जयपुर. राजस्थान की दो विधानसभा सीटों धरियावद और वल्लभनगर में कांग्रेस पार्टी ने नामांकन रैली के साथ ही प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है. जहां उपचुनाव में प्रचार के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अजय माकन पहुंचे तो वहीं आज अलवर और धौलपुर जिले के पंचायत चुनाव की भी नामांकन की अंतिम तिथि है.
जहां उपचुनाव में मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस के बड़े नेता प्रचार के लिए खुद अपनी मौजूदगी दिखा रहे हैं, तो पंचायती राज चुनाव में अलवर और धौलपुर जिले के विधायकों और बड़े नेताओं के ऊपर ही यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. आज शुक्रवार को क्योंकि नामांकन की आखिरी तारीख है, तो ऐसे में अब पार्टी के सामने बड़ी चुनौती सोमवार 11 नवंबर तक बागियों के नाम वापस दिलवाने की होगी.
उपचुनाव में इन नेताओं पर जिम्मेदारी...
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, प्रदेश प्रभारी अजय माकन, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री अर्जुन बामनिया, मंत्री प्रमोद जैन भाया, मंत्री अशोक चांदना, सीडब्ल्यूसी सदस्य रघुवीर मीणा, विधायक रामलाल मीणा, और कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ पर इन चुनावों में जीत की जिम्मेदारी होगी.
अलवर जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव...
एआईसीसी महासचिव भंवर जितेंद्र अलवर ग्रामीण से, विधायक मंत्री टीकाराम जूली बानसूर से, विधायक शकुंतला रावत रामगढ़ से, विधायक साफिया जुबेर कठूमर से, विधायक बाबूलाल बैरवा राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ से, विधायक जोहरी लाल मीणा किशनगढ़ बास से, बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक दीपचंद खेरिया तिजारा से, विधायक संदीप यादव के साथ ही बहरोड़ से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव और थानागाजी से निर्दलीय विधायक कांति मीणा पर अपने क्षेत्र में प्रधान बनाने और अलवर जिले का जिला प्रमुख बनाने की जिम्मेदारी होगी.
वहीं, धौलपुर जिले की 4 विधानसभा में से 3 विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं. ऐसे में राजाखेड़ा से विधायक रोहित वोहरा, बसेड़ी से विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा और बाड़ी से विधायक गिर्राज मलिंगा पर धौलपुर का जिला प्रमुख और अपने क्षेत्र में प्रधान बनाने की जिम्मेदारी होगी.