जयपुर. भाजपा में पदाधिकारियों का अब तक के काम और परफॉर्मेंस के आधार पर उनके दायित्व और पदों में बदलाव किया जाएगा. इस बदलाव में पदाधिकारियों को मौजूदा पदों से हटाया तो जाएगा और उनकी योग्यता और काम के आधार पर उन्हें पार्टी के मोर्चे प्रकोष्ठ और विभागों में दायित्व दिया जाएगा.
जयपुर शहर से होगी शुरुआत : प्रदेश में 2 साल बाद चुनाव होने हैं, लिहाजा पार्टी ने संगठनात्मक रूप से जिन नेताओं को जिम्मेदारी दी थी उनके परफॉर्मेंस के आधार पर उनका रिपोर्ट कार्ड भी बनाया जा रहा है. जिसके अनुरूप ही उनके कार्य क्षेत्रों में भी बदलाव किया जाएगा. खास तौर पर जहां कोई पदाधिकारी निष्क्रिय है या सौंपे गए दायित्व का निर्वाहन सही तरीके से नहीं कर पा रहा है, उसे संबंधित पद से मुक्त करके पार्टी के ही किसी मोर्चे विभाग के प्रकोष्ठ में समायोजित किया जाएगा. इससे संबंधित पदाधिकारी को नाराजगी भी नहीं आएगी और पार्टी में अन्य पद देकर उनका उपयोग भाजपा की मजबूती के लिए किया जा सकेगा.
जयपुर शहर में हाल में बने नए पदाधिकारी : जयपुर शहर भाजपा में हाल ही में चार उपाध्यक्ष, चार मंत्री और एक महामंत्री की नियुक्ति की है. इस नियुक्ति के साथी चर्चा इस बात की भी शुरू हो गई कि अब जयपुर शहर भाजपा के कुछ पदाधिकारियों को काम के आधार पर हटाया जाए. हालांकि, अब तक किसी पदाधिकारियों को हटाने का एलान नहीं किया गया, लेकिन जयपुर शहर भाजपा से जुड़े पदाधिकारी कहते हैं जल्द ही तीन से चार मौजूदा पदाधिकारियों को हटाकर विभाग मोर्चा और प्रकल्पों में स्थान दिया जाएगा.
प्रदेश नेतृत्व से मंजूरी के बाद जल्द हो सकता है बदलाव : जयपुर शहर भाजपा में इस बदलाव को लेकर तैयारी पूरी है, लेकिन पहले प्रदेश नेतृत्व से इस मामले में चर्चा होगी और मंजूरी के बाद ही निर्णय होगा. बताया जा रहा है कि जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने इस संबंध में प्रदेश नेतृत्व से सैद्धांतिक रूप से परमिशन ले ली है, लेकिन अंतिम निर्णय होना बाकी है.
अजेय भाजपा और मिशन 2023 के लिए है जरूरी : राजस्थान में भाजपा मिशन 2023 की तैयारी में जुटी है, साथ ही पार्टी आलाकमान का नारा भी दिया है, जिसे मूर्त रूप देने में प्रदेश भाजपा जुटी है. इसके लिए जरूरी है कि जिन कार्यकर्ताओं को बतौर पदाधिकारियों के रूप में दायित्व दिया उनके काम का समय समय पर आकलन हो, ताकि यदि कोई निष्क्रिय हो तो उसे बदलकर दूसरे काम में उपयोग में लिया जाए. इससे पार्टी की कमजोर कड़ी को दुरुस्त भी कर आगामी मिशन को मजबूती दी जा सके.