जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार शाम 5 बजे कैबिनेट की बैठक हो सकती है. प्रदेश में एक महीने से अधिक चले सियासी घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री आवास पर कैबिनेट बैठक बुलाई गई है. हालांकि, यह बैठक पिछले बुधवार को बुलाई गई थी, लेकिन दो दिन तक बैठक का री शेड्यूल होने के बाद इसे स्थगित कर दिया गया.
माना जा रहा है कि कैबिनेट की बैठक में कर्मचारियों की 1 दिन की वेतन कटौती, उद्योग और पर्यटन से जुड़ी मांगों के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना के हालात पर विशेष चर्चा होने की संभावना है. हालांकि, बैठक का औपचारिक एजेंडा किसी भी मंत्री को नहीं भिजवाया गया है.
प्रदेश में 1 महीने से ज्यादा समय तक चले सियासी उठापटक के बाद यह पहली कैबिनेट बैठक होगी. बैठक में कोरोना से जुड़े राहत कार्यों और अन्य कार्यों के लिए सीएम से लेकर मंत्रियों, सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के 1 दिन की वेतन काटने का निर्णय हो सकता है. कर्मचारियों की वेतन कटौती का प्रस्ताव पिछले दिनों मुख्य सचिव राजीव स्वरूप और अतिरिक्त मुख्य सचिव निरंजन आर्य के साथ कर्मचारी नेताओं की हुई बैठक में पारित करवा लिया गया था.
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बैठक में इसके अलावा कैबिनेट में उद्योगों को राहत देने के लिए भी फैसले लिए जा सकते हैं. इसमें पर्यटन उद्योग की लंबित मांगों पर विचार संभव है. लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा असर इसी सेक्टर पर पड़ा है. इसके अलावा सेवा नियम संशोधन के फैसले भी बैठक में लिए जा सकते हैं.
बता दें कि कैबिनेट बैठक पिछले बुधवार को होनी थी, लेकिन सीएमओ और सीएमआर में कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद बैठक को 4 बार री शेड्यूल करने के बाद स्थगित कर दिया गया था. कैबिनेट बैठक प्रदेश में 1 महीने से अधिक चले सियासी घटनाक्रम के दौरान भी बुलाई गई थी, लेकिन उस बैठक में कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय नहीं हो पाए थे.
वहीं, 1 महीने से ज्यादा चले उठापटक के बाद होने वाली कैबिनेट की बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. जानकारों की मानें तो बुधवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में सरकार की ओर से कोरोना के बाद बिगड़े हालातों से प्रदेश को उभारने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं. हालांकि, यह अलग बात है कि कैबिनेट के लिए औपचारिक एजेंडा किसी भी मंत्री को नहीं भेजा गया है.