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बीएस तोमर के परिजनों ने रेप केस को बताया झूठा...बोले जांच एजेंसियां कर रही एकतरफा फैसला

जयपुर के निम्स यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ. बीएस तोमर पर रेप आरोप सिद्ध होने के बाद पुलिस टीमें उसकी तलाश कर रही है. इधर आरोपी के परिजनों ने प्रेसवार्ता कर बीएस तोमर को निर्दोष बताया. साथ ही जांच एजेंसियों द्वारा एकतरफा फैसला लेते हुए बीएस तोमर को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है.

जयपुर न्यूज, jaipur news
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Published : Nov 3, 2019, 4:58 PM IST

जयपुर. निम्स यूनिवर्सिटी के चेयरमैन और चांसलर डॉ. बलबीर सिंह तोमर पर बलात्कार के आरोप पर हाईकोर्ट से बीएस तोमर की गिरफ्तारी से रोक की याचिका खारिज होने के बाद पुलिस टीमें आरोपी की लगातार तलाश कर रही है. वहीं दूसरी ओर बीएस तोमर के परिजनों ने जयपुर के एक निजी होटल में प्रेस वार्ता कर उन्हें निर्दोष बताया. साथ ही रेप का आरोप लगाने वाली लड़की पर गबन और फर्जी अंक तालिकाओं से नौकरी प्राप्त करने और फर्जी दस्तावेज पकड़े जाने के बाद पुलिस कार्रवाई के डर से रेप की एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगाया है.

बीएस तोमर के परिजनों ने प्रेसवार्ता कर षडयंत्र का लगाया आरोप

पीड़िता पर लगाया बदनाम करने का आरोप

आरोपी बीएस तोमर के परिजन डॉ. पंकज तोमर ने बताया कि आरोप लगाने वाली लड़की, बीएस तोमर की दूसरी पत्नी शोभा तोमर और वकील राजेश भदौरिया द्वारा डॉ. बीएस तोमर को बदनाम करने की पूरी साजिश रची जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि तथ्य के आधार और सरकारी एजेंसियों को दिए गए साक्ष्य के आधार पर कोई भी निर्णय स्पष्ट रूप से डॉ. बीएस तोमर के पक्ष में नहीं लेते हुए केवल महिला होने के नाते एक पक्षीय फैसले पर जांच एजेंसी द्वारा विशेष रूप से ध्यान दिया गया है.

ये पढेंः जयपुर और अजमेर से हैदराबाद जाने वाली ट्रेनों में बढ़ाए कोच

जबकि, गबन और फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल करने के मामले में चंदवाजी थाने में लड़की का जुर्म प्रमाणित हो चुका है. इसके बावजूद भी हाई प्रोफाइल केस को जांच एजेंसियों द्वारा एकतरफा फैसला लेते हुए बीएस तोमर को प्रताड़ित किया जा रहा है.

दूसरी पत्नी है साजिश में शामिल

इस मौके पर परिजनों ने प्रेसवार्ता में कुछ वीडियो क्लिप और दस्तावेज पेश कर बीएस तोमर के खिलाफ षड्यंत्र रचने की बात कही. परिजनों का कहना है कि इंडियन मेडिकल ट्रस्ट से बीएस तोमर की दूसरी पत्नी डॉ. शोभा तोमर और सौतेले पुत्र डॉ. अनुराग तोमर भी ट्रस्टी के रूप में कार्यरत हैं. शोभा और उसका पुत्र ट्रस्ट विश्वविद्यालय की संपत्ति पर कब्जा करना चाहते थे.

ये पढेंः दिल्ली के बाद जयपुर में भी स्मॉग का असर, एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंची 226 के पार

इसे देखते हुए डॉ. शोभा तोमर और अनुराग तोमर ने एक संगठित गिरोह बना लिया और बीएस तोमर पर यौन शोषण का आरोप लगाकर प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाना शुरू कर दिया. ताकि इस आधार पर प्रार्थी को ट्रस्ट के नियंत्रण से बेदखल किया जाकर ट्रस्ट की संपत्ति पर कब्जा किया जा सके. ऐसे में गिरोह ने विभिन्न लड़कियों को शामिल करके उन्हें मोटी राशि देकर उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिए.

