जयपुर. वसुंधरा चौहान को सीधे ही सब इंस्पेक्टर के पद पर सीधी नियुक्ति देने के मामले में सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भेदभाव का आरोप लगाया है. इस संबंध में किरोड़ी लाल मीणा ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी भी जताई है. उन्होंने कहा कि इस मामले में आरएसी जवान कमर सिंह मीना के साथ भेदभाव किया गया है.
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कुख्यात दस्यु लुक्का को उसके हथियारबंद साथियों ने छुड़ाने के प्रयास को बहादुरी के साथ असफल करने वाली वसुंधरा चौहान को पुलिस सब इंस्पेक्टर के पद पर सीधी नियुक्ति देने का फैसला स्वागतयोग्य है, लेकिन इसी घटना में आरएसी के जवान कमर सिंह मीना का शौर्य भी अविस्मरणीय है. यदि कमर सिंह मीना हौसला नहीं दिखाते तो वसुंधरा चौहान शायद ही हिम्मत करती. सरकार को उन्हें भी सब इंस्पेक्टर बनाना चाहिए था, लेकिन सिर्फ एक पद की पदोन्नति दी गई है. यह भेदभाव है जिसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अविलंब दुरुस्त करें.
बता दें कि 3 मार्च को कुछ पुलिसकर्मी धर्मेन्द्र उर्फ लुक्का को धौलपुर में पेशी के बाद रोडवेज बस से सेवर जेल में ले जा रहा थे. रास्ते में हथियारबंद बदमाश बस रुकवाकर उसमें सवार हो गए और चालानी गार्डों की आंखों में मिर्च पाउडर फेंक कर उनके हथियार छीनने लगे. इसी दौरान बस में सवार वसुंधरा और आरएसी जवान कमर सिंह मीना ने जान की परवाह किए बगैर अपराधियों से भिड़ गए.
वसुंधरा बदमाशों से भिड़ गई और कमर सिंह पर हमला कर रहे दो बदमाशों को उनके हथियारों सहित नीचे गिरा दिया. इसके बाद बस में सवार यात्रियों ने भी इन दोनों का साथ दिया और बदमाशों को दबोच लिया. वसुंधरा के साहस को देखते हुए सरकार ने उसे सीधे ही ऐसे ही सब इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति देने का फैसला किया.