जयपुर. कोविड-19 संक्रमण (corona in Rajasthan) के बाद प्रदेश में मौसमी बीमारियों के मामलों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. छोटे बच्चे बदलते मौसम के दौरान मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. शिशु रोग विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के मामले बच्चों में अधिक देखने को मिल (respiratory infection in Children) रहे हैं. चिंता की बात यह है कि इस बार ठीक होने के बाद भी बच्चों को दोबारा इंफेक्शन हो रहा है.
डेंगू (dengue in Rajasthan) के साथ-साथ इस बार रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS Jaipur) के पीडियाट्रिक विभाग के विभागाध्यक्ष और जेके लोन अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता का कहना है कि आमतौर पर बदलते मौसम के साथ ही बच्चों में मौसमी बीमारियों के मामले देखने को मिलते हैं. हर साल की तरह इस बार भी रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के मामले बच्चों में अधिक संख्या में देखने को मिल रहे हैं. जिसमें सर्दी, खांसी के अलावा ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, अस्थमा आदि के लक्षण बच्चों में देखने को मिल रहे हैं.
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डॉ. गुप्ता का कहना है कि आमतौर पर इस तरह के इंफेक्शन हर बार बदलते मौसम के साथ देखने को मिलते हैं लेकिन इस बार इंफेक्शन के मामले पिछले साल की तुलना में अधिक देखने को मिल रहे हैं. सबसे बड़ी बात जो बच्चे ठीक हो चुके हैं, उनमें वापस इंफेक्शन लौटकर आ रहा है. इंफेक्शन वापस लौट कर आना काफी चिंता का विषय है. बच्चों में बार-बार इंफेक्शन होने से उनकी इम्यूनिटी सिस्टम भी कमजोर हो रहा है.
चिकित्सकों का कहना है कि बदलते मौसम में बच्चों का विशेष खयाल रखने की जरूरत रहती है. इसके अलावा बच्चों में डेंगू के मामले भी इस बार सर्वाधिक देखने को मिल रहे हैं. हर दिन जयपुर के जेके लोन अस्पताल में तकरीबन 10 मामले डेंगू के सामने आ रहे हैं.