जयपुर. कोरोना काल में कई परिवार आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं. उनके लिए निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की फीस और किताबों की व्यवस्था करने की चिंता भी परेशानी का कारण बन रही है. संयुक्त अभिभावक संघ और नई उड़ान चैरिटेबल ट्रस्ट ने की एक मुहिम ऐसे परिवारों की चिंता थोड़ी कम कर रही है.
इस मुहिम के तहत बच्चों की पुरानी किताबें इकट्ठा कर ऐसे बच्चों तक पहुंचाई जा रही है. जिन्हें इन किताबों की जरूरत है. इसके लिए शहर में करीब 15 जगहों पर केंद्र स्थापित किए गए हैं. जहां बच्चे या अभिभावक पुरानी किताबें जमा करवा रहे हैं. इन सेंटर्स से किताबें इकट्ठा कर इन किताबों का वितरण किया जा रहा है.
इस मुहिम के तहत अपने बच्चों की पुरानी किताबें जमा करवाने आई महिला नीतू सोनी का कहना है कि उनके बच्चों की पुरानी कक्षा की किताबें अब उनके कोई काम की नहीं है. ऐसे में इन किताबों को रद्दी में बेचने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था. लेकिन इस मुहिम से पुरानी किताबें दूसरे बच्चों के काम आ सकती हैं. इसलिए उन्होंने अपने बच्चों की किताबें जमा करवाई हैं.
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संयुक्त अभिभावक संघ के मनोज का कहना है कि कोरोना काल में हर अभिभावक कहीं न कहीं आर्थिक रूप से परेशान है. ऐसे अभिभावकों को राहत देने के लिए यह मुहिम शुरू की गई है. इसके तहत जयपुर में 15 केंद्र स्थापित किए गए हैं. जहां अभिभावक पुरानी किताबें जमा करवा रहे हैं. इन किताबों को इकट्ठा करके उन अभिभावकों को दी जा रही हैं. जिनके बच्चों के ये किताबें काम आ सके.
संयुक्त अभिभावक संघ और नई उड़ान चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से समय-समय पर शिविर लगाकर इन किताबों का बच्चों और अभिभावकों को वितरण किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस सप्ताह पुस्तकों के करीब 500 सेट इकट्ठा किए गए हैं. जिनमें से करीब 475 सेट्स का वितरण किया जा चुका है.