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CM गहलोत ने पेंडिंग केसों को लेकर जताई चिंता, कहा- यदि समय पर न्याय नहीं मिलता है तो वह न्याय नहीं मिलने के बराबर है - CM Ashok Gehlot on Constitution Day

70वें संविधान दिवस के अवसर पर जयपुर के बिरला सभागार में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बकाया केसों को लेकर चिंता जताई और कहा कि यदि लोगों को समय पर न्याय नहीं मिलता है तो वह न्याय नहीं मिलने के बराबर है. इसके लिए सभी पार्टियों को मिलकर सोचना होगा.

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CM गहलोत ने पेंडिंग केसों को लेकर जताई चिंता
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Published : Nov 26, 2019, 3:32 PM IST

जयपुर. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और विधि एवं विधिक कार्य विभाग राजस्थान की ओर से संविधान दिवस के अवसर पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायाधीश सबीना ने की. कार्यक्रम में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता भी मौजूद थे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में पेंडिंग केसों को लेकर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि यदि समय पर लोगों को न्याय नहीं मिलता है तो वह न्याय नहीं मिलने के बराबर है. केंद्र सरकार को आगे आकर इस बारे में सोचना होगा और सिस्टम में जो खामियां है, वो दूर करनी होगी. राज्य इसमें सहयोग करेंगे.

CM गहलोत ने पेंडिंग केसों को लेकर जताई चिंता

उन्होंने कहा कि जब राज्य में ही लोअर कोर्ट में 17 लाख से ज्यादा केस बकाया है तो आप समझ सकते हैं कि पूरे देश में क्या स्थिति होगी. यह बेहद चिंताजनक स्थिति है और सभी पार्टियों को एक साथ बैठकर इस बारे में चर्चा करनी होगी और उसके लिए हल निकालना होगा. ताकि लोगों को समय पर न्याय मिल सके.

यह भी पढ़ें : खास बातचीत : कानूनविद् अश्विनी कुमार बोले - हमारी राजनीति संविधान के मूल्यों के अनुसार नहीं

सीएम गहलोत ने कहा कि कई देशों के संविधान का अध्ययन करने के बाद ही हमारे देश का संविधान बनाया गया और यह अनेकता में एकता का संदेश देता है. डॉ. बीआर अंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, राजेंद्र प्रसाद ने जो सपना देखा, उसी के अनुसार संविधान बनाया गया. संविधान की मूल भावना के अनुसार ही न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका अपना काम कर रही है.

यह भी पढ़ें : स्पेशल रिपोर्टः भारतीय संविधान में राजस्थान के हस्तशिल्प कलाकार की कारीगरी

गहलोत ने कहा कि 28 और 29 नवंबर को प्रदेश में विधानसभा सत्र बुलाया जा रहा है और यह केवल उत्तर प्रदेश और राजस्थान में ही ऐसा किया जा रहा है. इसके लिए भारत सरकार की एडवाइजरी थी. इसमें संविधान को लेकर भी चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि यदि आम नागरिक संविधान का सम्मान करना सीख जाए तो कई समस्याएं है जो अपने आप ही खत्म हो जाएगी.

जोधपुर में हाईकोर्ट की बनी है भव्य बिल्डिंग

मुख्यमंत्री गहलोत ने पेंडिंग चल रहे केसों को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट में 3 लाख 80 हजार और लोअर कोर्ट में 17 लाख से ज्यादा केस पेंडिंग चल रहे हैं. हाईकोर्ट में जजों की भी कमी है. उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा सत्र में इस पर चर्चा की जाएगी कि किस तरह से विधायिका और कार्यपालिका मिलकर न्याय पालिका की मदद कर सकती है. उन्होंने कहा कि जोधपुर में हाईकोर्ट भवन की शानदार बिल्डिंग बनी है, जिसका उद्घाटन करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति और सीजेआई जोधपुर आने वाले हैं.

