जयपुर. राजधानी जयपुर में 22 दिसंबर को कांग्रेस की महंगाई के खिलाफ रैली में राहुल गांधी हिंदू और हिंदुत्ववादी शब्दों की नई व्याख्या देश के सामने रख गए. इसके बाद से कांग्रेस के नेताओं के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है. कांग्रेस के नेता उस परिभाषा को आम जनता के सामने कैसे रखें और क्या जवाब दें ये बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. क्योंकि अब तक कांग्रेस के नेता धर्म को लेकर किसी भी टिप्पणी से बचते दिखाई देते थे.
ऐसे में हिंदू और हिंदुत्व के मुद्दे समेत कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को पार्टी की रीति नीति, सिद्धांतों और विचारधारा में दक्ष बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस की ओर से राजधानी जयपुर में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर (Congress training camp 26 to 28 leaders) लगने जा रहा है.राजधानी जयपुर के बाड़ा पदमपुरा में 26, 27 और 28 दिसंबर को यह प्रशिक्षण शिविर लगेगा. इसमें राजस्थान से सेलेक्ट किए गए नेताओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. 3 दिन तक तमाम कांग्रेस के नेताओं को इसी प्रशिक्षण शिविर में रहना होगा.
इस प्रशिक्षण शिविर में पीसीसी पदाधिकारी एआईसीसी मेंबर पीसीसी मेंबर और अन्य कार्यकर्ताओं में से नेताओं का चयन किया गया है जिन्हें पार्टी की रीति नीति और वैचारिक ट्रेनिंग दी जाएगी. यह ट्रेनिंग देने के लिए कांग्रेस के प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख सचिन राव जयपुर पहुंचेंगे तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी अजय माकन भी रहेंगे. इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में शिरकत कर कार्यकर्ताओं को बताएंगे कि कैसे वर्तमान समय के प्रमुख मुद्दों पर कांग्रेस अपनी बात रखे.