जयपुर. कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी बैठक में शामिल होकर मुख्यमंत्री के जयपुर लौटने के बाद मंत्रिमंडल पुनर्गठन (Gehlot Cabinet expansion) और विस्तार की अटकलें फिर शुरू हो गई हैं. इस बीच भाजपा ने कहा है कि मुख्यमंत्री भले ही दिल्ली से लौट आए हों, लेकिन मंत्रिमंडल पुनर्गठन और विस्तार करने से बचेंगे, क्योंकि उन्हें पता है कि जिस दिन मंत्रिमंडल का विस्तार या पुनर्गठन हुआ, एक बड़ा झटका सरकार को लगेगा.
भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा (BJP Yuva Morcha State President Himanshu Sharma) ने यह बयान देते हुए कहा कि राजस्थान को एक पूर्णकालिक गृहमंत्री चाहिए, लेकिन जिस तरह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार मंत्रिमंडल विस्तार और पुनर्गठन को लटकाए हुए हैं, उसके बाद इस बारे में ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती.
सोमवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान शर्मा ने यह भी कहा कि आज राजस्थान में खुद पुलिस और सरकारी अधिकारी ही सुरक्षित नहीं है. शर्मा के अनुसार, राजस्थान में प्रतिदिन 4 पुलिस व सरकारी अधिकारियों से मारपीट की घटनाएं सामने आ रही हैं. वहीं दलित और महिला अपराध में राजस्थान देश में सिरमौर बन चुका है.
इसके बावजूद गृह विभाग की जिम्मेदारी उठा रहे गहलोत ने अब तक प्रदेश को कोई पूर्णकालिक गृहमंत्री नहीं दिया और ना ही आगे की उम्मीद की जा सकती है. भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार दिल्ली में कांग्रेस की बैठक में राजस्थान में आंशिक बहुमत से बनी कांग्रेस की सरकार बचाने के लिए चर्चा जरूर हुई होगी लेकिन प्रदेश की जनता को राहत देने के नाम पर कुछ नहीं हुआ होगा.