गौरतलब है कि आमेर थाने में दिसंबर 2018 में 25 वर्षीय युवती ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि वो कॉलेज के सहायक प्रबंधक के पद पर काम करती थी. इस दौरान आरोपी बीएस तोमर ने उसे एक होटल में ले जाकर बलात्कार किया और बाद में दिल्ली ले जाकर फिर से बलात्कार किया. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने आरोपी के खिलाफ मामला सही माना और गिरफ्तारी के आदेश दिए थे. फिलहाल आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद पुलिस टीमें उसकी तलाश में जुटी है.

जयपुर. निम्स यूनिवर्सिटी के चेयरमैन और चांसलर डॉ. बलबीर सिंह तोमर पर बलात्कार के आरोप पर हाईकोर्ट से बीएस तोमर की गिरफ्तारी से रोक की याचिका खारिज होने के बाद पुलिस टीमें आरोपी की लगातार तलाश कर रही है. वहीं दूसरी ओर बीएस तोमर के परिजनों ने जयपुर के एक निजी होटल में प्रेस वार्ता कर उन्हें निर्दोष बताया. साथ ही रेप का आरोप लगाने वाली लड़की पर गबन और फर्जी अंक तालिकाओं से नौकरी प्राप्त करने और फर्जी दस्तावेज पकड़े जाने के बाद पुलिस कार्रवाई के डर से रेप की एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगाया है.

बीएस तोमर के परिजनों ने प्रेसवार्ता कर षडयंत्र का लगाया आरोप

पीड़िता पर लगाया बदनाम करने का आरोप

आरोपी बीएस तोमर के परिजन डॉ. पंकज तोमर ने बताया कि आरोप लगाने वाली लड़की, बीएस तोमर की दूसरी पत्नी शोभा तोमर और वकील राजेश भदौरिया द्वारा डॉ. बीएस तोमर को बदनाम करने की पूरी साजिश रची जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि तथ्य के आधार और सरकारी एजेंसियों को दिए गए साक्ष्य के आधार पर कोई भी निर्णय स्पष्ट रूप से डॉ. बीएस तोमर के पक्ष में नहीं लेते हुए केवल महिला होने के नाते एक पक्षीय फैसले पर जांच एजेंसी द्वारा विशेष रूप से ध्यान दिया गया है.

ये पढेंः जयपुर और अजमेर से हैदराबाद जाने वाली ट्रेनों में बढ़ाए कोच

जबकि, गबन और फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल करने के मामले में चंदवाजी थाने में लड़की का जुर्म प्रमाणित हो चुका है. इसके बावजूद भी हाई प्रोफाइल केस को जांच एजेंसियों द्वारा एकतरफा फैसला लेते हुए बीएस तोमर को प्रताड़ित किया जा रहा है.

दूसरी पत्नी है साजिश में शामिल

इस मौके पर परिजनों ने प्रेसवार्ता में कुछ वीडियो क्लिप और दस्तावेज पेश कर बीएस तोमर के खिलाफ षड्यंत्र रचने की बात कही. परिजनों का कहना है कि इंडियन मेडिकल ट्रस्ट से बीएस तोमर की दूसरी पत्नी डॉ. शोभा तोमर और सौतेले पुत्र डॉ. अनुराग तोमर भी ट्रस्टी के रूप में कार्यरत हैं. शोभा और उसका पुत्र ट्रस्ट विश्वविद्यालय की संपत्ति पर कब्जा करना चाहते थे.

ये पढेंः दिल्ली के बाद जयपुर में भी स्मॉग का असर, एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंची 226 के पार

इसे देखते हुए डॉ. शोभा तोमर और अनुराग तोमर ने एक संगठित गिरोह बना लिया और बीएस तोमर पर यौन शोषण का आरोप लगाकर प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाना शुरू कर दिया. ताकि इस आधार पर प्रार्थी को ट्रस्ट के नियंत्रण से बेदखल किया जाकर ट्रस्ट की संपत्ति पर कब्जा किया जा सके. ऐसे में गिरोह ने विभिन्न लड़कियों को शामिल करके उन्हें मोटी राशि देकर उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिए.

गौरतलब है कि आमेर थाने में दिसंबर 2018 में 25 वर्षीय युवती ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि वो कॉलेज के सहायक प्रबंधक के पद पर काम करती थी. इस दौरान आरोपी बीएस तोमर ने उसे एक होटल में ले जाकर बलात्कार किया और बाद में दिल्ली ले जाकर फिर से बलात्कार किया. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने आरोपी के खिलाफ मामला सही माना और गिरफ्तारी के आदेश दिए थे. फिलहाल आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद पुलिस टीमें उसकी तलाश में जुटी है.

