जयपुर. जालोर में रानीवाड़ा थाना क्षेत्र के रोड़ा गांव की बालिका को पानी नहीं मिलने के कारण मौत की घटना को राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने गंभीरता से लिया है. आयोग ने मामले में संज्ञान लेते हुए मामले की त्वरित जांच और कार्रवाई करवाने के जिला कलेक्टर जालोर को निर्देश दिए.
बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया, विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि एक बुजुर्ग अपनी पांच साल की नातिन (दोहिती) के साथ पैदल ही अपने रिश्तेदार के घर मिलने के लिए निकली थी. सूनसान कच्चे रास्ते में पानी नहीं मिलने से पांच साल के मासूम की तड़प-तड़प कर मौत हो गई. बुजुर्ग भी तेज गर्मी में बेहाल होकर बेहोश हो गई, जिसका उपचार रानीवाड़ा अस्पताल में चल रहा है. यह दिल दहला देने वाली घटना को आयोग ने गंभीरता से लेते हुए मामले की त्वरित जांच और कार्रवाई करवाने के लिए जिला कलेक्टर जालौर को निर्देश दिए हैं.
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उन्होंने बताया, जिला कलेक्टर को प्रेषित पत्र में मृतक बालिका के परिजनों को नियमानुसार सहायता राशि और योजनाओं का लाभ दिलवाने के साथ अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग को पूर्ण स्वास्थ्य लाभ के लिए उचित उपचार प्रदान करने हेतु लिखा गया है. साथ ही जिले में सभी शहरी, ग्रामीण और रेगिस्तानी क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं. ताकि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो. बेनीवाल ने आमजन से अपील की है कि इस समय भीषण गर्मी का वातावरण है. ऐसे में छोटे बच्चों को धूप में न रहने दें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ और अन्य पौष्टिक आहार दें, ताकि बच्चों का स्वास्थ्य ठीक रहे.