आज हम पाकिस्तान से कहीं आगे

पाकिस्तान का जिक्र करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान साथ में बने थे. लेकिन पाकिस्तान में कई बार सैनिकों का शासन देखने को मिला. वहां कई प्रधानमंत्री भी जेल जा चुके हैं. जब देश आजाद हुआ, तब कुछ भी नहीं था. जब पंडित नेहरू प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने संविधान की मूल भावना के अनुसार शासन किया और आज देश कहां है, हम सब जानते हैं.

जयपुर. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और विधि एवं विधिक कार्य विभाग राजस्थान की ओर से संविधान दिवस के अवसर पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायाधीश सबीना ने की. कार्यक्रम में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता भी मौजूद थे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में पेंडिंग केसों को लेकर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि यदि समय पर लोगों को न्याय नहीं मिलता है तो वह न्याय नहीं मिलने के बराबर है. केंद्र सरकार को आगे आकर इस बारे में सोचना होगा और सिस्टम में जो खामियां है, वो दूर करनी होगी. राज्य इसमें सहयोग करेंगे.

CM गहलोत ने पेंडिंग केसों को लेकर जताई चिंता

उन्होंने कहा कि जब राज्य में ही लोअर कोर्ट में 17 लाख से ज्यादा केस बकाया है तो आप समझ सकते हैं कि पूरे देश में क्या स्थिति होगी. यह बेहद चिंताजनक स्थिति है और सभी पार्टियों को एक साथ बैठकर इस बारे में चर्चा करनी होगी और उसके लिए हल निकालना होगा. ताकि लोगों को समय पर न्याय मिल सके.

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सीएम गहलोत ने कहा कि कई देशों के संविधान का अध्ययन करने के बाद ही हमारे देश का संविधान बनाया गया और यह अनेकता में एकता का संदेश देता है. डॉ. बीआर अंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, राजेंद्र प्रसाद ने जो सपना देखा, उसी के अनुसार संविधान बनाया गया. संविधान की मूल भावना के अनुसार ही न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका अपना काम कर रही है.

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गहलोत ने कहा कि 28 और 29 नवंबर को प्रदेश में विधानसभा सत्र बुलाया जा रहा है और यह केवल उत्तर प्रदेश और राजस्थान में ही ऐसा किया जा रहा है. इसके लिए भारत सरकार की एडवाइजरी थी. इसमें संविधान को लेकर भी चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि यदि आम नागरिक संविधान का सम्मान करना सीख जाए तो कई समस्याएं है जो अपने आप ही खत्म हो जाएगी.

जोधपुर में हाईकोर्ट की बनी है भव्य बिल्डिंग

मुख्यमंत्री गहलोत ने पेंडिंग चल रहे केसों को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट में 3 लाख 80 हजार और लोअर कोर्ट में 17 लाख से ज्यादा केस पेंडिंग चल रहे हैं. हाईकोर्ट में जजों की भी कमी है. उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा सत्र में इस पर चर्चा की जाएगी कि किस तरह से विधायिका और कार्यपालिका मिलकर न्याय पालिका की मदद कर सकती है. उन्होंने कहा कि जोधपुर में हाईकोर्ट भवन की शानदार बिल्डिंग बनी है, जिसका उद्घाटन करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति और सीजेआई जोधपुर आने वाले हैं.

आज हम पाकिस्तान से कहीं आगे

पाकिस्तान का जिक्र करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान साथ में बने थे. लेकिन पाकिस्तान में कई बार सैनिकों का शासन देखने को मिला. वहां कई प्रधानमंत्री भी जेल जा चुके हैं. जब देश आजाद हुआ, तब कुछ भी नहीं था. जब पंडित नेहरू प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने संविधान की मूल भावना के अनुसार शासन किया और आज देश कहां है, हम सब जानते हैं.

