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CM Gehlot took the meeting: सड़क हादसों में परिवारों का बिखरना अत्यंत दुखद , सड़क सुरक्षा नियमों की हो कड़ाई से पालना- मुख्यमंत्री

राजस्थान में लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर गहलोत सरकार एक्शन में आ गई है. सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot instructed) ने मंगलवार को सीएमआर में बैठक लेते हुए निर्देश दिए हैं कि यातायात के नियमों की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.

CM Ashok Gehlot instructed
सड़क सुरक्षा नियमों की हो कड़ाई से पालना
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Published : Apr 19, 2022, 10:22 PM IST

जयपुर. प्रदेश में लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर अब गहलोत सरकार सख्त हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ कर दिया है कि यातायात नियमों की पालना नहीं करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए . उन्होंने कहा सड़क हादसों में परिवार का बिखराव अत्यंत दुखद (CM Gehlot expressed concern over road accidents) है , सड़क सुरक्षा नियमों की कड़ाई से पालना होनी चाहिए.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में सड़क हादसों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इनकी रोकथाम के लिए सड़क सुरक्षा नियमों की (strict action against those who do not follow traffic rule)कड़ाई से पालना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं . उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कई बार पूरा परिवार खत्म हो जाता है . इसकी पीड़ा वही महसूस कर सकता है , जिसने हादसों में अपने प्रियजनों को गंवाया हो.

सीएमआर में रोड सेफ्टी पर मंथनः सीएम गहलोत मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने तथा इनसे होने वाली जनहानि रोकने के लिए उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई. मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटना में होने वाली प्रत्येक मौत विचलित करने वाली होती है . प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में प्रतिवर्ष 10 हजार से अधिक व्यक्तियों की असामयिक मौत होना चिंता का विषय है. ऐसे में, हर व्यक्ति की जान को बचाना और सड़क दुर्घटनाएं रोकना राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है.

पढ़ेंः मनसा माता के दर्शन करके लौट रही सवारियों से भरी पिकअप पलटी, 11 लोगों की मौत

सख्ती से हो कार्रवाईः मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आधुनिक तकनीकों और अन्य राज्यों में हुए नवाचारों का उपयोग करते हुए ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, शराब पीकर वाहन चलाने आदि पर सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही घटिया हेलमेट की (CM Ashok Gehlot instructed) बिक्री पर प्रभावी रोक लगाएं . उन्होंने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस पूरे परीक्षण के बाद ही जारी किया जाए . गहलोत ने कहा कि सड़क हादसों पर रोकथाम के लिए विशेषज्ञों की एक टीम बनाकर राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन संचालन को सुरक्षित बनाने की दिशा में पहल की जाए . लोगों को नियमों की पालना के लिए जागरूक किया जाए.

सरकार की अपीलः गहलोत ने प्रदेशवासियों से सड़क सुरक्षा नियमों की पालना करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति वाहन चलाते समय नियमों की आवश्यक रूप से पालना करे. यह उनके जीवन की रक्षा के लिए बेहद जरूरी है.मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन और (Instructions given to officers to be strict) वाहन चालन में लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें, ताकि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके.

पढ़ेंः ट्रक की टक्कर के बाद कार में लगी आग, तीन लोग जिंदा जले

लापरवाही बनी जान की दुश्मनः अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन अभय कुमार ने प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि राज्य में वर्ष 2021 में 20 हजार 951 सड़क दुर्घटनाओं में 10 हजार 43 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है. उन्होंने बताया कि इनमें से 82 प्रतिशत तेज गति से वाहन चलाने, 5 प्रतिशत गलत दिशा में वाहन चलाने और 13 प्रतिशत मौतें नशे के साथ मोबाइल फोन के उपयोग सहित अन्य कारणों से हुई हैं. इस अवसर पर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव, परिवहन राज्यमंत्री बृजेन्द्र सिंह ओला, गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव, मुख्य सचिव ऊषा शर्मा, पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर, प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोरा, प्रमुख शासन सचिव पीडब्ल्यूडी नवीन महाजन, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया, एडीजी यातायात वीके सिंह आदि मौजूद थे.

जयपुर. प्रदेश में लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर अब गहलोत सरकार सख्त हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ कर दिया है कि यातायात नियमों की पालना नहीं करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए . उन्होंने कहा सड़क हादसों में परिवार का बिखराव अत्यंत दुखद (CM Gehlot expressed concern over road accidents) है , सड़क सुरक्षा नियमों की कड़ाई से पालना होनी चाहिए.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में सड़क हादसों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इनकी रोकथाम के लिए सड़क सुरक्षा नियमों की (strict action against those who do not follow traffic rule)कड़ाई से पालना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं . उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कई बार पूरा परिवार खत्म हो जाता है . इसकी पीड़ा वही महसूस कर सकता है , जिसने हादसों में अपने प्रियजनों को गंवाया हो.

सीएमआर में रोड सेफ्टी पर मंथनः सीएम गहलोत मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने तथा इनसे होने वाली जनहानि रोकने के लिए उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई. मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटना में होने वाली प्रत्येक मौत विचलित करने वाली होती है . प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में प्रतिवर्ष 10 हजार से अधिक व्यक्तियों की असामयिक मौत होना चिंता का विषय है. ऐसे में, हर व्यक्ति की जान को बचाना और सड़क दुर्घटनाएं रोकना राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है.

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सख्ती से हो कार्रवाईः मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आधुनिक तकनीकों और अन्य राज्यों में हुए नवाचारों का उपयोग करते हुए ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, शराब पीकर वाहन चलाने आदि पर सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही घटिया हेलमेट की (CM Ashok Gehlot instructed) बिक्री पर प्रभावी रोक लगाएं . उन्होंने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस पूरे परीक्षण के बाद ही जारी किया जाए . गहलोत ने कहा कि सड़क हादसों पर रोकथाम के लिए विशेषज्ञों की एक टीम बनाकर राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन संचालन को सुरक्षित बनाने की दिशा में पहल की जाए . लोगों को नियमों की पालना के लिए जागरूक किया जाए.

सरकार की अपीलः गहलोत ने प्रदेशवासियों से सड़क सुरक्षा नियमों की पालना करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति वाहन चलाते समय नियमों की आवश्यक रूप से पालना करे. यह उनके जीवन की रक्षा के लिए बेहद जरूरी है.मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन और (Instructions given to officers to be strict) वाहन चालन में लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें, ताकि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके.

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लापरवाही बनी जान की दुश्मनः अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन अभय कुमार ने प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि राज्य में वर्ष 2021 में 20 हजार 951 सड़क दुर्घटनाओं में 10 हजार 43 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है. उन्होंने बताया कि इनमें से 82 प्रतिशत तेज गति से वाहन चलाने, 5 प्रतिशत गलत दिशा में वाहन चलाने और 13 प्रतिशत मौतें नशे के साथ मोबाइल फोन के उपयोग सहित अन्य कारणों से हुई हैं. इस अवसर पर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव, परिवहन राज्यमंत्री बृजेन्द्र सिंह ओला, गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव, मुख्य सचिव ऊषा शर्मा, पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर, प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोरा, प्रमुख शासन सचिव पीडब्ल्यूडी नवीन महाजन, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया, एडीजी यातायात वीके सिंह आदि मौजूद थे.

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