जयपुर. राजधानी जयपुर को एक और नए लेपर्ड सफारी की सौगात मिली है. रविवार को दूसरे लेपर्ड रिजर्व का शुभारंभ हो गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीएमआर से आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व (Amagarh Leopard Safari) का वर्चुअल उद्घाटन किया. उद्घाटन कार्यक्रम में वन मंत्री हेमाराम चौधरी, मुख्य सचिव उषा शर्मा, प्रमुख सचिव शेखर अग्रवाल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक डीएन पांडेय, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर, स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड के सदस्य सुनील मेहता और धीरेंद्र गोदा मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लेपर्ड सफारी की शुरुआत होने से पर्यटन और इको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. बहुत खुशी की बात है कि इंटरनेशनल बायोडायवर्सिटी डे के अवसर पर लेपर्ड सफारी की शुरुआत हुई. सीएम ने कहा कि ईको टूरिज्म पर भी ध्यान रखने की जरूरत है. फॉरेस्ट एरिया को बढ़ाने की आवश्यकता है. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि लेपर्ड रिजर्व से रोजगार और पर्यटन में वृद्धि के साथ ही पर्यावरण संरक्षण भी होगा.
वन विभाग के एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व में विभिन्न प्रकार के वन्यजीव मौजूद है. इनमें लेपर्ड विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा. लेपर्ड के अलावा जरख, जैकाल, नीलगाय, लोमड़ी समेत अन्य प्रजातियों के वन्यजीव मौजूद हैं. विभिन्न प्रजातियों के पक्षी भी लेपर्ड रिजर्व में देखने को मिलेंगे. करीब 200 प्रकार के पक्षी देखे गए हैं. आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व गलता तीर्थ स्थल के नजदीक है. पर्यटकों को गलता धाम के साथ कई प्राचीन किले भी देखने को मिलेंगे. आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व क्षेत्र में रघुनाथ किला, किशनगढ़ किला और आमागढ़ किला मौजूद है. झालाना की तरह यहां पर भी सुबह और शाम 2 शिफ्टों में सफारी करवाई जाएगी.
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गलता की पहाड़ियों में आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व 16.36 वर्ग किलोमीटर एरिया में फैला हुआ है. आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व में करीब 15 से अधिक लेपर्ड विचरण कर रहे हैं. जंगल वन्यजीवों के लिए करीब 7 वाटर पॉइंट बनाए गए हैं. जंगल में वन विभाग की ओर से वन्यजीव संरक्षण के कार्य किए गए हैं. जंगल में वाटर पॉइंट, ट्रैक, सुरक्षा चौकी, तलाई निर्माण समेत अन्य कार्य किये हैं. झालाना लेपर्ड रिजर्व के तर्ज पर आमागढ़ जंगल को विकसित किया गया है.
पहले दिन सफारी एलाउ नहीं
रविवार शाम को लेपर्ड सफारी का उद्घाटन हुआ है. पहले दिन पर्यटकों को लेपर्ड सफारी के लिए अलाउ नहीं किया गया. उद्घाटन की खबर सुनकर कई पर्यटक लेपर्ड सफारी के लिए आमागढ़ पहुंचे थे. लेकिन पहले दिन लेपर्ड सफारी अलाउ नहीं किए जाने से उनमेें नाराजगी देखने को मिली. इस मामले को लेकर एसीएफ जगदीश गुप्ता ने कहा कि आज लेपर्ड सफारी का उद्घाटन हुआ है. पहले दिन पर्यटकों को झालाना में ही सफारी के लिए भेजा गया. अगले दिन से आमागढ़ में पर्यटक सफारी का आनंद ले सकेंगे.
पर्यटकों के लिए बनेगा आकर्षण का केंद्र
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जंगल में वन्यजीवों को पानी पीने के लिए जगह-जगह पर वाटर पॉइंट बनाए गए हैं. कैमरा ट्रैप के माध्यम से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. जंगल में लेपर्ड्स का मूवमेंट देखने को मिल रहा है. झालाना लेपर्ड रिजर्व पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है. काफी संख्या में पर्यटक लेपर्ड सफारी का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं. इसी तरह अब आमागढ़ भी पर्यटकों की पसंद बनेगा.
झालाना की तर्ज पर बनाई गई आमागढ़ लेपर्ड सफारी
राजधानी जयपुर के आसपास के जंगलों में लगातार बघेरो का कुनबा बढ़ता जा रहा है. जयपुर का झालाना लेपर्ड रिजर्व पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. झालाना जंगल में करीब 40 लेपर्ड्स हैं. झालाना जंगल 20 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. झालाना लेपर्ड रिजर्व की तर्ज पर ही आमागढ़ जंगल में सफारी शुरू की गई है.