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Betting In Cricket: बदला सट्टे का तरीका, अब बुकी बांटते हैं सटोरियों को ID...ऑनलाइन लगते हैं दांव

टेक्नोलॉजी के युग में क्रिकेट सट्टेबाजी का भी नया ट्रेंड शुरू हो गया है. ऑनलाइन एप पर हर बॉल, ओवर से लेकर मैच में हार और जीत पर करोड़ों के दांव लग रहे हैं. घर बैठे ही सटोरियें मोबाइल पर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे हैं.

घर बैठे मोबाइल से खिला रहे सट्टा, ऑनलाइन आईडी और पासवर्ड भी देते हैं,  Betting on IPL,  Online betting on IPL , Bets on online app
आईपीएल पर ऑनलाइन सट्टा
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Published : Apr 27, 2021, 11:05 PM IST

जयपुर. टेक्नोलॉजी में लगातार हो रहे बदलाव को सट्टे के सौदागरों ने भी अपनाया है. सटोरियों ने अब ऑनलाइन सट्टा खिलाने का ट्रेंड भी काफी बदल लिया है. पहले ऑनलाइन सट्टा खिलाने के लिए सटोरियों को पूरा सेटअप करना पड़ता था. कई तरह की डिवाइस (उपकरण) लगाने पड़ते थे. लाइन जोड़ कर अलग-अलग लोगों को भाव बताने पड़ते थे. लेकिन अब सटोरिए ऑनलाइन बेटिंग एप के जरिए सट्टा खिला रहे हैं और पुलिस की नजरों से भी बचे हुए हैं.

आईपीएल पर ऑनलाइन सट्टा

सटोरियों ने बदला ट्रेंड

एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा ने बताया कि IPL मैच पर सट्टा खिलाने वाले सटोरियों ने अब अपना ट्रेंड काफी बदल लिया है. ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले सटोरिए अब शहर से बाहर किसी फार्म हाउस या फिर किसी नामी-गिरामी सोसाइटी में फ्लैट किराए से लेकर सट्टा खिलाते हैं. खुद के फ्लैट पर भी अपने दोस्तों और जान-पहचान के लोगों के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्टा खिलाया जाता है. अब सट्टा खिलाने के लिए सटोरिए वेबसाइट और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं.

पढ़ें: Special : समर्थन मूल्य खरीद में गड़बड़झाला ! यहां जनिये पूरी हकीकत

कैसे खिलाया जाता है सट्टा?

ऑनलाइन वेबसाइट और एप के जरिए लोगों को सट्टा खिलाया जा रहा है. अलग-अलग वेबसाइट पर सट्टे के अलग-अलग रेट हैं. यदि कोई सट्टा खेलना चाहता है तो बुकी बाकायदा यूजर ID बनाते हैं और पासवर्ड क्रिएट करते हैं. सट्टे का तमाम हिसाब-किताब भी ऑनलाइन रहता है. यानी सटोरियों को अब रजिस्टर में हिसाब किताब लिखने की जरूरत नहीं होती है. ऑनलाइन सट्टे में राशि का जो लेनदेन किया जाता है, वह पूरी तरह से गैरकानूनी है. हवाला के जरिए करोड़ों रुपए की राशि एक शहर से दूसरे शहर तक जीतने वाले शख्स को पहुंचाई जाती है.

घर बैठे मोबाइल से खिला रहे सट्टा, ऑनलाइन आईडी और पासवर्ड भी देते हैं,  Betting on IPL,  Online betting on IPL , Bets on online app
खास-खास

दुबई और दूसरे देशों से जुड़े हैं सटोरियों के तार

सटोरियों के खिलाफ जयपुर की कमिश्नरेट स्पेशल टीम और चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. हाल ही में की गई कुछ कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए सटोरियों के तार दुबई और दूसरे देशों से जुड़े हुए पाए गए हैं. सटोरिए जिस वेबसाइट और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे हैं, वह दुबई और दूसरे देशों में लीगल है. उसका संचालन भी वहीं से किया जा रहा है.

