जयपुर. वीर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने को लेकर छिड़ी बहस पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि आज उन्होंने पढ़ा है कि 1857 की क्रांति में सावरकर का योगदान था. जबकि उनका जन्म 1883 में हुआ.
मंत्री ने कहा कि उन्हें अफसोस है कि जन्म से पहले ही सावरकर का योगदान आजादी की क्रांति में कैसे हो गया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भारत में किसी को भारत रत्न दे लेकिन इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए. किसी भी पूर्व प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को या फिर किसी विशेष योगदान देने वाले व्यक्ति को भारत रत्न दिया जाता रहा है. अगर भारत सरकार आजादी के सिपाही के नाम पर किसी को भारत रत्न देना चाहती है तो चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह को भारत रत्न दिया जाना चाहिए.
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मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि राजनीतिक हितों के लिए भाजपा महात्मा गांधी के नाम का इस्तेमाल कर रही है. क्योंकि उनको पता है कि महात्मा गांधी आज और कल हमेशा प्रासंगिक रहेंगे. ऐसे में राजनीति कर भाजपा उनका नाम इस्तेमाल कर रही है. आने वाले दिनों में भाजपा राजनीतिक फायदे के लिए पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू को भी याद कर लेगी. लेकिन इसके लिए वह राजनीति में उपयुक्त समय का इंतजार कर रही है.