जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को सहकार सर्किल के पास महात्मा ज्योतिबा फुले की मूर्ति का अनावरण किया. गहलोत ने ज्योतिबा फुले की 194 जयंती के अवसर पर इस मूर्ति का अनावरण वर्चुअल माध्यम से किया. इस दौरान राजस्थान प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग और सर्व समाज के कार्यकर्ता मौजूद रहे.
प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग और अन्य पिछड़ा वर्ग सर्व समाज की ओर से कोविड-19 जागरूकता को लेकर एक पोस्टर का भी विमोचन किया गया. कोरोना बचाव के उपायों का पोस्टर पंपलेट भी जनता को बांटे गए. पूर्व सांसद करण सिंह यादव ने कहा कि आज ज्योतिबा फुले की 194 वी जयंती है और इस अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने उनकी मूर्ति का अनावरण किया है. कोविड जागरूकता का यह पोस्टर हर घर में लगाया जाएगा और इसके माध्यम से मास्क लगाने, 2 गज की दूरी रखने और हाथों को सैनिटाइज करने का संदेश दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें. मुख्यमंत्री गहलोत ने राजस्थान में कोरोना का रोका हुआ है, उसे नियंत्रित भी कर लिया गया था लेकिन अब कोरोना दूसरी लहर के रूप में आ चुका है. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस ओबीसी विभाग के प्रदेश संयोजक राजेंद्र सेन ने बताया कि गहलोत के अनुसार कोरोना को रोकने के लिए अकेले सरकार कुछ नहीं कर सकती. इसमें जनता का सहयोग भी आवश्यक है. इसलिए कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संदेश को पोस्टर के माध्यम से लोगो तक पहुंचाया जाएगा. ज्योतिबा फुले की जयंती पर सभी पिछड़ा वर्ग के लोगों ने यह संकल्प लिया है कि घर-घर जाकर लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक करेंगे.
आपको बता दें कि महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल 827 को पुणे में हुआ. समाज में जाति प्रथा, ऊंच-नीच, छुआछूत, अंधविश्वास, मृत्यु भोज बेमेल विधवा विवाह, विधवा प्रताड़ना की शिकायतों को दूर करने के लिए सतत संघर्ष किया. उन्होंने नारी शिक्षा, विधवा विवाह, किसानों मजदूरों के उत्थान के लिए लगातार काम किया. महात्मा ज्योतिबा फुले की स्थापित की गई मूर्ति की ऊंचाई 9 फीट 3 इंच और वजन 1050 किलोग्राम है. यह मूर्ति अष्टधातु से निर्मित है और 7 फीट के पेडेस्टल पर स्थापित की गई है.
नए स्थल पर चारों रेलिंग और चैन लिंक, बोलार्डवॉक वे का निर्माण, पौधारोपण आदि कार्य किया गया है. नए विकसित स्थल पर हेरिटेज, विद्युत पोल लगाकर विद्युतीकरण और प्रकाश व्यवस्था का कार्य भी पूरा किया गया है. पहले यह प्रतिमा 22 गोदाम सर्किल के बीच में स्थित थी. भवानी सिंह मार्ग- हवा सड़क पर निर्माणाधीन एलिवेटेड रोड से प्रभावित होने एवं यातायात सुधार के आवश्यक कार्य के मद्देनजर महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा को 22 गोदाम सर्किल के दक्षिणी भाग में स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया था. महात्मा ज्योतिबा फुले की नई मूर्ति स्थापित करने और अन्य विकास कार्यों के लिए जेडीए की ओर से 46. 78 लाख रुपए मंजूर किये गए थे.