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रामगंज से तबलीगी मूवमेंट को रोका जाता और लॉकडाउन की पालना सही से होती तो कोरोना नहीं बढ़ता: सतीश पूनिया

जयपुर में लगातार फैल रहे कोरोना के संक्रमण को देखते हुए केंद्र से आई अंतर मंत्रालयिक टीम के साथ सांसद और भाजपा विधायकों की शनिवार को एक बैठक हुई. इस बैठक में सभी नेताओं ने अपनी बात रखी. बैठक के बाद सतीश पूनिया ने कहा कि यदि रामगंज क्षेत्र से तबलीगी मूवमेंट को रोका जाता और लॉकडाउन की पालना सही से होती तो इतनी बड़ी तादाद में कोरोना नहीं फैलता.

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पूनिया ने प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप
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Published : Apr 25, 2020, 4:14 PM IST

जयपुर. राजधानी में कोरोना संक्रमण फैलता ही जा रहा है. जिसके चलते केंद्र अंतर मंत्रालयिक टीम यहां पहुंची है. बता दें कि शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट में स्थित सभागार में केंद्रीय टीम और भाजपा सांसद एवं विधायकों की बैठक हुई, जो काफी देर तक चली. इस बैठक में जयपुर शहर सांसद रामचरण बौहरा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, विधायक कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी, नरपत सिंह राजवी शामिल रहे.

पूनिया ने प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप

इस दौरान सभी नेताओं ने जयपुर और राजस्थान के हालातों के बारे में केंद्र की टीम को पूरी जानकारी दी. वहीं प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कार्यकर्ताओं, जनता और नेताओं से जो भी फीडबैक हम लोगों को मिला है, उसकी पूरी जानकारी केंद्र की टीम को दी गई है. उन्होंने कहा कि जयपुर, कोटा, नागौर, जोधपुर, भरतपुर, अजमेर यह सभी जिले हॉटस्पॉट बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन और कर्फ्यू की पालना सही तरीके से नहीं हुई. जिसके कारण संक्रमण फैला और यदि रामगंज से तबलीगी मूवमेंट को रोका जाता तो संक्रमण नहीं बढ़ता.

पूनिया ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार तुष्टीकरण के आगे बेबस हो गई है. साथ ही पूनिया ने राशन वितरण को लेकर भी भेदभाव का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह जनता की आवाज है. राशन वितरण को लेकर जनता त्रस्त है. अंतिम व्यक्ति तक राशन नहीं पहुंच रहा है. जिसके लिए भी काम करने की आवश्यकता है.

पूनिया ने कहा कि डेडिकेटेड हॉस्पिटल और चिकित्सा सुविधाओं के बारे में भी केंद्र की टीम को अवगत कराया गया है. आर्थिक आधार पर जो पिछड़े लोग थे उनके सामने भी रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है. किसानों की भी फसल खरीद से लेकर भुगतान तक की समस्याएं हैं. सभी जनप्रतिनिधियों ने वर्तमान स्थिति को लेकर अपनी-अपनी बात केंद्र की टीम के सामने रखी है.

पूनिया ने उम्मीद जताई है कि रिपोर्ट देने के बाद केंद्रीय सरकार जो भी निर्देश देगी, उसकी पालना प्रदेश सरकार जरूर करेगी. पूनिया ने मांग की है कि केंद्र की सरकार जो गेहूं और दाल उपलब्ध करवा रही है, वह पात्र लोगों तक पहुंचने चाहिए.

पढ़ेंः प्लाज्मा थेरेपी के लिए हम तैयार, ICMR की हरी झंडी का इंतजार: चिकित्सा मंत्री

बता दें कि टीम में वित्तीय सेवा विभाग के अतिरिक्त सचिव संजीव कौशिक, एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन प्रोफेसर डॉक्टर हर्षल साल्वे, स्वास्थ्य मंत्रालय की निदेशक बिंदु तिवारी, राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण के सलाहकार एसके जेना और खाद्य आपूर्ति विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी देवेंद्र एस उईके शामिल हैं. यह टीम सोमवार को जयपुर आयी थी.

जयपुर. राजधानी में कोरोना संक्रमण फैलता ही जा रहा है. जिसके चलते केंद्र अंतर मंत्रालयिक टीम यहां पहुंची है. बता दें कि शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट में स्थित सभागार में केंद्रीय टीम और भाजपा सांसद एवं विधायकों की बैठक हुई, जो काफी देर तक चली. इस बैठक में जयपुर शहर सांसद रामचरण बौहरा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, विधायक कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी, नरपत सिंह राजवी शामिल रहे.

पूनिया ने प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप

इस दौरान सभी नेताओं ने जयपुर और राजस्थान के हालातों के बारे में केंद्र की टीम को पूरी जानकारी दी. वहीं प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कार्यकर्ताओं, जनता और नेताओं से जो भी फीडबैक हम लोगों को मिला है, उसकी पूरी जानकारी केंद्र की टीम को दी गई है. उन्होंने कहा कि जयपुर, कोटा, नागौर, जोधपुर, भरतपुर, अजमेर यह सभी जिले हॉटस्पॉट बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन और कर्फ्यू की पालना सही तरीके से नहीं हुई. जिसके कारण संक्रमण फैला और यदि रामगंज से तबलीगी मूवमेंट को रोका जाता तो संक्रमण नहीं बढ़ता.

पूनिया ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार तुष्टीकरण के आगे बेबस हो गई है. साथ ही पूनिया ने राशन वितरण को लेकर भी भेदभाव का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह जनता की आवाज है. राशन वितरण को लेकर जनता त्रस्त है. अंतिम व्यक्ति तक राशन नहीं पहुंच रहा है. जिसके लिए भी काम करने की आवश्यकता है.

पूनिया ने कहा कि डेडिकेटेड हॉस्पिटल और चिकित्सा सुविधाओं के बारे में भी केंद्र की टीम को अवगत कराया गया है. आर्थिक आधार पर जो पिछड़े लोग थे उनके सामने भी रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है. किसानों की भी फसल खरीद से लेकर भुगतान तक की समस्याएं हैं. सभी जनप्रतिनिधियों ने वर्तमान स्थिति को लेकर अपनी-अपनी बात केंद्र की टीम के सामने रखी है.

पूनिया ने उम्मीद जताई है कि रिपोर्ट देने के बाद केंद्रीय सरकार जो भी निर्देश देगी, उसकी पालना प्रदेश सरकार जरूर करेगी. पूनिया ने मांग की है कि केंद्र की सरकार जो गेहूं और दाल उपलब्ध करवा रही है, वह पात्र लोगों तक पहुंचने चाहिए.

पढ़ेंः प्लाज्मा थेरेपी के लिए हम तैयार, ICMR की हरी झंडी का इंतजार: चिकित्सा मंत्री

बता दें कि टीम में वित्तीय सेवा विभाग के अतिरिक्त सचिव संजीव कौशिक, एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन प्रोफेसर डॉक्टर हर्षल साल्वे, स्वास्थ्य मंत्रालय की निदेशक बिंदु तिवारी, राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण के सलाहकार एसके जेना और खाद्य आपूर्ति विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी देवेंद्र एस उईके शामिल हैं. यह टीम सोमवार को जयपुर आयी थी.

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