जयपुर. राजधानी में हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम के अलग-अलग मुख्यालय भले ही किए गए हो, लेकिन हेरिटेज नगर निगम मुख्यालय में फिलहाल कोई ऐसा सभासद भवन नहीं है. जहां 100 पार्षद और अधिकारियों की एक साथ बैठक हो सके. जयपुर के दोनों निगम ही अपनी पहली साधारण सभा की बैठक 11 जनवरी को करने जा रहे हैं. ऐसे में हेरिटेज नगर निगम की बैठक भी ग्रेटर नगर निगम के भवन में ही होनी है. बैठक में पार्षदों के किसी भी विरोध से पहले फिलहाल सभासद भवन को लेकर विवाद होता दिख रहा है.
फिलहाल हेरिटेज नगर निगम प्रशासन और मेयर ने 11 जनवरी को बोर्ड बैठक बुलाने का फैसला ले लिया है और बैठक में किसी तरह का विरोध ना हो, इसके लिए मेयर ने जोनवार पार्षदों को बुलाकर समस्याएं और शिकायतें भी सुनी. वहीं, अब सभी पार्षदों को एजेंडे भी भेजे गए हैं.
हेरिटेज निगम कमिश्नर ने बताया कि बोर्ड बैठक 11 जनवरी को सुबह 11:00 बजे प्रस्तावित है. अभी हेरिटेज निगम परिसर में इतना बड़ा भवन नहीं है, जहां कोविड-19 प्रोटोकॉल की पालना करते हुए इस मीटिंग को कराई जा सके. ऐसे में ग्रेटर निगम मुख्यालय पर मौजूद सभासद भवन के लिए अनुमति मांगी गई है. उन्होंने कहा कि भविष्य के नजरिए से टेक्निकल हेरीटेज कमिटी को निर्देश दिए गए हैं कि इस परिसर का अवलोकन कर अगर यहां कोई भवन बन सकता है तो उस प्रपोजल पर कार्य किया जाए.
वहीं, ग्रेटर नगर निगम भी 11 जनवरी को ही बोर्ड की मीटिंग करने जा रहा है. इस संबंध में मेयर डॉ सौम्या गुर्जर ने बताया कि निगम कमिश्नर को 11 जनवरी को बोर्ड की मीटिंग किए जाने के संबंध में प्रस्ताव भिजवाया गया है. हालांकि, मेयर डॉ सौम्या गुर्जर शहर के विकास के नाम पर ग्रेटर नगर निगम की बोर्ड बैठक आगे शिफ्ट करने के लिए भी तैयार हैं, लेकिन उनके सामने चुनौती यही है कि बोर्ड मीटिंग 15 जनवरी से पहले होनी है और 14 जनवरी को मकर सक्रांति का अवकाश है. ऐसे में हेरिटेज नगर निगम की बोर्ड बैठक के बाद 12 और 13 जनवरी ही शेष रहेगी.