जयपुर. लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर केंद्र और यूपी की सरकार (UP government) पर निशाना साधा. गहलोत ने कहा कि केंद्र राज्यमंत्री का जो बयान सामने आया है, वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह अपने गृह राज्य मंत्री से उनके इस तरह के बयान पर तत्काल प्रभाव से इस्तीफा लें.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर वीडियो मैसेज जारी किया. वीडियो में सीएम गहलोत ने कहा कि लखीमपुर में जो कुछ हुआ, उसने पूरे देश को हिला कर रख दिया. जिस रूप में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) ने जो कहा, वो देश ने सुना. वो कह रहे हैं कि मैं मंत्री सांसद बनने से पहले क्या था, इस बात को देखना चाहिए में जिस दिन चाहूंगा, उस दिन ऐसी स्थिति पैदा कर दूंगा कि आप यहां से भाग जाएंगे.
सीएम गहलोत ने कहा कि इस तरह की धमकी देना दुर्भाग्यपूर्ण है. 4 किसान और कुल 9 लोग मारे गए और मंत्री इस तरह की धमकी दे रहे हैं. गृह राज्यमंत्री को अपने इस तरह के बयान पर इस्तीफा देना चाहिए और अगर वो इस्तीफा नहीं दे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्तीफा ले कर मैसेज देना चाहिए. देश को किस दिशा में ले जाना चाह रहे हैं, यह समझ से परे हैं. मंत्री की स्पीच के अंदर ऐसे कमेंट कर रहे हैं, जो गृह मंत्री को शोभा नहीं देता.
सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) और राहुल गांधी पीड़ित परिवारों से मिलना चाहते थे. उनको रोकने की कोशिश की गई. यह दुखद है और समझ में नहीं आता है कि किसी भी तरह की घटना होती है तो विपक्षी पार्टी नहीं जाएगी तो कौन जाएगा ? विपक्षी पार्टी जाती है, वहां जनता की बात सुनती है तो उनको विश्वास होता. उनको लगता है कि न्याय होगा, उनकी भावना को सुना और समझा जाएगा लेकिन वर्तमान में लोकतंत्र की इन भावनाओं को दबाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री के कहा कि होना यह चाहिए कि अगर कोई पार्टी के नेता आते हैं तो सुरक्षा देनी चाहिए लेकिन उत्तर प्रदेश में विपक्षीय पार्टियों को रोकने की परंपरा बन गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मांग की कि सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्देश दिए हैं कि उन की पालना सरकार को तत्काल करनी चाहिए. पीड़ित परिवार को न्याय मिले, यह सुनिश्चित सरकार को करना चाहिए. सीएम गहलोत ने कहा कि आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, यह दुर्भाग्य पूर्ण है.