जयपुर. हनुमानगढ़ जिले में दलित की हत्या को लेकर बीजेपी भले ही आंदोलन करने के मूड में हो, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री को लगता है कि बीजेपी इस तरह से विरोध-प्रदर्शन करके मूर्खता कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हनुमानगढ़ की घटना को लखीमपुर खीरी की घटना से तुलना करने पर बीजेपी को जमकर आड़े हाथों लिया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां तक कह दिया कि बीजेपी में मूर्ख लोग मुख्यमंत्री के दावेदार बन रहे हैं, उन बेवकूफों को घटना की वास्तविकता पता नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में बेवकूफों की कमी है क्या ? बीजेपी के नेता देश में बेवकूफी कर रहे हैं. बीजेपी वालों में इतना सा सेंस नहीं है कि हनुमानगढ़ की घटना अलग है और उत्तर प्रदेश के लखीमपुर की घटना अलग है. भाजपा दोनों की तुलना कैसे कर सकती है.
गहलोत ने कहा कि बीजेपी के नेता बार-बार कहते हैं कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को राजस्थान में आना चाहिए. क्यों भाई, क्यों आना चाहिए, यहां हमारी कांग्रेस की सरकार है. यहां तो बीजेपी के नेताओं को आना चाहिए. राजनाथ सिंह, अमित शाह को आना चाहिए. उन्हें आकर देखना चाहिए, लेकिन आएगा कोई नहीं. बीजेपी के लोगों को कौन समझाए कि जहां पर घटना होती है, वहां पर विपक्ष के लोग आते हैं, सत्ता पक्ष के नहीं.
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उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ में अन्याय हुआ है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आएं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आएं, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा आकर देखें और उन पीड़ितों से जाकर मुलाकात करें. गहलोत ने कहा कि किसी भी बीजेपी के नेता के पास में पीड़ितों के पास जाने और उनसे उनके हालचाल पूछने का वक्त नहीं है. बस उनसे सोशल मीडिया पर बयानबाजी करा लो. बीजेपी के लोग ओछी राजनीति कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्हें आना चाहिए, पूछना चाहिए कि क्या हुआ, जो घटना हुई उसमें दबाव बनाना चाहिए सरकार पर, घटना की निंदा करते हुए अविलंब कार्रवाई की मांग करनी चाहिए, लेकिन भाजपा में ऐसे मूर्ख लोग पदाधिकारी बन गए हैं जिनमें इतना सेंस तक नहीं है कि किस तरह की घटना में क्या किया जाता है. पीड़ित परिवार जिसके घर में एक व्यक्ति की मौत हो गई उससे मिलने के लिए तो उनकी पार्टी का एक आदमी नहीं गया और ये न्याय की बात करते हैं.