जयपुर. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इसी कड़ी में भाजपा युवा मोर्चा ने शुक्रवार को जयपुर कलेक्ट्रेट सर्किल पर गहलोत सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. विरोध प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में मोर्चा कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटी. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गई.
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बता दें, कुछ दिनों पहले झालावाड़ जिले में वाल्मीकि समाज के युवक की निर्मम हत्या कर दी गई थी और मेवाड़ में लगातार गैंगरेप के मामले बढ़ रहे हैं. इसको लेकर शुक्रवार को मोर्चा कार्यकर्ताओं ने यह विरोध प्रदर्शन किया. मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वाल्मीकि समाज के युवक के परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक मदद दी जानी चाहिए. साथ ही उन्होंने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की.
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मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने कहा कि ढाई साल से प्रदेश में कानून व्यवस्था लगातार खराब हो रही है. लेकिन मुख्यमंत्री सिर्फ अपनी कुर्सी और सरकार को बचाए रखने पर फोकस किए हुए हैं. उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन की जयपुर से शुरुआत की गई है, लेकिन यदि सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई तो प्रत्येक जिला मुख्यालय पर इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे.
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वहीं, विरोध-प्रदर्शन के दौरान मोर्चा कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई, जिसमें मोर्चा से जुड़े कुछ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को हल्की चोट भी आई. प्रदर्शन के बाद मोर्चा कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट परिसर में भीड़ के साथ घुसना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बैरिकेड लगाकर बाहर ही रोक दिया. प्रदर्शन में शामिल मोर्चे से जुड़े कुछ पदाधिकारियों ने अपने मुंह पर मास्क तक नहीं लगा रखा था और सोशल डिस्टेंसिंग की तो किसी ने भी पालना नहीं की.
विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जेबकतरे भी सक्रिय रहे. प्रदर्शन में शामिल भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ता विमल चौधरी की जेब कट गई. किसी जेबकतरे ने उनका पर्स चुरा लिया. इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों से इस बारे में शिकायत दी.
प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. पहले प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने समझाइश कर रोका, लेकिन इस दौरान जब पदाधिकारियों से पुलिसकर्मियों की तीखी नोकझोंक हुई तब पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ा. इस दौरान कुछ युवा मोर्चा पदाधिकारियों को चोटें भी आई, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.