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CAA विरोध प्रदर्शनः राजधानी में इंटरनेट, मेट्रो और ट्रांसपोर्टेशन बंद; जनता बेहाल - CAA protests

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ राजधानी में रविवार को हुए विशाल पैदल मार्च और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए नेटबंदी, मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को बंद करने पर जयपुर की आम जनता बेहाल नजर आई. बंद को लेकर आम जनता ने कहा कि सरकार को पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन बंद करने के बजाए कोई अन्य विकल्प सोचना चाहिए था या तो केवल उन क्षेत्रों में ट्रांसपोर्टेशन बंद रखा जाता जहां पर रैली होनी है ना कि पूरे जयपुर शहर में.

जयपुर की जनता बेहाल, CAA protest
जयपुर की जनता बेहाल
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Published : Dec 22, 2019, 4:52 PM IST

जयपुर. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ राजधानी में रविवार को हुए विशाल पैदल मार्च और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए नेटबंदी, मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को बंद करने पर जयपुर की आम जनता बेहाल नजर आई. लो फ्लोर बस के जरिए राजधानी में रोजाना औसतन 2 लाख से अधिक लोग सफर करते हैं. लो-फ्लोर और मिनी बसों के संचालन बंद होने पर लोग परेशान नजर आए. वहीं, इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण कैब सर्विस का संचालन भी पूरी तरह से ठप रहा.

जयपुर की जनता बेहाल

CAA के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी में बंद किए गए नेट, मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन पर ईटीवी भारत ने आम जनता से बातचीत की. इस दौरान लोगों ने बताया कि मेट्रो और लो-फ्लोर बसों के संचालन बंद होने के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया कि जो लोग रोजाना पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन का प्रयोग करते हुए अपने काम पर जाते हैं वह आज काम पर भी नहीं जा पाए.

पढ़ें- जयपुर में CAA Protest आज, इंटरनेट सेवा बंद...नहीं चलेंगी मेट्रो और लो फ्लोर बसें

वहीं, आम जनता ने कहा कि सरकार को पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन बंद करने के बजाए कोई अन्य विकल्प सोचना चाहिए था या तो केवल उन क्षेत्रों में ट्रांसपोर्टेशन बंद रखा जाता जहां पर रैली होनी है ना कि पूरे जयपुर शहर में. इसके साथ ही मेट्रो के बंद होने के कारण भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.

लोगों ने कहा कि जो लोग भ्रांतियां फैला रहे हैं, उन्हें नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भ्रांतियां नहीं फैलानी चाहिए और साथ ही सरकार को भी इस कानून को लेकर प्रत्येक चीज स्पष्ट जनता के सामने रखनी चाहिए. साथ ही आमजन ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पहले ही काफी चरमराई हुई है और इस तरह से सब चीजें बंद कर देने से अर्थव्यवस्था पर और भी बुरा असर पड़ता है क्योंकि बंद के कारण बाजार में भी सूनापन देखने को मिल रहा है.

जयपुर. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ राजधानी में रविवार को हुए विशाल पैदल मार्च और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए नेटबंदी, मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को बंद करने पर जयपुर की आम जनता बेहाल नजर आई. लो फ्लोर बस के जरिए राजधानी में रोजाना औसतन 2 लाख से अधिक लोग सफर करते हैं. लो-फ्लोर और मिनी बसों के संचालन बंद होने पर लोग परेशान नजर आए. वहीं, इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण कैब सर्विस का संचालन भी पूरी तरह से ठप रहा.

जयपुर की जनता बेहाल

CAA के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी में बंद किए गए नेट, मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन पर ईटीवी भारत ने आम जनता से बातचीत की. इस दौरान लोगों ने बताया कि मेट्रो और लो-फ्लोर बसों के संचालन बंद होने के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया कि जो लोग रोजाना पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन का प्रयोग करते हुए अपने काम पर जाते हैं वह आज काम पर भी नहीं जा पाए.

पढ़ें- जयपुर में CAA Protest आज, इंटरनेट सेवा बंद...नहीं चलेंगी मेट्रो और लो फ्लोर बसें

वहीं, आम जनता ने कहा कि सरकार को पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन बंद करने के बजाए कोई अन्य विकल्प सोचना चाहिए था या तो केवल उन क्षेत्रों में ट्रांसपोर्टेशन बंद रखा जाता जहां पर रैली होनी है ना कि पूरे जयपुर शहर में. इसके साथ ही मेट्रो के बंद होने के कारण भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.

लोगों ने कहा कि जो लोग भ्रांतियां फैला रहे हैं, उन्हें नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भ्रांतियां नहीं फैलानी चाहिए और साथ ही सरकार को भी इस कानून को लेकर प्रत्येक चीज स्पष्ट जनता के सामने रखनी चाहिए. साथ ही आमजन ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पहले ही काफी चरमराई हुई है और इस तरह से सब चीजें बंद कर देने से अर्थव्यवस्था पर और भी बुरा असर पड़ता है क्योंकि बंद के कारण बाजार में भी सूनापन देखने को मिल रहा है.

Intro:जयपुर
एंकर- नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ राजधानी में आज हुए विशाल पैदल मार्च और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए नेटबंदी, मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को बंद करने पर जयपुर की आम जनता बेहाल नजर आई। लो फ्लोर बस के जरिए राजधानी में रोजाना औसतन 2 लाख से अधिक लोग सफर करते हैं। लो-फ्लोर और मिनी बसों के संचालन बंद होने पर लोग परेशान नजर आए। वहीं नेट बंद होने के चलते कैब सर्विस का संचालन भी पूरी तरह से ठप रहा।


Body:वीओ- नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी में बंद किए गए नेट, मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन पर ईटीवी भारत ने आम जनता से बातचीत की। इस दौरान लोगों ने बताया कि मेट्रो और लो-फ्लोर बसों के संचालन बंद होने के चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जो लोग रोजाना पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन का प्रयोग करते हुए अपने काम पर जाते हैं वह आज काम पर भी नहीं जा पाया। जिसे देखते हुए आम जनता ने यह राय दी कि सरकार को पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन बंद करने के बजाय कोई अन्य विकल्प सोचना चाहिए था या तो केवल उन क्षेत्रों में ट्रांसपोर्टेशन बंद रखा जाता जहां पर रैली होनी है ना कि पूरे जयपुर शहर में। इसके साथ ही मेट्रो के बंद होने के चलते भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं लोगों ने कहा कि जो लोग भ्रांतियां फैला रहे हैं उन्हें नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भ्रांतियां नहीं खिलानी चाहिए और साथ ही सरकार को भी इस कानून को लेकर प्रत्येक चीज स्पष्ट जनता के सामने रखनी चाहिए। इसके साथ ही आमजन ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पहले ही काफी चरमराई हुई है और इस तरह से सब चीजें बंद कर देने से अर्थव्यवस्था पर और भी बुरा असर पड़ता है क्योंकि बंद के चलते बाजार में भी सूनापन देखने को मिल रहा है।


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