जयपुर. राजधानी में लो-फ्लोर बसें यमराज बनकर लोगों की खुशियां छीन रही है. आए दिन लो-फ्लोर बसें लोगों की जान पर आफत बन रही है. तेज रफ्तार और लापरवाही के चलते लो-फ्लोर बसें लोगों की लिए अकाल मौत का कारण बनी हुई है.
रविवार को एक तेज रफ्तार लो-फ्लोर बस ने एक दंपति को अपनी चपेट में ले लिया था. जिसमें दोनों बुजुर्गों की मौत पर परिजनों ने लो-फ्लोर बस चालकों के खिलाफ आक्रोश जताया. परिजनों ने मंगलवार शाम को मानसरोवर में कैंडल मार्च निकालकर दंपत्ति को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
इस मौके पर काफी संख्या में लोग एकत्रित हुए और उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की गई. परिजनों ने प्रशासन से लापरवाही से बस चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, ताकि फिर से किसी के परिवार की खुशियां नहीं छीन जाए.
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रविवार सुबह न्यू आतिश मार्केट के पास तेज रफ्तार लो-फ्लोर बस ने स्कूटी सवार दंपत्ति को टक्कर मारी थी. हादसा इतना जोरदार था कि स्कूटर सवार दंपत्ति उछलकर दूर जा गिरे. दुर्घटना में स्कूटर चालक नाथूलाल सैनी की मौके पर मौत हो गई और उनकी पत्नी नानकी देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई.
पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया. दोनों दंपत्ति मानसरोवर से आमेर की तरफ जा रहे थे. इसी दौरान रास्ते मे तेज रफ्तार लो-फ्लोर बस ने अपनी चपेट में ले लिया. घटना के बाद परिजनों ने मंगलवार शाम को कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी. परिजनों ने दुर्घटना थाने में मामला दर्ज करवाया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.