Intro:नॉट- वापस वॉइस ऑवर सही कर के भेज दिया है...

निम्स यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ बीएस तौमर पर रेप आरोप सिद्ध होने के बाद पुलिस टीमें उसकी तलाश कर रही है. इधर आरोपी के परिजनों ने प्रेसवार्ता कर बीएस तौमर को निर्दोष बताया. साथ ही जांच एजेंसियों द्वारा एकतरफा फैसला लेते हुए बीएस तौमर को प्रताड़ित करने का भी आरोप जड़ा.


Body:जयपुर : निम्स यूनिवर्सिटी के चेयरमैन और चांसलर डॉ बलबीर सिंह तौमर पर बलात्कार के आरोप के बाद हाईकोर्ट से बीएस तोमर की गिरफ्तारी से रोक की याचिका खारिज होने के बाद पुलिस टीमें आरोपी की तलाश कर रही है. तो वही दूसरी ओर बीएस तोमर के परिजनों ने जयपुर के एक निजी होटल में प्रेस वार्ता कर उन्हें निर्दोष बताया. साथ ही रेप का आरोप लगाने वाली लड़की पर गबन और फर्जी अंक तालिकाओ से नौकरी प्राप्त करने व फर्जी दस्तावेज पकड़े जाने के बाद पुलिस कार्रवाई के डर से रेप की एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगाया.

आरोपी बीएस तौमर के परिजन डॉ पंकज तौमर ने बताया, की आरोप लगाने वाली लड़की, उनकी पत्नी शोभा तोमर और वकील राजेश भदौरिया द्वारा डॉ बीएस तोमर को बदनाम करने की पूरी साजिश रची जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि तथ्य के आधार व सरकारी एजेंसियों को दिए गए साक्ष्य के आधार पर कोई भी निर्णय स्पष्ट रूप से डॉ बीएस तोमर के पक्ष में नहीं लेते हुए केवल महिला होने के नाते एक पक्षीय फैसले पर जांच एजेंसी द्वारा विशेष रुप से ध्यान दिया गया है. जबकि गबन और फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल करने के मामले में चंदवाजी थाने में लड़की का जुर्म प्रमाणित हो चुका है. इसके बावजूद भी हाई प्रोफाइल केस को जांच एजेंसियों द्वारा एकतरफा फैसला लेते हुए बीएस तौमर को प्रताड़ित किया जा रहा है.

इस मौके पर परिजनों ने प्रेसवार्ता में कुछ वीडियो क्लिप और दस्तावेज पेश कर बीएस तौमर के खिलाफ षड्यंत्र रचने की बात कही. परिजनों का कहना है, कि इंडियन मेडिकल ट्रस्ट से बीएस तोमर की दूसरी पत्नी डॉशोभा तोमर और सौतेले पुत्र डॉ अनुराग तोमर भी ट्रस्टी के रूप में कार्यरत हैं. उनकी पत्नी व पुत्र ट्रस्ट व विश्वविद्यालय की संपत्ति पर कब्जा करना चाहते थे. इसे देखते हुए डॉ शोभा तोमर और अनुराग तोमर ने एक संगठित गिरोह बना लिया और बीएस तौमर पर यौन शोषण का आरोप लगाकर प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाना शुरू कर दिया. ताकि इस आधार पर प्रार्थी को ट्रस्ट के नियंत्रण से बेदखल किया जाकर ट्रस्ट की संपत्ति पर कब्जा किया जा सके. ऐसे में गिरोह ने विभिन्न लड़कियों को शामिल करके उन्हें मोटी राशि देकर उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिए.

गौरतलब है, की आमेर थाने में दिसंबर 2018 में 25 वर्ष युवती ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में बताया, कि वो कॉलेज के सहायक प्रबंधक के पद पर काम करती थी. इस दौरान आरोपी बीएस तौमर ने उसे एक होटल में ले जाकर बलात्कार किया. ओर बाद में दिल्ली ले जाकर फिर से रैप किया. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने आरोपी के खिलाफ मामला सही माना और गिरफ्तारी के आदेश दिए थे. फिलहाल आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद पुलिस टीमें उसकी तलाश में जुटी है.

बाइट- डॉ पंकज तौमर, परिजन


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