जयपुर. उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की निर्मम हत्या (Udaipur murder case) के बाद प्रदेश में हालात सामान्य बनाए रखने के लिए सरकार की ओर से इंटरनेट बंद कर दिया गया है. मोबाइल इंटरनेट बंद होने के बाद प्रदेश भर में करोड़ों रुपए का कारोबार पिछले 2 दिन में प्रभावित (Internet Ban Affect Business) हुआ है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार व्यापारियों से टैक्स तो वसूल करती है लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है. उदयपुर में हुई इस घटना के बाद जयपुर बंद का आह्वान भी किया गया है.
मामले को लेकर फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज (फोर्टी) के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल का कहना है कि पिछले 2 दिन से प्रदेश में मोबाइल इंटरनेट से जुड़ी सेवाएं बंद (internet ban in Rajasthan) कर दी गई है. जिसके बाद तकरीबन 6 से 7 हजार करोड़ का कारोबार हर दिन प्रभावित हो रहा है. ऐसे में सरकार को इसका रास्ता निकालना चाहिए. इंटरनेट सेवाएं बंद होने से रिटेल कारोबार से लेकर पेट्रोल और डीजल तक की बिक्री पर असर देखने को मिलता है. यही नहीं कारोबार प्रभावित होने से सरकार को टैक्स का भी नुकसान होता है और इंटरनेट सेवाएं बंद होने के कारण सरकार को हर दिन 500 से 600 करोड़ के टैक्स का नुकसान हो रहा है.
इसके अलावा फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री यूथ विंग के अध्यक्ष धीरेंद्र राघव का कहना है कि उदयपुर में एक छोटे कारोबारी के साथ जो घटना हुई है उससे पूरे कारोबारी जगत में रोष व्याप्त है. जिसके बाद जयपुर बंद का आह्वान भी किया गया है. इसमे सभी व्यवसाई शामिल हैं. धीरेंद्र राघव का कहना है कि सरकार कारोबारियों से टैक्स तो वसूल करती है लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर किसी तरह का कोई कदम नहीं उठाती है. ऐसे में सरकार कारोबारियों की सुरक्षा को लेकर भी मजबूत कदम उठाएं और जो घटना उदयपुर में हुई है उससे जुड़े अपराधियों को कड़ी सजा जल्द से जल्द दी जाए.
उदयपुर में हुई इस घटना के बाद पूरे व्यापार जगत में रोष व्याप्त है. जिसके बाद विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने गुरुवार को जयपुर बंद का आह्वान किया है. हालांकि प्रदेश में धारा 144 लागू होने के कारण किसी तरह का कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया जाएगा.