जयपुर. राजस्थान में सरकार के तमाम दावों और इंतजामों के बावजूद बड़े स्तर पर हुई गड़बड़ियों से प्रदेश के बेरोजगार युवा गुस्से में हैं. हालांकि, डेमेज कंट्रोल के लिए शक के आधार पर अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया है, लेकिन युवा बेरोजगार ऐसे कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई और नौकरी से उन्हें बर्खास्त करने की मांग पर अड़ गए हैं.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव का कहना है कि रीट भर्ती 2021 की पेपर लीक, खुले हुए पेपर और देरी से विभिन्न परीक्षा केंद्र पर पेपर पहुंचने सहित कई अनियमितताएं सामने आई हैं. इससे पहले एसआई भर्ती में भी तमाम गड़बड़ियां सामने आई हैं.
इसलिए हम लगातार मांग कर रहे हैं कि पेपर लीक और नकल की घटनाओं में शामिल कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाए और ऐसे संस्थानों की मान्यता रद्द की जाए. इसके साथ ही उन्होंने ऐसी घटनाओं पर सख्ती करने के लिए कड़े कानून बनाने और दोषियों की संपत्ति जब्त करने की भी मांग उठाई है.
फर्जीवाड़े के खिलाफ आवाज उठाने वाले बेरोजगारों की रिहाई और दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग...
उपेन यादव ने कहा कि रीट में फर्जीवाड़े के खिलाफ आवाज उठाने वाले 6 बेरोजगार अभ्यर्थियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है. हमारी मांग है कि इन बेरोजगारों को तुरंत रिहा किया जाए और उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं.
30 सितंबर को शहीद स्मारक पर महापड़ाव डालेंगे प्रदेशभर के बेरोजगार...
उपेन यादव का कहना है कि रीट में सामने आई गड़बड़ियों से प्रदेश का युवा अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है. अपनी मांगों को लेकर प्रदेशभर के युवा 30 सितंबर को जयपुर में शहीद स्मारक पर महापड़ाव डालेंगे और न्याय के लिए आंदोलन का आगाज किया जाएगा.