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REPORT: कोरोना भी नहीं डिगा पाया तस्करों के इरादे, लॉकडाउन में एक्टिव रहे सप्लायर - cases of Drug smuggling in Rajasthan

कोरोना वायरस की वजह से राजस्थान ही नहीं, बल्कि पूरे देशभर में लॉकडाउन लागू था. कई जगहों पर कर्फ्यू लगाया गया था, लेकिन इसके बावजूद मादक पदार्थों के तस्कर और स्थानीय सप्लायर एक्टिव रहे. यही वजह है कि राजस्थान में मादक पदार्थों की तस्करी का ग्राफ लॉकडाउन के समय भी नीचे नहीं आया. देखें यह रिपोर्ट...

lockdown and corona pandemic,  cases of Drug smuggling in Rajasthan
लॉकडाउन में भी कम नहीं हुूई मादक पदार्थों की तस्करी
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Published : Aug 20, 2020, 3:36 PM IST

जयपुर. कोरोना काल में कई व्यापार और उद्योग धंधे ठप हो गए, अपराधों के प्रकरणों में कमी दर्ज की गई. लेकिन मादक पदार्थों की तस्करी में जुटे हुए तस्करों में कोरोना का भी कोई खौफ नहीं देखा गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशन पर राजस्थान पुलिस द्वारा प्रदेश को ड्रग्स फ्री बनाने के लिए ऑपरेशन क्लीन स्वीप, ऑपरेशन हाईवे व अन्य तरह के ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. इसके बावजूद भी प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी के प्रकरण लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. ताज्जुब की बात तो यह है कि लॉकडाउन के दौरान मादक पदार्थों की तस्करी के प्रकरणों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

लॉकडाउन में भी कम नहीं हुूई मादक पदार्थों की तस्करी

प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी के प्रकरण में हुई बढ़ोतरी राजस्थान पुलिस के लिए भी चिंता का एक बड़ा विषय है. अगर बात साल 2019 और 2020 के जनवरी से लेकर जुलाई माह तक की करें तो वर्ष 2020 में मादक पदार्थ की तस्करी के प्रकरणों में 23% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यह बढ़ोतरी ऐसे वक्त में हुई है, जब कोरोना के चलते लॉकडाउन लगाया गया था और सभी तरह की गतिविधियों पर लगभग प्रतिबंध था.

lockdown and corona pandemic,  cases of Drug smuggling in Rajasthan
क्या कहते हैं आंकड़े

मादक पदार्थों के साथ ही प्रदेश में शराब तस्करी के प्रकरणों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अगर बात साल 2019 और 2020 के जनवरी से जुलाई माह तक की जाए तो वर्ष 2020 में 2019 की तुलना में शराब तस्करी के प्रकरणों में 11.30% की बढ़ोतरी हुई है.

lockdown and corona pandemic,  cases of Drug smuggling in Rajasthan
क्या कहते हैं आंकड़े

ऑपरेशन क्लीन स्वीप को दी गई गति

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा मादक पदार्थ और शराब की तस्करी में जुटे तस्करों के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन स्वीप चलाया जा रहा है. लॉकडाउन के दौरान ऑपरेशन क्लीन स्वीप की कार्रवाई में थोड़ी ढील बरती गई थी, लेकिन अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही जयपुर पुलिस द्वारा एक बार फिर से ऑपरेशन क्लीन स्वीप को गति दी जा रही है.

lockdown and corona pandemic,  cases of Drug smuggling in Rajasthan
क्या कहते हैं आंकड़े

यह भी पढ़ें : धौलपुर: अवैध शराब की 140 कार्टून के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार

पुलिस कमिश्नरेट से आला अधिकारियों ने कमिश्नरेट स्पेशल टीम और चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम को तस्करों पर नकेल कसने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय से सीआईडी क्राइम ब्रांच भी लगातार तस्करों पर लगाम लगाने में जुटी हुई है. राजस्थान में पश्चिम बंगाल और असम से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ तस्करी कर लाए जाते हैं. ऐसे में राजस्थान पुलिस दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ भी को-आर्डिनेशन बिठाते हुए तस्करों पर निगरानी रखी जा रही है.