Intro:जयपुर। 70 वें संविधान दिवस पर जयपुर के बिरला सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बकाया केसों को लेकर चिंता जताई और कहा कि यदि लोगों को समय पर न्याय नहीं मिलता है तो वह न्याय नहीं मिलने के बराबर है और इसके लिए सभी पार्टियों को मिलकर सोचना होगा।


Body:राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और विधि एवं विधिक कार्य विभाग राजस्थान की ओर से संविधान दिवस के अवसर पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायाधिपति सबीना ने की। कार्यक्रम में मुख्य सचिव डी बी गुप्ता भी मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में पेंडिंग केसों को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यदि समय पर लोगों को न्याय नहीं मिलता है तो यह न्याय नहीं मिलने के बराबर है। केंद्र सरकार को आगे आकर इस बारे में सोचना होगा और सिस्टम में जो खामियां है वो दूर करनी होगी। राज्य इसमें सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि जब राज्य में ही लोअर कोर्ट में 17 लाख से ज्यादा केस बकाया है तो आप समझ सकते हैं कि पूरे देश में क्या स्थिति होगी। यह बेहद चिंताजनक स्थिति है और सभी पार्टियों को एक साथ बैठकर इसके बारे में चर्चा करनी होगी और उसके लिए हल निकालना होगा ताकि लोगों को समय पर न्याय मिल सके।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कई देशों के संविधान का अध्ययन करने के बाद ही हमारे देश का संविधान बनाया गया और यह अनेकता में एकता का संदेश देता है अंबेडकर, नेहरू, सरदार पटेल, राजेंद्र प्रसाद ने जो सपना देखा उसी के अनुसार संविधान बनाया गया। संविधान की मूल भावना के अनुसार ही न्यायपालिका विधायिका और कार्यपालिका अपना काम कर रही है।
पाकिस्तान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा हिंदुस्तान और पाकिस्तान साथ मे बने थे, लेकिन पाकिस्तान में कई बार सैनिकों का शासन देखने को मिला। वहां कई प्रधानमंत्री भी जेल जा चुके हैं एक प्रधानमंत्री को तो पहले जेल भेजा गया और फिर उन्हें फांसी दे दी गई। जब देश आजाद हुआ तब कुछ भी नहीं था। जब प्रधानमंत्री पंडित नेहरु बने तो उन्होंने संविधान की मूल भावना के अनुसार शासन किया और आज देश कहां है हम सब जानते हैं।
गगहलोत ने कहा कि 28 और 29 नवंबर को प्रदेश में विधानसभा सत्र बुलाया जा रहा है और यह केवल उत्तर प्रदेश और राजस्थान में ही ऐसा किया जा रहा है। इसके लिए भारत सरकार की एडवाइजरी थी। इसमें संविधान को लेकर भी चर्चा की जाएगी उन्होंने कहा कि यदि आम नागरिक संविधान का सम्मान करना सीख जाए तो कई समस्या है तो अपने आप ही खत्म हो जाएगी।
पेंडिंग केसों को लेकर जताई चिंता-
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेंडिंग चल रहे पैसों को लेकर भी चिंता जताई उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट में 3 लाख 80 हजार और लोअर कोर्ट में 17 लाख से ज्यादा केस पेंडिंग चल रहे हैं। हाई कोर्ट में जजों की भी कमी है उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा सत्र में इस पर चर्चा की जाएगी कि किस तरह से विधायक और कार्यपालिका मिलकर न्याय पालिका की मदद कर सकती है उन्होंने कहा कि जोधपुर में हाईकोर्ट के शानदार बिल्डिंग बनी है उसका उद्घाटन करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति और सीजीआई जोधपुर आने वाले हैं।
सिस्टम में है खामियों-
सीएम गहलोत ने कहा कि सिस्टम में कहीं ना कहीं खामियां हैं सरकारी कई आई और गई मैं किसी विशेष सरकार की बात नहीं कर रहा। क्या कमी है कि हम लोग हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति नहीं कर पा रहे हैं


बाईट सीएम अशोक गहलोत


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