उससे हटके है। इस कारण से तकलीफ आ रही है। कोई कारण नहीं था कि आपने संविधान में संशोधन करवा दिया। एनआरसी की बात कर रहे हो, जो लागू हो ही नहीं सकता, प्रैक्टिकल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि
असम में केंद्र सरकार ने एक हजार छ सौ करोड का खर्चा किया, सुप्रीम कोर्ट ने मॉनिटरिंग कर ली। उसके बाद में तमाम पॉलिटिकल पार्टीज़ वहां असम में कह रहीं हैं कि इसे लागू नहीं कर सकते, ना लागू करेंगे। आपके पास जवाब है? इनकी खुद की गवर्मेंट है वहां पर वो कह रही है ये हमें मंजूर नहीं है। हम एनआरसी को लागू नहीं करेंगे वहां पर। और फिर पूरे मुल्क में बार-बार गृह मंत्री अमित शाह जी बोल-बोल कर लोगों को भड़का रहे हैं। पिछले एक महीने से मैं देख रहा हूं लगातार वो पूरे देशवासियों को भड़का रहे है। पूरे मुल्क मैं लागू करुंगा एनआरसी जो एक तानाशाही प्रवृत्ति की भाषा होती है, वो बोलते हैं। ये लोकतंत्र में अच्छी बात नहीं है। लोकतंत्र में लोग क्या सोचते हैं, विपक्ष क्या कहता है, हो सकता है बहुमत आपके पास हो अलग बात है। पर बहुमत में नहीं है पार्टियां उनकी भी बात सुनी जाती है। देश में क्या ध्वनि निकलती है वो भी देखी जाती है। बार-बार आप भडका रहे है लोगों को उसका नतीजा ये है कि जैसे ही ये कानून नया पास हुआ है आप देख रहे है देश में क्या हो रहा है दिल्ली में क्या हो रहा है, महाराष्ट्र में क्या हो रहा है, आन्ध्रप्रदेश में क्या हो रहा है, असम में क्या हो रहा है, त्रिपुरा में आप जाएंगे सरकार इनकी है वहां पर, बंगाल में तो ये स्थिति बननी नहीं चाहिए थी वहां पर। हम लोग शांति मार्च निकालेंगे यहां पर और शुरू करेंगे अलबर्ट हॉल से सुबह 11 बजे सबका आव्हान करते हैं हम लोग, शांति प्रदर्शन में अधिक से अधिक लोग भाग लें। 22 तारीख को रविवार को सुबह 11 बजे अलबर्ट हॉल से शुरू करेंगे और गांधी जी का जो स्टेच्यू है वहां तक जाएंगे। गांधी जी के सानिध्य में जाकर अपनी भावना व्यक्त करेंगे , सीएम गहलोत ने कहा कि तमाम पॉलिटिकल पार्टीज़ को हम अपील कर रहे हैं। सिविल सोसाइटीज़ को हम अपील कर रहे है। जितने एनजीओ है राजस्थान में, पूरे राजस्थान के एनजीओ को, सिविल सोसाइटीज़ को, पॉलिटिकल पार्टीज़ को, एनजीओ को, आम नागरिक को। जो विश्वास करता है, आज जो कुछ हो रहा है ठीक नहीं हो रहा सबको आगे आना चाहिए।

बाइट:- अशोक गहलोत - सीएम

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