हर साल बढ़ रही मादक पदार्थ और शराब की तस्करी

राजस्थान में हर साल मादक पदार्थ और शराब की तस्करी के प्रकरणों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. हालांकि राजस्थान पुलिस तस्करों पर नकेल कसने का पूरा प्रयास कर रही है, लेकिन इसके बावजूद भी तस्करों के हौसले बुलंद हैं. अगर साल 2018, 2019 और 2020 के प्रकरणों पर नजर डालें तो आंकड़े कुछ इस प्रकार हैं.

यह भी पढ़ें : भरतपुर: 400 किलो गांजा तस्करी में 4 महीने से फरार चल रहा तस्कर गिरफ्तार

तस्करों का चित्तौड़गढ़, असम, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश कनेक्शन

राजस्थान में मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त तस्कर अलग-अलग किस्म के मादक पदार्थ अलग-अलग स्थानों से लेकर आते हैं. अगर बात राजस्थान में की जाने वाली अफीम, डोडा और डोडा पोस्त तस्करी की करें तो चित्तौड़गढ़ से सर्वाधिक मात्रा में अफीम, डोडा और डोडा पोस्त की तस्करी की जाती है. वहीं अगर बात गांजा और चरस की करें तो राजस्थान में असम, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश से इन मादक पदार्थों की खेप लाई जाती है. इन तमाम तथ्यों को ध्यान में रखते हुए ही राजस्थान पुलिस तस्करों पर नकेल कसने और तस्करी के नेटवर्क का संचालन करने वाले आकाओं तक पहुंचने की कोशिश में जुटी हुई है.

यह भी पढ़ें : झालावाड़: 1.50 करोड़ का अवैध डोडा-चूरा बरामद, तस्कर फरार

बीते 2 महीनों में प्रदेश तस्करी के इन प्रकरणों का हुआ खुलासा

  • 18 अगस्त : झालावाड़ पुलिस ने बीते मंगलवार को पगारिया थाना क्षेत्र में 1506 किलो अवैध डोडा चूरा बरामद किया था. जिसकी कीमत 1.50 करोड़ रुपए बताई जा रही थी.
  • 16 अगस्त : भरतपुर के कामां में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थ गांजे की तस्करी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपी को नूंह मेवात (हरियाणा) इलाके से गिरफ्तार किया था.
  • 14 अगस्त : भीलवाड़ा के विभिन्न थाना क्षेत्रों में गुरुवार मध्यरात्रि को अवैध मादक पदार्थ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी. जहां कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा एक कार से चार तस्कर और विभिन्न जगहों से लाखों रुपए की अफीम और डोडा चूरा बरामद किया गया था.
  • 8 अगस्त : अलवर के बहरोड़ में नीमराणा पुलिस ने दो किलो गांजा और एक बाइक जब्त की थी. हालांकि तस्करों को पुलिस के आने की खबर पहले ही लग गई थी, जिसके बाद वो मौके से फरार हो गए थे.
  • 21 जुलाई : चूरू के सादुलपुर में पुलिस ने एक कार से 160 ग्राम स्मैक बरामद किया था. जिसकी कीमत पुलिस ने करीब 8 लाख आंकी थी. इसके साथ ही पुलिस ने 3 तस्करों को भी गिरफ्तार किया था.
  • 19 जुलाई : चूरू जिले में ढाबे से डोडा पोस्ट की तस्करी करवाने वाला तस्कर रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया था. बताया जा रहा था कि ढाबा संचालक रुपयों का लालच देकर अपने यहां आने वाले ट्रक ड्राइवरों से डोडा की तस्करी करवाता था.
  • 15 जुलाई : चूरू में धागे की आड़ में डोडा पोस्त की तस्करी करने के मामले में दूधवाखारा थाना पुलिस ने कंटेनर को जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
  • 12 जुलाई : भीलवाड़ा की रायला थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया था. पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान 3 तस्करों के पास से 1 किलो अफीम बरामद की थी. पुलिस ने अफीम के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
  • 4 जुलाई : श्रीगंगानगर में पुलिस ने अफीम दूध की तस्करी करने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया था. नाकेबंदी के दौरान पुलिस ने जब एक संदिग्ध कार की तलाशी ली थी, तो 5 किलो अफीम दूध बरामद हुआ था.

