जयपुर. फोन टैपिंग को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. सीएम गहलोत ने कहा कि डेमोक्रेसी में बर्दाश्त करना सीखना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से आज दिल्ली में जो सरकार है, उसके राज में ज्यूडिशरी, ईडी, इनकम टैक्स सब पर दबाव है. लोगों में फोन टैपिंग का डर है, जो डेमोक्रेसी में क्राइम है.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में जो माहौल है, उसमें अविश्वास का भय पैदा कर दिया है. समाज में कई तरह के लोग हैं, कुछ बर्दाश्त करने वाले हैं, तो कोई बर्दाश्त नहीं करता है, जबकि डेमोक्रेसी में बर्दाश्त करना आना चाहिए.
आज अविश्वास का डर
लोगों में इस बात को लेकर डर है कि कहीं उनका फोन टैप तो नहीं हो रहा है. किसी से भी फोन पर बात करो, फिर वो ब्यूरोक्रेसी से हो, राजनेता हो, ज्यूडिशरी से हो या बिजनेसमैन हो. सबके मन में डर बना हुआ है. ये हालात लोकतंत्र की नजर में अपराध है.
फोन टैपिंग जारी है
अशोक गहलोत ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हम पहले से कहते आ रहे हैं कि फोन टैप हो रहे हैं. अब तो पेगासस आ गया, इसमें भी साफ हो गया है. सीएम ने कहा कि इन सब बातों में सच्चाई भी सामने आ रही है, अब सुप्रीम कोर्ट देख रहा है इस पूरे मामले को. जल्द ही सब कुछ सामने आएगा. आपको बता दें कि पेगासस में कई खुलासे हुए थे, जिसमें बताए गए थे कि किस तरीके से बड़ी संख्या में प्रमुख नेताओं के फोन टैप किए जा रहे हैं.
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इसके बाद से चाहे ब्यूरोक्रेसी हो, राजनेता हो सभी में एक अविश्वास का माहौल पैदा हो गया है. लोगों को आपस में साधारण फोन पर बात करने से डर लगता है कि कहीं उनका फोन टेप तो नहीं हो रहा है. ऐसे में अब फोन पर बात करने का जरिया या तो व्हाट्सएप कॉल हो गया है या अन्य एप्लीकेशन के जरिए बात की जा रही है.
मैं मुखिया हूं, तो जिम्मेदारी मेरी है
सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है. मैं मुख्यमंत्री के साथ गृह विभाग का मुखिया भी हूं, तो ऐसे में मेरी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है.
लोगों को समय पर न्याय मिले यह जरूरी है. अशोक गहलोत ने कहा कि 130 करोड़ की आबादी में जब हमें यह जिम्मेदारी मिली है, तो समझना चाहिए कि लोगों की अपेक्षाओं पर हम किस तरह से खरे उतरें.