जयपुर. राजस्थान के उदयपुर में युवक की नृशंष हत्या (Udaipur murder case) के बाद पूरे देश मे उदयपुर की चर्चा हो रही है. घटना से साम्प्रदायिक तनाव न हो इसके चलते एहतियात के तौर पर पूरे राजस्थान में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. साथ ही पूरे प्रदेश में अगले 30 दिन के लिए धारा 144 लगा दी गई है. इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी अपना जोधपुर दौरा बीच में छोड़ आज करीब 10 बजे वापस जयपुर लौट (CM Ashok Gehlot cancels jodhpur visit) रहे हैं.
उदयपुर की घटना को लेकर जयपुर आते ही मुख्यमंत्री गृह विभाग की बैठक लेंगे, जिसमें प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा होगी. वैसे तो इस मामले में एएसआई पर कार्रवाई की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि इस मामले में कुछ और पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है. हालांकि अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री ही लेंगे.
पूरे प्रदेश में 24 घंटे इंटरनेट बंद- मुख्य सचिव उषा शर्मा की ओर से जारी आदेश के मुताबिक पूरे प्रदेश में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद रहेगा. साथ ही अगले 30 दिन के लिए धारा 144 प्रदेशभर में लागू की गई है. साथ ही पुलिस अधिकारियों की छुट्टियों को आगामी आदेश तक के लिए निरस्त कर दिया है. मुख्य सचिव ने सभी संभागीय आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि उदयपुर की घटना के वीडियो के मोबाइल और अन्य माध्यमों से प्रसार पर सख्ती से रोक लगाई जाए. साथ ही वीडियो को प्रसारित करने वाले लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि धर्म गुरुओं से अपील की जाए कि वे साम्प्रदायिक सौहार्द व शान्ति बनाए रखने में सहयोग करें.
घटना की जांच ऑफिसर स्कीम में होगीः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर की घटना की जांच ऑफिसर स्कीम के तहत करवाने की घोषणा की है. घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में युवक की हत्या के दोनों आरोपियों को राजसमंद से गिरफ्तार किया गया है. इस केस में अनुसंधान केस ऑफिसर स्कीम के तहत किया जाएगा एवं त्वरित अनुसंधान सुनिश्चित कर अपराधियों को न्यायालय कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं पुन: सभी से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं'.
सभी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की छुट्टी की निरस्त: कन्हैया लाल हत्याकांड के बाद अब पुलिस डैमेज कंट्रोल करती हुई नजर आ रही है. इस हत्याकांड के बाद डीजीपी एमएल लाठर ने सभी रेंज प्रभारी एडीजी को अग्रिम आदेश तक संबंधित रेंज मुख्यालय पर रहने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही तमाम पुलिस अधिकारियों और जवानों के अवकाश को निरस्त कर दिया गया है. साथ ही सभी जिलों के एसपी को अधिकारियों के साथ अपने अपने जिले में गश्त करने के लिए कहा गया है. वहीं सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले और घटना से संबंधित वीडियो वायरल करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए गए हैं. करौली और जोधपुर में हुए उपद्रव के बावजूद भी राजस्थान पुलिस गंभीर नजर नहीं आ रही है. जिस तरह से उदयपुर में नृशंस हत्या करने से पहले हत्यारों ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किया, उस पर पुलिस को तुरंत एक्शन लेना चाहिए था. लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही. हाल ही में प्रदेश में हुई उपद्रव की घटनाओं से पुलिस को सीख लेनी चाहिए थी.