जयपुर. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ईडी की ओर से बार-बार बुलाए जाने के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बीते 12 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली पहुंचे थे. मुख्यमंत्री गहलोत जब शुक्रवार को वापस जयपुर लौटे तो पता चला कि उनके भाई के यहां भी सीबीआई की रेड पड़ी है. मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने भाई के यहां सीबीआई की रेड को लेकर केंद्र की मोदी सरकार (Gehlot Target Modi Government) पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी के समर्थन में जो मैंने दिल्ली में प्रोटेस्ट किया था, यह उसी का बदला लिया गया है.
गहलोत ने यह भी कहा कि मैंने तो उल्टा दिल्ली में सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी के प्रमुखों से 13 जून को समय मांगा था. वह समय तो मुझे नहीं मिला, उल्टा 15 तारीख को मुझपर मुकदमा दर्ज हो गया और 17 को मेरे भाई के यहां सीबीआई की रेड हो गई. क्या अप्रोच है इनकी यह तो समझ से परे है. गहलोत ने कहा कि राजनीतिक संकट के समय में भी मेरे भाई पर ईडी की रेड हुई थी. पिछले 40-45 साल से मेरे भाई अपना काम कर रहे हैं और किसी के काम में हमारे परिवार का कभी कोई इंवॉल्वमेंट भी नहीं रहा. मैं तो परिवार में शादी होती है तो भी एक वर्कर की तरह जाता हूं.
गहलोत ने कहा कि मैं राहुल गांधी की ईडी से पूछताछ के विरोध में हुए प्रदर्शन में शामिल होने दिल्ली गया था बस इसीका बदला मेरे भाई से लिया जा रहा है, जबकि उनका सियासत से कोई संबंध नहीं है. वह तो राजनीति से कोई सरोकार रखते ही नहीं हैं, लेकिन यह समझ से परे है कि पहले ईडी और अब सीबीआई उनके यहां पहुंच गई. गहलोत ने कहा कि ऐसी हरकतें आम जनता भी पसंद नहीं करेगी. गहलोत ने कहा कि जैसे पीएम मोदी के भाई को कोई नहीं जानता, उसी तरह मेरे भाई को भी कोई नहीं जानता. परिवार के सदस्यों का क्या कसूर है जो उन्हें इस तरह परेशान किया जा रहा है. हालांकि इससे हम घबराने वाले नहीं है. आज मैं जयपुर आया हूं और रविवार को वापस दिल्ली जाउंगा. सोमवार को मैं फिर दिल्ली में चल रहे मूवमेंटम में भाग लूंगा. गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी जबरदस्ती परेशान किया जा रहा है क्योंकि इनकी कंपनी नॉनप्रॉफिट कंपनी है.
ये क्या डराएंगे, इनकी तो अभी रगड़ाई भी नहीं हुई
50 साल से मैं राजनीति कर रहा हूं, ये क्या डराएंगे-धमकाएंगे जो कल राजनीति में आए हैं. इनकी तो अभी रगड़ाई भी नहीं हुई है. क्योंकि ये बड़े-बड़े पद पर बिना रगड़ाई के ही आ गए. चाहे बीजेपी के हों या कोई ओर हों. गहलोत ने कहा कि एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस में लोग आते हैं तो उनकी पूरी रगड़ाई होती है, तब जाकर नेता बनते हैं. गहलोत ने कहा कि इनकी पार्टी में तो कई लोग ऊपर से अचानक आ गए हैं और पूरी सरकार पीएम मोदी के नाम पर चलने के कारण ही ये बड़े-बड़े पद पर आ गए. लेकिन जो रगड़ाई होती है, जिस प्रकार से नेता की ग्रूमिंग होती है, उसके बाद में वो कोई पद भी प्राप्त करते हैं तो फिर वह जिम्मेदारी के साथ काम करते हैं.