जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सोमवार को विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी समाज के लिए कई योजनाओं का शिलान्यास वीसी के दौरान किया. इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि वह प्राचीन स्मारकों और धार्मिक स्थलों का संरक्षण करे. इसलिए राजस्थान हेरिटेज प्रोटेक्शन अथॉरिटी बनी हुई है, जो राजस्थान में ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण करती है.
इसी तरह से आदिवासि क्षेत्रों में कई जगह ऐसी हैं, जो धरोहर के रूप में हैं. ऐतिहासिक स्मारकों के रूप में अभी भी इसी तरह की धरोहर पर पिछले दिनों एक विवाद पैदा हो गया था. जिसे हमारे विधायक रामकेश मीणा ने बहुत अच्छे ढंग से उठाया था.
सीएम गहलोत ने कहा कि जयपुर के पास में आमागढ़ पहाड़ियों में इसी तरह से कुछ लोग माहौल खराब कर रहे थे. कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो धर्म के बीच में, जाति के बीच में, वर्ग के बीच में और संप्रदाय के बीच में कैसे फूट पैदा हो यह कोशिश करते हैं. वहां पर भी यह कोशिश हुई, लेकिन हमारे विधायक रामकेश मीणा ने बहुत अच्छे ढंग से इस पूरे मामले को हल किया.
सीएम गहलोत ने कहा कि वैसे भी आदिवासी क्षेत्र में कई ऐतिहासिक स्थल बने हुए हैं, जिनमें वनेश्वर धाम अपने आप में एक ऐतिहासिक है. जहां पर हम ओवर ब्रिज बना रहे हैं, वनेश्वर धाम के लिए विकास बॉडी बना दी है. सीएम गहलोत ने कहा कि ऐसी कई धरोहर हैं, उनका प्रोटेक्शन कैसे हो इसको लेकर हमारे सीएम प्रिंसिपल सेकेट्री ने आर्ट एंड कल्चरल सेकेट्री से बात कर ली है. हम दिखा रहे कि किस तरीके से इसको बेहतर किया जा सकता है. इन धरोहर का किस तरह प्रोटेक्शन करें यह हमारी कोशिश है.
पिछले दिनों हुआ था आमागढ़ विवाद...
हम आपको बता दें कि आमागढ़ शिव भगवान के मंदिर में भगवा ध्वज हटाने को लेकर पिछले दिनों काफी बड़ा विवाद हो गया था. जिसमें राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मीणा समाज का झंडा फहराया था. इस मामले में कई आरोप-प्रत्यारोप लगे थे. भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और कांग्रेस के विधायक रामकेश मीणा ने एक दूसरे के ऊपर अलग-अलग तरह के आरोप भी लगाए थे.