जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) का स्वास्थ्य अब ठीक है. उन्होंने एक बार फिर वीसी (Virtual Conference) के माध्यम से मीटिंग (Virtual Meets) की शुरुआत कर दी है. 2 अक्टूबर को सूबे के मुखिया (CM Gehlot) प्रशासन गांव के संग (Prashasan Gaon Ke Sang) और प्रशासन शहरों के संग (Prashasan Shahron Ke Sang) कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे.
मतलब साफ है कि मुख्यमंत्री अब पूरी तरीके से एक्टिव हो चुके हैं ऐसे में हर किसी की नजर इस बात पर है कि मुख्यमंत्री कब दिल्ली जाते हैं और राजस्थान के राजनीतिक मसलों का ब्लूप्रिंट कब तैयार होता है. कहा जा रहा है कि 2 अक्टूबर को प्रशासन गांव के संग और शहरों के संग कार्यक्रम के बाद अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही मुख्यमंत्री दिल्ली जाएंगे और वहां कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर राजस्थान के लिए आगे का ब्लू प्रिंट तैयार करेंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) राहुल गांधी (Rahul Gandhi), प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) और सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) तीनों नेताओं से मुलाकात करेंगे.
कैबिनेट का विस्तार या फिर फेरबदल!
राजस्थान (Rajasthan) में भले ही लगातार कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expansion) या फेर बदल को लेकर चर्चाएं चल रही हों, लेकिन हकीकत यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) जब तक दिल्ली नहीं पहुंचेंगे तब तक कैबिनेट विस्तार की तस्वीर साफ नहीं होगा. तभी तय होगा कि कैबिनेट विस्तार होगा, फेरबदल होगा या फिर सभी मंत्रियों के इस्तीफे लेकर कैबिनेट का पुनर्गठन होगा.
बताया जा राह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कि कांग्रेस आलाकमान से अक्टूबर में प्रस्तावित मुलाकात ही फार्मूला तय करेगी पहले हफ्ते में मीटिंग के बाद ही अक्टूबर के पहले पखवाड़े में कैबिनेट को लेकर फैसले की उम्मीद की जा रही है.
सचिन पायलट का भविष्य भी होगा तय
राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट के भविष्य का फैसला भी अक्टूबर महीने में ही होगा. क्योंकि कांग्रेस के लिए अहम वह 19 विधायक नहीं है जो पायलट के साथ दिल्ली गए थे ,बल्कि महत्वपूर्ण सचिन पायलट हैं जिनका राजस्थान (Rajasthan) ही नहीं पूरे देश में प्रभाव है. ऐसे में सचिन पायलट का किरदार संगठन में एआईसीसी (AICC) के महासचिव के तौर पर होगा या फिर राजस्थान में उन्हें फिर से राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) की कुर्सी दी जाएगी यह फैसला अक्टूबर महीने में कर लिया जाएगा. कहा जा रहा है कि सचिन पायलट (Sachin Pilot) को अगर राजस्थान में कोई भूमिका नहीं मिलती है तो उन्हें एआईसीसी (AICC) में महासचिव (General Secretary) बनाकर गुजरात, पंजाब उत्तर प्रदेश या फिर नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों का प्रभारी बनाया जा सकता है.