जयपुर. कोरोना काल में कई व्यापार और उद्योग धंधे ठप हो गए, अपराधों के प्रकरणों में कमी दर्ज की गई. लेकिन मादक पदार्थों की तस्करी में जुटे हुए तस्करों में कोरोना का भी कोई खौफ नहीं देखा गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशन पर राजस्थान पुलिस द्वारा प्रदेश को ड्रग्स फ्री बनाने के लिए ऑपरेशन क्लीन स्वीप, ऑपरेशन हाईवे व अन्य तरह के ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. इसके बावजूद भी प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी के प्रकरण लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. ताज्जुब की बात तो यह है कि लॉकडाउन के दौरान मादक पदार्थों की तस्करी के प्रकरणों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

लॉकडाउन में भी कम नहीं हुूई मादक पदार्थों की तस्करी

प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी के प्रकरण में हुई बढ़ोतरी राजस्थान पुलिस के लिए भी चिंता का एक बड़ा विषय है. अगर बात साल 2019 और 2020 के जनवरी से लेकर जुलाई माह तक की करें तो वर्ष 2020 में मादक पदार्थ की तस्करी के प्रकरणों में 23% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यह बढ़ोतरी ऐसे वक्त में हुई है, जब कोरोना के चलते लॉकडाउन लगाया गया था और सभी तरह की गतिविधियों पर लगभग प्रतिबंध था.

lockdown and corona pandemic,  cases of Drug smuggling in Rajasthan
क्या कहते हैं आंकड़े

मादक पदार्थों के साथ ही प्रदेश में शराब तस्करी के प्रकरणों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अगर बात साल 2019 और 2020 के जनवरी से जुलाई माह तक की जाए तो वर्ष 2020 में 2019 की तुलना में शराब तस्करी के प्रकरणों में 11.30% की बढ़ोतरी हुई है.

lockdown and corona pandemic,  cases of Drug smuggling in Rajasthan
क्या कहते हैं आंकड़े

ऑपरेशन क्लीन स्वीप को दी गई गति

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा मादक पदार्थ और शराब की तस्करी में जुटे तस्करों के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन स्वीप चलाया जा रहा है. लॉकडाउन के दौरान ऑपरेशन क्लीन स्वीप की कार्रवाई में थोड़ी ढील बरती गई थी, लेकिन अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही जयपुर पुलिस द्वारा एक बार फिर से ऑपरेशन क्लीन स्वीप को गति दी जा रही है.

lockdown and corona pandemic,  cases of Drug smuggling in Rajasthan
क्या कहते हैं आंकड़े

यह भी पढ़ें : धौलपुर: अवैध शराब की 140 कार्टून के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार

पुलिस कमिश्नरेट से आला अधिकारियों ने कमिश्नरेट स्पेशल टीम और चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम को तस्करों पर नकेल कसने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय से सीआईडी क्राइम ब्रांच भी लगातार तस्करों पर लगाम लगाने में जुटी हुई है. राजस्थान में पश्चिम बंगाल और असम से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ तस्करी कर लाए जाते हैं. ऐसे में राजस्थान पुलिस दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ भी को-आर्डिनेशन बिठाते हुए तस्करों पर निगरानी रखी जा रही है.

हर साल बढ़ रही मादक पदार्थ और शराब की तस्करी

राजस्थान में हर साल मादक पदार्थ और शराब की तस्करी के प्रकरणों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. हालांकि राजस्थान पुलिस तस्करों पर नकेल कसने का पूरा प्रयास कर रही है, लेकिन इसके बावजूद भी तस्करों के हौसले बुलंद हैं. अगर साल 2018, 2019 और 2020 के प्रकरणों पर नजर डालें तो आंकड़े कुछ इस प्रकार हैं.

