जयपुर. नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा में पास हो गया है. वहीं इस बिल के पक्ष में 125 और विरोध में 105 वोट पड़े. बिल को लेकर राजधानी जयपुर में जोरदार जश्न मनाया गया. बता दें कि राजस्थानी में कई ऐसे शरणार्थी है जो पाकिस्तान से यहां पर आकर बसे है और उनके चेहरों पर खुशी की लहर देखने को मिली.
शरणार्थियों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर, ढ़ोल नगाड़ों पर नाच कर खुशी मनाई. शरणार्थियों ने मोदी के इस फैसले पर उनको बधाई भी दी. वहीं पाकिस्तान से भारत आए शरणार्थियों ने अपनी दास्ता बयां करते हुए कहा कि पाकिस्तान में भारतीयों को नीची नजर से देखा जाता था और गलत बर्ताव किया जाता था.
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शरणार्थी नंद लाल ने बताया कि पाकिस्तान में बच्चों को जबरदस्ती इस्लाम धर्म अपनाने को बोलते थे. वहां पर भारतीय लड़कियों को बाहर नहीं निकाला जाता था. पाकिस्तान में जबसदस्ती धर्म परिवर्तन करवाया जाता रहा है.
शरणार्थियों ने कहा कि भारत में जिस तरह से मुसलमान आजादी से रह रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान में भारतीयों को दुत्कार जाता था. उन्होंने ने कहा कि सालों से भारत में पलायन तो हो गया था, लेकिन नागरिकता नहीं होने के चलते नोकरी, बच्चों की पढ़ाई में दिक्कत आती थी. ऐसे में इस बिल के पास होने से अब जीवन जीने की खुशी मिली है.
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शरणार्थियों की पिछले 10 साल से देखभाल कर रहे जय आहूजा ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नागरिकता के लिए सालों से सरकार के दरवाजे खटखटाएं है और आज आखिरकार इन शरणार्थियों के लिए वो दरवाजे खुल गए और अब ये सभी राहत की सांस ले सकेंगे.