पढ़ें: SPECIAL : जयपुर की कई कॉलोनियों के बीच से गुजर रही हाईटेंशन लाइनें....लोगों को 'हाई टेंशन'

पुलिस को ऐसे चकमा देते हैं सटोरिए

ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले सटोरिए विभिन्न डिवाइस और उपकरणों का इस्तेमाल कर पुलिस को गच्चा देने का प्रयास करते हैं. पिछले साल जयपुर पुलिस ने प्रताप नगर थाना क्षेत्र में ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था. इस गिरोह ने पुलिस को गच्चा देने के लिए कई डिवाइस फ्लैट की छत पर इंस्टॉल किया था ताकि उनकी लोकेशन को पुलिस ट्रेसआउट ना कर सके. यही नहीं पुलिस सटोरियों की लोकेशन GPS के माध्यम से ट्रेस करने का प्रयास करे तो वह लोकेशन भी पुलिस को किसी अन्य स्थान की मिले. हालांकि पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और मुखबिर तंत्र के आधार पर कार्रवाई को अंजाम देते हुए सटोरियों के तमाम मंसूबों पर पानी फेर दिया था.

गैर जमानती धाराओं में कार्रवाई

सटोरियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस सटोरियों के गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद उनके खिलाफ गैर जमानती धाराओं में सख्त कानूनी कार्रवाई करती है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा ने बताया कि सटोरियों के खिलाफ जुआ अधिनियम के साथ ही IT एक्ट और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जाती है.

सटोरियों के पास से जितने भी मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए जाते हैं, वह तमाम फर्जी ID पर खरीदे गए होते हैं. ऐसे में सटोरियों के खिलाफ IPC की धारा 420, 120-B, 467, 468 के साथ ही IT एक्ट की धारा 66-D लगाई जाती है. सटोरियों के खिलाफ पुलिस स्ट्रांग केस बनाकर कोर्ट में पेश करती है, जिससे सटोरियों को जल्द राहत नहीं मिल पाती है.

ये हुईं कार्रवाइयां

आमेर थाना क्षेत्र से 5 सटोरिए गिरफ्तार

पुलिस की ओर से पहली कार्रवाई 12 अप्रैल को आमेर थाना इलाके में स्थित नाई का थड़ी क्षेत्र में अंजाम दी गई. पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा खिला रहे 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आजाद, हिमेश, राजा उस्मानी, शेरू कुमार और हर्ष बंधु को गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से 3 लैपटॉप, एक प्रिंटर, केलकुलेटर, 4 सट्टा रजिस्टर और करोड़ों रुपए का हिसाब किताब बरामद हुआ. आरोपी मथुरा, वृंदावन, भरतपुर, आगरा सहित विभिन्न शहरों के लोगों को ऑनलाइन सट्टा खिलाने का काम कर रहे थे.

पढ़ें: जागते रहो: रिमोट एक्सेस ऐप बना ठगों का नया हथियार, फोन या कंप्यूटर एक्सेस कर हो रही साइबर फ्रॉड

सदर थाना क्षेत्र से 6 सटोरिए गिरफ्तार

पुलिस की दूसरी कार्रवाई सदर थाना क्षेत्र में 15 अप्रैल को हुई. पुलिस ने नारायणपुरी इलाके में गली नंबर 1 स्थित कबाड़ी के गोदाम में दबिश देकर आईपीएल मैच पर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे 6 सटोरियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों में इमरान, शकील अहमद, रिजवान, मोहम्मद यूनुस, आसिफ और विजय शामिल रहे. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, 9 मोबाइल फोन, दो नोटबुक, केलकुलेटर, 21 हजार रुपए नकद और लाखों रुपए के सट्टे का हिसाब किताब बरामद किया.

ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र से 3 सटोरिए गिरफ्तार

पुलिस की तीसरी कार्रवाई ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में 19 अप्रैल को अंजाम दी गई. पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा खिला रहे तीन आरोपी दीपक, रोहित और मनीष को गिरफ्तार किया. तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक दर्जन मोबाइल फोन, लैपटॉप, एलईडी, केलकुलेटर सहित अन्य उपकरण बरामद किए. वहीं आरोपियों से लाखों रुपए के सट्टे का हिसाब किताब भी बरामद किया गया. आरोपी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में लोगों को ऑनलाइन सट्टा खिलाने का काम कर रहे थे.

जयपुर. टेक्नोलॉजी में लगातार हो रहे बदलाव को सट्टे के सौदागरों ने भी अपनाया है. सटोरियों ने अब ऑनलाइन सट्टा खिलाने का ट्रेंड भी काफी बदल लिया है. पहले ऑनलाइन सट्टा खिलाने के लिए सटोरियों को पूरा सेटअप करना पड़ता था. कई तरह की डिवाइस (उपकरण) लगाने पड़ते थे. लाइन जोड़ कर अलग-अलग लोगों को भाव बताने पड़ते थे. लेकिन अब सटोरिए ऑनलाइन बेटिंग एप के जरिए सट्टा खिला रहे हैं और पुलिस की नजरों से भी बचे हुए हैं.

आईपीएल पर ऑनलाइन सट्टा

सटोरियों ने बदला ट्रेंड

एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा ने बताया कि IPL मैच पर सट्टा खिलाने वाले सटोरियों ने अब अपना ट्रेंड काफी बदल लिया है. ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले सटोरिए अब शहर से बाहर किसी फार्म हाउस या फिर किसी नामी-गिरामी सोसाइटी में फ्लैट किराए से लेकर सट्टा खिलाते हैं. खुद के फ्लैट पर भी अपने दोस्तों और जान-पहचान के लोगों के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्टा खिलाया जाता है. अब सट्टा खिलाने के लिए सटोरिए वेबसाइट और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं.

पढ़ें: Special : समर्थन मूल्य खरीद में गड़बड़झाला ! यहां जनिये पूरी हकीकत

कैसे खिलाया जाता है सट्टा?

ऑनलाइन वेबसाइट और एप के जरिए लोगों को सट्टा खिलाया जा रहा है. अलग-अलग वेबसाइट पर सट्टे के अलग-अलग रेट हैं. यदि कोई सट्टा खेलना चाहता है तो बुकी बाकायदा यूजर ID बनाते हैं और पासवर्ड क्रिएट करते हैं. सट्टे का तमाम हिसाब-किताब भी ऑनलाइन रहता है. यानी सटोरियों को अब रजिस्टर में हिसाब किताब लिखने की जरूरत नहीं होती है. ऑनलाइन सट्टे में राशि का जो लेनदेन किया जाता है, वह पूरी तरह से गैरकानूनी है. हवाला के जरिए करोड़ों रुपए की राशि एक शहर से दूसरे शहर तक जीतने वाले शख्स को पहुंचाई जाती है.

घर बैठे मोबाइल से खिला रहे सट्टा, ऑनलाइन आईडी और पासवर्ड भी देते हैं,  Betting on IPL,  Online betting on IPL , Bets on online app
खास-खास

दुबई और दूसरे देशों से जुड़े हैं सटोरियों के तार

सटोरियों के खिलाफ जयपुर की कमिश्नरेट स्पेशल टीम और चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. हाल ही में की गई कुछ कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए सटोरियों के तार दुबई और दूसरे देशों से जुड़े हुए पाए गए हैं. सटोरिए जिस वेबसाइट और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे हैं, वह दुबई और दूसरे देशों में लीगल है. उसका संचालन भी वहीं से किया जा रहा है.