यह भी पढ़ें : भरतपुर: 400 किलो गांजा तस्करी में 4 महीने से फरार चल रहा तस्कर गिरफ्तार

तस्करों का चित्तौड़गढ़, असम, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश कनेक्शन

राजस्थान में मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त तस्कर अलग-अलग किस्म के मादक पदार्थ अलग-अलग स्थानों से लेकर आते हैं. अगर बात राजस्थान में की जाने वाली अफीम, डोडा और डोडा पोस्त तस्करी की करें तो चित्तौड़गढ़ से सर्वाधिक मात्रा में अफीम, डोडा और डोडा पोस्त की तस्करी की जाती है. वहीं अगर बात गांजा और चरस की करें तो राजस्थान में असम, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश से इन मादक पदार्थों की खेप लाई जाती है. इन तमाम तथ्यों को ध्यान में रखते हुए ही राजस्थान पुलिस तस्करों पर नकेल कसने और तस्करी के नेटवर्क का संचालन करने वाले आकाओं तक पहुंचने की कोशिश में जुटी हुई है.

यह भी पढ़ें : झालावाड़: 1.50 करोड़ का अवैध डोडा-चूरा बरामद, तस्कर फरार

बीते 2 महीनों में प्रदेश तस्करी के इन प्रकरणों का हुआ खुलासा

  • 18 अगस्त : झालावाड़ पुलिस ने बीते मंगलवार को पगारिया थाना क्षेत्र में 1506 किलो अवैध डोडा चूरा बरामद किया था. जिसकी कीमत 1.50 करोड़ रुपए बताई जा रही थी.
  • 16 अगस्त : भरतपुर के कामां में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थ गांजे की तस्करी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपी को नूंह मेवात (हरियाणा) इलाके से गिरफ्तार किया था.
  • 14 अगस्त : भीलवाड़ा के विभिन्न थाना क्षेत्रों में गुरुवार मध्यरात्रि को अवैध मादक पदार्थ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी. जहां कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा एक कार से चार तस्कर और विभिन्न जगहों से लाखों रुपए की अफीम और डोडा चूरा बरामद किया गया था.
  • 8 अगस्त : अलवर के बहरोड़ में नीमराणा पुलिस ने दो किलो गांजा और एक बाइक जब्त की थी. हालांकि तस्करों को पुलिस के आने की खबर पहले ही लग गई थी, जिसके बाद वो मौके से फरार हो गए थे.
  • 21 जुलाई : चूरू के सादुलपुर में पुलिस ने एक कार से 160 ग्राम स्मैक बरामद किया था. जिसकी कीमत पुलिस ने करीब 8 लाख आंकी थी. इसके साथ ही पुलिस ने 3 तस्करों को भी गिरफ्तार किया था.
  • 19 जुलाई : चूरू जिले में ढाबे से डोडा पोस्ट की तस्करी करवाने वाला तस्कर रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया था. बताया जा रहा था कि ढाबा संचालक रुपयों का लालच देकर अपने यहां आने वाले ट्रक ड्राइवरों से डोडा की तस्करी करवाता था.
  • 15 जुलाई : चूरू में धागे की आड़ में डोडा पोस्त की तस्करी करने के मामले में दूधवाखारा थाना पुलिस ने कंटेनर को जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
  • 12 जुलाई : भीलवाड़ा की रायला थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया था. पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान 3 तस्करों के पास से 1 किलो अफीम बरामद की थी. पुलिस ने अफीम के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
  • 4 जुलाई : श्रीगंगानगर में पुलिस ने अफीम दूध की तस्करी करने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया था. नाकेबंदी के दौरान पुलिस ने जब एक संदिग्ध कार की तलाशी ली थी, तो 5 किलो अफीम दूध बरामद हुआ था.
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