जयपुर. प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान होगा. भाजपा ने इन चुनाव में अपने 2 प्रत्याशी उतारे हैं, जिसमें राजेंद्र गहलोत को पार्टी प्रथम वरीयता के 51 वोटों के अतिरिक्त राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायकों के मत भी प्रथम वरीयता में दिलवाएगी.
इस संबंध में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों ही विधायकों को भी जानकारी दे दी गई है. मतदान में विधायकों को अपना वोट बतौर पोलिंग एजेंट पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ को दिखाकर डालना होगा.
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दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने यह रणनीति इसलिए बनाई है, क्योंकि यदि किसी कारणवश या गलती से किसी विधायक का वोट खारिज हो जाता है तो ऐसी दृष्टि में प्रथम वरीयता में दिए गए अतिरिक्त वोटों का इस्तेमाल हो सके और राजेंद्र गहलोत आसानी से सीट निकाल सकें. इस स्थिति में बीजेपी के दूसरे प्रत्याशी ओंकार सिंह लखावत के खाते में प्रथम वरीयता के 21 वोट ही मिल पाएंगे.
बता दें कि इन चुनावों में भाजपा के पास अपने कुल 72 विधायकों के वोट हैं. वहीं, सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायक पुखराज गर्ग, नारायण बेनीवाल और इंदिरा देवी के 3 वोट भी भाजपा प्रत्याशियों को ही मिलेंगे. इस तरह भाजपा के पास इन चुनाव में 200 में से महज 75 वोट ही है. जबकि कांग्रेस को अपने विधायकों के वोट के अलावा निर्दलीय और अन्य छोटे दलों के विधायकों का समर्थन प्राप्त है. मतलब 3 सीटों में से 2 सीटों पर कांग्रेस और 1 सीट पर बीजेपी की जीत लगभग तय मानी जा रही है.