जयपुर. राजस्थान जूनियर इंजीनियर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज अधीनस्थ बोर्ड की ओर से 31 दिसंबर तक होने वाली परीक्षा को स्थगित करने की मांग की. अभ्यर्थियों ने कहा कि मुख्यमंत्री हमारे संरक्षक हैं, इसलिए वे इन भर्तियों को स्थगित कर हमें कोरोना की चपेट में आने से बचाएं
अभ्यर्थियों ने बताया कि राज्य और देश के कई प्रदेशों में कोरोना महामारी की घातक दूसरी लहर आ चुकी है. कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए भी सैकड़ों दिग्गज जैसे केंद्र और राज्य के मंत्री, विधायक और प्रशासनिक अधिकारी विशेषकर हमारे चिकित्सा और मुख्य न्यायाधीश भी इसकी चपेट में आ चुके हैं. बता दें कि अधीनस्थ बोर्ड की ओर से राजस्थान जूनियर इंजीनियर की परीक्षा 29 नवंबर, 6 दिसंबर, 13 दिसंबर, 26 दिसंबर को प्रदेश के संभागीय मुख्यालय पर आयोजित की जानी है. इनमें से अधिकतर इलाके कोविड एफेक्टेड हैं.
पढ़ें- जूनियर इंजीनियर भर्ती की उत्तर पुस्तिका को रद्द करने पर HC ने मांगा जवाब...
वहीं, बोर्ड का दावा है कि कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए ही परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, लेकिन कोविड गाइडलाइन का पालन करने के बाद भी कई नेता और प्रशासनिक अधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. ऐसे में परीक्षा के दौरान भी अभ्यर्थियों के संक्रमित होने का खतरा बढ़ा रहेगा.
ज्ञापन के जरिये अभ्यर्थियों ने अपनी समस्याएं भी बताई...
- प्रदेश के अभ्यर्थियों को नाइट कर्फ्यू, धारा 144 और अपर्याप्त परिवहन व्यवस्था के परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
- अन्य राज्य से आ रहे अभ्यर्थियों को भी अपर्याप्त परिवहन व्यवस्था, अनिवार्य RTPCR जांच एवं अन्य ही प्रतिबंधों के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.
- परीक्षा में शामिल होने वाले कई अभ्यर्थी कोरोना पॉजिटिव है जिनका जो परिक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं.
अभ्यर्थियों ने बताया कि सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए उच्च न्यायालय द्वारा आयोजित ड्राइवर भर्ती परीक्षा 2020 को भी स्थगित कर दिया गया है. राजस्थान जूनियर इंजीनयर की परीक्षा 5 वर्ष में एक ही बार आयोजित होती है. अतः निवेदन है कि राजस्थान जूनियर इंजीनियर परीक्षा को स्थगित किया जाए.
कोरोना महामारी से निपटने के लिए कर्फ्यू या लॉक डाउन लगाना समाधान नहीं : आप पार्टी
जयपुर. आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिल कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन दिया गया. शहर महासचिव मुबारक अली ने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने में कर्फ्यू और आंशिक या पूर्ण लॉकडाउन लगाना समाधान नहीं है बल्कि इससे राज्य के लगभग 25% राजस्व की हानि होगी.
आदर्श नगर आप पदाधिकारी ब्रज नारायण, हवामहल विधानसभा पदाधिकारी उस्मान व साबिर ने कहा कि विवाह-शादी के समारोह, फेक्ट्री मजदूर व मालिक, व्यवसायी, रेस्टोरेंट- ढाबा होटल मालिक, थड़ी, ठेला, फुटपाथ पर रोज़ी रोटी कमाने वाले मजदूर, आदि बुरी तरह प्रभावित होंगे. किशनपोल विधानसभा पदाधिकारी ज़ाकिर, आदर्श नगर आप पदाधिकारी ब्रज नन्दन बल्लू ने कहा कि हम सरकार के आदेश का विरोध नहीं कर रहे परन्तु हमारा सुझाव है कि सरकार अपने कर्फ्यू के आदेश पर पुनः विचार करे.
आप प्रदेश लीगल विंग सचिव मनोहर सिंह व आप लीगल शहर अध्यक्ष अभिषेक संघी ने बताया कि सरकार अपने कर्फ्यू के आदेश पर पुनः विचार करने के साथ आमजन को यह भी विश्वास दिलाये कि इस महामारी से बचाव के लिए सरकार के पास क्या-क्या प्रबंध हैं और बीमारी के अधिक फैलने की दशा में कितने आइसोलेशन वार्ड ओर कितने बेड सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटल्स में उपलब्ध हैं?
आप सह संभाग सह प्रभारी अमित शर्मा लियो ने कहा कि इलाज करवाने में गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार के लोगों को अस्पतालों में बुरी तरह लूटा जा रहा है एक एक व्यक्ति के लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं. आम जन को जेवर और मकान तक बेचने पढ़ रहे हैं किन्तु सरकार चिकत्सा सुविधा और टेस्ट बढ़ाने की जगह जनता को नए नए तरीकों से परेशान करने का कार्य कर रही है जो निंदनीय है.
संविधान दिवस पर गुरुवार को आप जयपुर राजस्थान की ओर से अम्बेडकर सर्किल जयपुर पर संविधान पाठ किया गया. साथ ही अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि दी गई. आप लीगल विंग प्रदेश पदाधिकारी इंद्रजीत कथूरिआ व जयपुर लीगल विंग अध्यक्ष अभिशेख संघी ने कहा कि अम्बेडकर द्वारा किये गए कार्य समस्त भारतवासियों के लिए अनुकरणीय हैं.