जयपुर. सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को जयपुर वासियों को दो चौपाटियों की सौगात दी. मुख्यमंत्री ने जयपुर चौपाटी प्रताप नगर, प्रताप एवेन्यू और मानसरोवर चौपाटी का लोकार्पण किया. साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रताप नगर में निर्माणाधीन कोचिंग हब प्रोजेक्ट का भी निरीक्षण किया. सीएम ने कोचिंग हब को देश के लिए नवाचार बताया तो जयपुर चौपाटियों से शहर के टूरिज्म को बढ़ावा मिलने की बात कही.
जयपुर के अलावा जोधपुर और कोटा में इसी तरह की चौपाटी अंडर कंस्ट्रक्शन है, जबकि उदयपुर में नई चौपाटी बनाए जाने की प्लानिंग की जा रही है. देश-विदेश के लजीज व्यंजनों का शहरवासी अब एक ही छत के नीचे स्वाद ले सकेंगे. जयपुर में सोमवार से दो चौपाटियों की शुरुआत हुई. जहां फास्ट फूड, इटेलियन फूड, कॉन्टीनेंटल फूड, साउथ इंडियन फूड, राजस्थानी फूड, स्वीट्स, आईस्क्रीम, ज्यूसेज, शेक्स, छाछ, लस्सी सहित तमाम खाने-पीने की सामग्री मिलेंगी.
चौपाटी प्रताप नगर | कार्य शुरू करने की तिथि | कार्य पूर्ण करने की तिथि | भूखंड का क्षेत्रफल | प्रताप एवेन्यू की लंबाई | दुकान का माप | निर्मित दुकानों की संख्या | आगंतुकों के बैठने की व्यवस्था | पार्किंग |
परियोजना - 8 करोड़ 45 लाख | 27 नवंबर 2019 | 25 अक्टूबर 2021 | 3780 वर्ग मीटर | 700 मीटर | 3.0 × 6.0 मीटर | 28 | 220 | बिल्डिंग बायलॉज के अनुरूप |
चौपाटी मानसरोवर | कार्य शुरू करने की तिथि | कार्य पूर्ण करने की तिथि | भूखंड का क्षेत्रफल | दुकान का माप | निर्मित दुकानों की संख्या | आगंतुकों के बैठने की व्यवस्था | पार्किंग |
परियोजना - 7 करोड़ 80 लाख | 27 नवंबर 2019 | 25 अक्टूबर 2021 | 2436.36 वर्ग मीटर | 3.0 × 6.0 मीटर | 22 | 200 | बिल्डिंग बायलॉज के अनुरूप |
इन चौपाटियों की शुरुआत करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने यहां मौजूद सभी दुकानों का जायजा लिया. साथ ही दुकान संचालकों से उनके व्यंजनों के बारे में भी जानकारी ली. इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि चौपाटी का नया कंसेप्ट जयपुर में देखने को मिला है. इससे हर नागरिक प्रभावित हो रहा है. जयपुर अपने आप में टूरिस्ट के लिए बड़ा डेस्टिनेशन है, और जयपुर चौपाटी से टूरिज्म को और बढ़ावा मिलेगा. अब उम्मीद यही है कि ये कंसेप्ट राजस्थान भर में जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजस्थान टूरिज्म का हब है. इसे मद्देनजर रखते हुए इस बार टूरिज्म का बजट बढ़ाते हुए 500 करोड़ रखा गया है. सीएम ने हाउसिंग बोर्ड के काम की तारीफ करते हुए कहा कि ये टूरिज्म डिपार्टमेंट के लिए बड़ी सौगात होगी. जहां अट्रैक्शन होता है, वहां पर्यटक स्वतः पहुंचने लगता है.
इस दौरान पीएम ने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर तंज कसे हुए कहा कि पिछली सरकार में रोडवेज और हाउसिंग बोर्ड बंद होने की कगार पर आ गए थे. लेकिन कांग्रेस सरकार ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को एक टास्क दिया कि किसी भी कीमत पर हाउसिंग बोर्ड बंद नहीं होना चाहिए. आज आलम ये है कि हाउसिंग बोर्ड ने अपने पेंडिंग मकानों में से अधिकांश को बेच दिया है और रेवेन्यू भी जनरेट किया है. इसी रेवेन्यू का दोबारा इन्वेस्टमेंट भी हो रहा है.
वहीं प्रताप नगर में बन रही कोचिंग हब की कार्य प्रगति देखने के बाद सीएम ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड ही प्रताप नगर में कोचिंग हब भी बना रहा है. ये पूरे देश में एक नवाचार है. इससे कोचिंग में जाने वाले छात्रों को बहुत बड़ी सुविधा मिल जाएगी. आगे चलकर हाउसिंग बोर्ड और मजबूत होकर गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों के मकान के सपने को पूरा करने का काम करेगा. इस दौरान सीएम ने हाउसिंग बोर्ड के पहले अध्यक्ष स्वर्गीय द्वारकादास को भी याद किया.
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हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने बताया कि यहां जिस तरह के व्यंजनों की श्रृंखला को एकत्रित किया है, वो देखने लायक है. जिसकी सराहना सीएम अशोक गहलोत ने भी की. इसके साथ ही यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर, शॉप्स और सुविधाओं की भी तारीफ की. आयुक्त ने बताया कि यहां पूरे नवंबर और हर वीकेंड पर लाइव बैंड की प्रस्तुति रहेगी. ये देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा. उन्होंने बताया कि वर्तमान में जोधपुर और कोटा में इसी तरह की चौपाटी निर्माणाधीन है. जल्द उदयपुर में भी इस कंसेप्ट पर वर्क किया जाएगा. उन्होंने कोचिंग हब के बारे में बताया कि इसे विदेशी यूनिवर्सिटी के कैंपस के रूप में विकसित किया जा रहा है.
यहां कोचिंग के साथ-साथ छात्रों के वैलनेस का पूरा ध्यान रखते हुए सुविधाएं दी जा रही हैं. इसके साथ ही छात्रों के लिए पीजी और गेस्ट हाउस बन सके इसके लिए 4 प्लॉट आरक्षित किए गए हैं. जल्द इनका ऑक्शन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कोचिंग हब प्रोजेक्ट का खर्चा बाहर बनाए जा रहे 90 शोरूम के ऑक्शन से निकाला जाएगा. ये प्रोजेक्ट दो चरणों में तैयार हो रहा है. पहले चरण में 5 टावर बन रहे हैं. दूसरे चरण में 3 टावर बनेंगे. जिसका काम मई में शुरू कर दिया जाएगा. यहां 100 से ज्यादा कोचिंग सेंटर में 70 हज़ार से ज्यादा छात्र पढ़ सकेंगे और इससे शहर की यातायात व्यवस्था भी प्रभावित नहीं होगी.