पढ़ें: SPECIAL : जयपुर की कई कॉलोनियों के बीच से गुजर रही हाईटेंशन लाइनें....लोगों को 'हाई टेंशन'

पुलिस को ऐसे चकमा देते हैं सटोरिए

ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले सटोरिए विभिन्न डिवाइस और उपकरणों का इस्तेमाल कर पुलिस को गच्चा देने का प्रयास करते हैं. पिछले साल जयपुर पुलिस ने प्रताप नगर थाना क्षेत्र में ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था. इस गिरोह ने पुलिस को गच्चा देने के लिए कई डिवाइस फ्लैट की छत पर इंस्टॉल किया था ताकि उनकी लोकेशन को पुलिस ट्रेसआउट ना कर सके. यही नहीं पुलिस सटोरियों की लोकेशन GPS के माध्यम से ट्रेस करने का प्रयास करे तो वह लोकेशन भी पुलिस को किसी अन्य स्थान की मिले. हालांकि पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और मुखबिर तंत्र के आधार पर कार्रवाई को अंजाम देते हुए सटोरियों के तमाम मंसूबों पर पानी फेर दिया था.

गैर जमानती धाराओं में कार्रवाई

सटोरियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस सटोरियों के गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद उनके खिलाफ गैर जमानती धाराओं में सख्त कानूनी कार्रवाई करती है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा ने बताया कि सटोरियों के खिलाफ जुआ अधिनियम के साथ ही IT एक्ट और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जाती है.

सटोरियों के पास से जितने भी मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए जाते हैं, वह तमाम फर्जी ID पर खरीदे गए होते हैं. ऐसे में सटोरियों के खिलाफ IPC की धारा 420, 120-B, 467, 468 के साथ ही IT एक्ट की धारा 66-D लगाई जाती है. सटोरियों के खिलाफ पुलिस स्ट्रांग केस बनाकर कोर्ट में पेश करती है, जिससे सटोरियों को जल्द राहत नहीं मिल पाती है.

ये हुईं कार्रवाइयां

आमेर थाना क्षेत्र से 5 सटोरिए गिरफ्तार

पुलिस की ओर से पहली कार्रवाई 12 अप्रैल को आमेर थाना इलाके में स्थित नाई का थड़ी क्षेत्र में अंजाम दी गई. पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा खिला रहे 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आजाद, हिमेश, राजा उस्मानी, शेरू कुमार और हर्ष बंधु को गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से 3 लैपटॉप, एक प्रिंटर, केलकुलेटर, 4 सट्टा रजिस्टर और करोड़ों रुपए का हिसाब किताब बरामद हुआ. आरोपी मथुरा, वृंदावन, भरतपुर, आगरा सहित विभिन्न शहरों के लोगों को ऑनलाइन सट्टा खिलाने का काम कर रहे थे.

पढ़ें: जागते रहो: रिमोट एक्सेस ऐप बना ठगों का नया हथियार, फोन या कंप्यूटर एक्सेस कर हो रही साइबर फ्रॉड

सदर थाना क्षेत्र से 6 सटोरिए गिरफ्तार

पुलिस की दूसरी कार्रवाई सदर थाना क्षेत्र में 15 अप्रैल को हुई. पुलिस ने नारायणपुरी इलाके में गली नंबर 1 स्थित कबाड़ी के गोदाम में दबिश देकर आईपीएल मैच पर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे 6 सटोरियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों में इमरान, शकील अहमद, रिजवान, मोहम्मद यूनुस, आसिफ और विजय शामिल रहे. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, 9 मोबाइल फोन, दो नोटबुक, केलकुलेटर, 21 हजार रुपए नकद और लाखों रुपए के सट्टे का हिसाब किताब बरामद किया.

ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र से 3 सटोरिए गिरफ्तार

पुलिस की तीसरी कार्रवाई ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में 19 अप्रैल को अंजाम दी गई. पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा खिला रहे तीन आरोपी दीपक, रोहित और मनीष को गिरफ्तार किया. तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक दर्जन मोबाइल फोन, लैपटॉप, एलईडी, केलकुलेटर सहित अन्य उपकरण बरामद किए. वहीं आरोपियों से लाखों रुपए के सट्टे का हिसाब किताब भी बरामद किया गया. आरोपी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में लोगों को ऑनलाइन सट्टा खिलाने का काम कर रहे थे.

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