जयपुर. कोरोना काल में राजस्थान आवासन मंडल की '10 प्रतिशत दीजिए गृह प्रवेश कीजिए' योजना को बंपर समर्थन मिल रहा है. बुधवार को 302 आवास बिके, जिससे 51.41 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है. योजना में अभी तक 2600 से भी ज्यादा मकान बिक चुके हैं, जिनसे करीब 400 करोड़ से भी ज्यादा का राजस्व प्राप्त हुआ है. राजस्थान आवासन मंडल की इस योजना से लोगों के घर के सपने साकार हो रहे हैं. मंडल की ओर से पिछले 10 माह में 5000 से अधिक संपत्तिया बेचकर 1100 करोड़ से ज्यादा का राजस्व प्राप्त किया जा चुका है.
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राजस्थान आवासन मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा के मुताबिक बुधवार को हुई नीलामी भी सुपर बंपर रही. नीलामी उत्सव के तहत सभी को किस्तों में आवास योजना का लाभ दिया गया है. योजना में घर लेने में लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है. योजना के तहत बुधवार को प्रदेश में 302 आवास बिके, जिससे मंडल को करीब 51 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है. जयपुर वृत प्रथम में 37 आवास बिके हैं, जिससे मंडल को 6.28 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है. जयपुर वृत द्वितीय और तृतीय में 63 आवास बिके, जिससे मंडल को 23.10 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है.
इसी तरह जोधपुर वृत प्रथम और द्वितीय में 18 आवास बिके हैं, जिससे मंडल को 1.94 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है. कोटा वृत में 52 आवास बिके हैं, जिससे 5.50 करोड़ रुपए का राजस्व मिला, उदयपुर वृत में 19 आवास बिके जिससे 2.50 करोड़ रुपए का राजस्व मिला, बीकानेर वृत में 66 आवास बिके जिससे 5.71 करोड रुपए का राजस्व मिला और अलवर वृत में 47 आवास भी के जिससे मंडल को 6.38 करोड रुपए का राजस्व मिला है.
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आवासन मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि अभी तक इस योजना में 2600 से अधिक मकान बेचकर लगभग 400 करोड़ रुपए से अधिक राजस्व प्राप्ति का अनुमान है. पिछले 10 माह में आवासन मंडल की ओर से 5000 से अधिक संपत्तियां बेचकर 1100 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व प्राप्त किया गया है. उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं. मंडल सरकारी संस्था है, जिसका उद्देश्य आम लोगों को उचित कीमतों पर घर उपलब्ध कराना है.