जयपुर. बीवीजी कंपनी प्रतिनिधि के साथ पिछले दिनों वायरल वीडियो मामले में संघ प्रचारक निंबाराम के खिलाफ एसीबी में दर्ज हुए मामले के बाद प्रदेश की सियासत (Rajasthan Politics) में उबाल आ गया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (BJP State President) और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी (Arun Chaturvedi Rajasthan) ने इस मामले में गहलोत सरकार पर निशाना साधा है.
पूनिया ने इस मामले में एक ट्वीट कर लिखा, 'हमारे राज्य के राजनीतिक सद्भाव की चर्चा होती थी, अब इसका स्थान विद्वेष, प्रतिशोध और सियासत षड्यंत्र ने ले लिया है. संस्थानों और व्यक्तियों का चरित्र हनन इसका मुख्य एजेंडा है. देश का नेतृत्व राज्य की जनता और कार्यकर्ता सब देख रहा है. पार्टी पूरी मजबूती से हर चुनौती का सामना करेगी.'
प्रदेश सरकार कर रही एसीबी का दुरुपयोग : अरुण चतुर्वेदी
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने इस मामले में प्रदेश सरकार पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान सरकार (Rajasthan Congress Government) दबाव की राजनीति कर संगठन को बदनाम करने के प्रयास में लगी है. इस वीडियो का कोई तथ्य और आधार नहीं है.
खुद बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि कह चुके हैं कि लेनदेन का कोई आधार नहीं है, केवल राजनीतिक द्वेषता के आधार पर इस मामले को खड़ा किया जा रहा है. उसमें भी एंटी करप्शन ब्यूरो को अपनी सत्ता के सहारे इस्तेमाल करने का काम प्रदेश की सरकार कर रही है.
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चतुर्वेदी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में जांच से पहले ही सरकार ने प्रक्रिया को बढ़ा दिया, जबकि गहलोत सरकार अपने ही कार्यकाल के एसीबी के बड़े घटनाक्रमों को लेकर पिछले एक साल से शांत बैठी है. वहीं, इस मामले में तुरंत कार्रवाई करके भाजपा और भाजपा समर्थित लोगों और ऐसे राष्ट्रवादी संगठनों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है, जो लगातार देश और समाज को अपना जीवन समर्पित करते हैं.
राष्ट्रवादी संगठनों को बदनाम करने की साजिश...
उन्होंने कहा कि देश के ऐसे विषय जिसमें कांग्रेस कठघरे में खड़ी है, फिर चाहे राम मंदिर का मामला हो या राम सेतु और धर्मांतरण मामला. इसमें मुंह की खाने के बाद कांग्रेस अब राष्ट्रवादी संगठनों को बदनाम करने का काम कर रही है.