जयपुर. कोरोना वैक्सीन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार एक बार फिर निशाना साधा है. सीएम गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार ने निजी क्षेत्र में वैक्सीन की अनुमति देकर गरीब तबके के साथ भेदभाव किया है, जबकि केंद्र सरकार को सभी के लिए निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध करवानी चाहिए.
सीएम गहलोत ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन पूरे देश के लिए फ्री होना चाहिए. केन्द्र सरकार को आयु वर्ग के आधार पर जनता में भेदभाव नहीं करना चाहिए. केन्द्र सरकार ने प्राइवेट सेक्टर को वैक्सीन लगाने की अनुमति दी है, इसलिए सक्षम लोग स्वयं ही वहां पैसे देकर वैक्सीन लगवा सकेंगे. बाकी सभी के लिए केन्द्र सरकार को निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध करवानी चाहिए.
गहलोत ने कहा कि कोविड महामारी की यह सेकेंड वेव बेहद खतरनाक है, जिसमें संक्रमण दर और मृत्यु दर दोनों बहुत अधिक है. रोगियों को दवाई और ऑक्सीजन की पूर्ति तक समय पर नहीं हो पा रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि महामारी की थर्ड वेव भी आ सकती है. इन हालातों की फिर पुनरावृति ना हो, इसके लिए बेहद जरूरी है कि सभी को जल्द से जल्द वैक्सीन लगनी चाहिए.
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सीएम गहलोत ने कहा कि इसके लिए मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगों के लिए भी फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा करेंगे. जिससे सभी नागरिकों को वायरस से सुरक्षा मिल सकेगी.
बता दें कि केंद्र सरकार ने प्राइवेट सेक्टर में कोरोना वैक्सीन लगाने की अनुमति दे दी है. जिसमें किसी तरह की कोई आयु सीमा भी निर्धारित नहीं की है. ऐसे में अब अपने पैसे से कोई भी व्यक्ति किसी भी अस्पताल में जाकर कोरोना का टीका लगवा सकता है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसी को आधार बनाते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि केंद्र सरकार ने जो पैसे वाले लोग हैं, उनके लिए तो प्राइवेट सेक्टर में वैक्सीन लगाने की छूट देकर बड़ी राहत दी है. जबकि आम आदमी और गरीब तबके के लोगों के लिए सरकार ने अभी तक फ्री वैक्सीन की घोषणा नहीं की है.